scorecardresearch

Airtel ने स्पेक्ट्रम व एजीआर बकाए को लेकर चुनी Voda-Idea की राह, 5G नेटवर्क के विस्तार में आएगी तेजी

भारती एयरेटल (Bharti Airtel) ने एजीआर (एडजस्टेड ग्रॉस रेवेन्यू) और स्पेक्ट्रम बकाए के लिए अब वोडाफोन आइडिया (Vodafone Idea) की राह चुनी है.

भारती एयरेटल (Bharti Airtel) ने एजीआर (एडजस्टेड ग्रॉस रेवेन्यू) और स्पेक्ट्रम बकाए के लिए अब वोडाफोन आइडिया (Vodafone Idea) की राह चुनी है.

author-image
FE Online
एडिट
New Update
Relief package Bharti Airtel accepts moratorium on AGR spectrum payments cash flow relief to invest 5g network

कुछ समय पहले भारती एयरटेल के चेयरमैन सुनील भारती मित्तल ने कहा था कि चार साल के एजीआर और स्पेक्ट्रम पेमेंट मोरेटोरियम को चुनने से 35 हजार-40 हजार करोड़ रुपये की राहत मिलेगी.

दिग्गज टेलीकॉम कंपनी भारती एयरेटल (Bharti Airtel) ने एजीआर (एडजस्टेड ग्रॉस रेवेन्यू) और स्पेक्ट्रम बकाए के लिए वोडाफोन आइडिया (Vodafone Idea) की राह चुनी है. एयरटेल ने दूरसंचार विभाग (DoT) को इस संबंध में सूचित कर दिया है कि वह एजीआर और स्पेक्ट्रम बकाए के भुगतान के लिए चार साल के मोरेटोरियम का विकल्प चुन रही है. मोरेटोरियम का विकल्प चुनने के बाद अवधि तक बकाए को चुकाने की बाध्यता नहीं रह जाती है. जानकारी के मुताबिक भारती एयरटेल ने डीओटी को इस संबंध में शुक्रवार को ही अपना स्वीकृति पत्र भेज दिया था. पिछले सप्ताह वोडाफोन आइडिया ने डीओटी को स्पेक्ट्रम बकाए के भुगतान के लिए चार साल के मोरेटोरियम को चुनने के बारे में सूचित किया था. हालांकि वोडा-आइडिया ने कहा था कि इसके संबंध में 29 अक्टूबर तक बोर्ड फैसला लेगा.

Elon Musk ने Apple के 1900 रुपये के पोलिशिंग क्लोथ का उड़ाया मजाक, जानिए क्या है पूरा मामला

एयरटेल को होगी 40 हजार करोड़ की राहत

Advertisment

कुछ समय पहले फाइनेंशियल एक्सप्रेस से बातचीत में भारती एयरटेल के चेयरमैन सुनील भारती मित्तल ने कहा था कि चार साल के एजीआर और स्पेक्ट्रम पेमेंट मोरेटोरियम को चुनने से 35 हजार-40 हजार करोड़ रुपये की राहत मिलेगी. मित्तल ने कहा कि इससे मार्केट कर्ज को घटाने में मदद मिलेगी और 40 हजार करोड़ रुपये की जो बचत होगी, उसे 5जी के नेटवर्क इत्यादि में निवेश किया जाएगा. मित्तल ने कहा कि जो बचत होगी, वह डिविडेंड के हिस्से में नहीं जाएगा बल्कि उसे टेक्नोलॉजी में निवेश किया जाएगा यानी एक तरह से पैसे वापस इंडस्ट्री में ही आने हैं.

Facebook का बदल जाएगा नाम? एक रिपोर्ट में जताई गई संभावनाएं, जानिए क्यों हो रही है इस पर चर्चा

29 अक्टूबर की तय थी डेडलाइन

दूरसंचार विभाग ने हाल ही में एयरटेल, वोडा-आइडिया और टाटा कम्यूनिकेशंस को मोरेटोरियम का विकल्प चुनने के लिए 29 अक्टूबर तक का समय दिया था. इन कंपनियों को 29 अक्टूबर तक का समय यह बताने के लिए दिया गया कि क्या वे स्पेक्ट्रम व एजीआर बकाए के लिए मोरेटोरियम चाहती हैं. इसके अलावा 29 अक्टूबर के बाद के लिए टेलीकॉम ऑपरेटर्स को 90 दिनों का समय दिया गया है. इन 90 दिनों में उन्हें इसकी पुष्टि करनी है कि क्या वे पेमेंट के ब्याज को इक्विटी में बदलना चाहती हैं? मोरेटोरियम टेलीकॉम सेक्टर के लिए सरकार के रिवाइवल पैकेज का हिस्सा है जिसके तहत वित्तीय दबाव से जूझ रही टेलीकॉम कंपनियों को कैश फ्लो में राहत और एजीआर को फिर से परिभाषित करने व भविष्य में होने वाली नीलामी में स्पेक्ट्रम यूजेज चार्ज हटाने का प्रस्ताव दिया गया है.

(Article: Kiran Rathee)

Idea Cellular Vodafone India Bharti Airtel