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Reliance Retail picked around 96 per cent stake in Urban Ladder for Rs 182.12 crore,
RIL Stocks Tank: रिलायंस इंडस्ट्रीज (RIL) के शेयरों में आज भारी गिरावट देखने को मिल रही है. कारोबार में शेयर 7 फीसदी से भी ज्यादा टूटकर 1900 रुपये के नीचे 1897 के स्तर तक कमजोर हो गया है. शेयर में यह गिरावट आरआईएल के दूसरी तिमाही के नतीजों के बाद आई है. पिछले 1.5 महीनों में शेयर में 400 रुपये से ज्यादा गिरावट आई है. असल में आरआईएल का मुनाफा सालाना आधार पर 15 फीसदी गिरकर 9567 करोड़ रुपये रहा है. हालांकि यह अनुमान से बेहतर है0 लेकिन रिफाइनिंग बिजनेस कमजोर बना हुआ है. जिससे निवेशकों के सेंटीमेंट पर असर पड़ा है. एक्सपर्ट का कहना है कि कंपनी की बैलेंसशीट बेहद मजबूत है. कर्ज खत्म हुआ है. आगे रिटेल और टेलिकॉम बिजनेस के मजबूत रहने का अनुमान है. जानते हैं कि शेयर पर क्या है दिग्गजों की राय.....
क्या कहना है दिग्गजों का
ब्रोकरेज हाउस मोतीलाल ओसवाल के मुताबिक रिफाइनिंग मार्जिन एन्वायरनमेंट कमजोर बना हुआ है. हालांकि सितंबर तिमाही में रिलायंस के कंज्यूमर और बीटूबी बिजनेस के रेवेन्यू में रिकवरी आई है. इस वजह से रिटेल बिजनेस और टेलिकॉम बिजनेस में मजबूत ग्रोथ की उम्मीद है. वैसे भी आरआईएल का फोकस एनर्जी बिजनेस की जगह अभी रिटेल और डिजिटल पर ज्यादा है. इनके जरिए कंपनी आगे अपना मार्केट शेयर और बढ़ा सकती है. हालांकि इन दोनों सेग्मेंट के बाद कंपनी वापस ऑयल-टू-केमिकल बिजनेस पर फोकस करने वाली है, जिसके संकेत पहले भी मिले हैं. ऐसे में शेयर को लेकर आगे चिंता नहीं दिख रही है. गिरावट के बाद यहां से बेहतर रिटर्न मिल सकता है. मोतीलाल ओसवाल ने शेयर में 2240 रुपये के लक्ष्य के साथ निवेश की सलाह दी है.
ब्रोकरेज हाउस शेयरखान का कहना है कि लोअर रिफाइनिंग मार्जिन से कुछ दबाव बन सकता है. लेकिन कंपनी की बैलेंसशीट बेहद मजबूत है. हाल ही में कंपनी के रिटेल और जियो प्लेटफॉर्म में अच्छा खासा निवेश आ चुका है. आगे रिलायंस रिटेल का इंडियन रिटेल स्पेस में मार्केट शेयर बढ़ता दिख रहा है, जो आरआईएल को सपोर्ट देने वाला है. कंपनी इस पोजिशन पर है कि वह चुनौतियों का अच्छे से सामना कर सकती है. शेयरखान ने 2400 रुपये के लक्ष्य के साथ निवेश की सलाह दी है.
हालांकि ब्रोकरेज हाउस CITI ने शेयर में न्यूट्रल रेटिंग दी है. ब्रोकरेज के मुताबिक रिफाइनिंग कारोबार में दबाव दिख रहा है. यह कंपनी का मुख्य बिजनेस है. इससे FY21-23e के लिए EBITDA में 3-10 फीसदी गिरावट आ सकती है. जियो का बिजनेस उम्मीद के मुताबिक है और रिटेल बिजेस भी नॉर्मल है. ब्रोकरेज ने शेयर के लिए 2210 रुपये का लक्ष्य रखा है.
क्या कहना है कंपनी का
आरआईएल के चेयरमैन एवं मैनेजिंग डायरेक्टर मुकेश अंबानी ने कहा कि हमने पिछले तिमाही के मुकाबले कामकाज और वित्तीय रूप से बेहतर प्रदर्शन किया है. पेट्रोकेमिकल और रिटेल सेगमेंट में रिकवरी आई है. डिजिटल सर्विस बिजनेस में लगातार ग्रोथ दिखी है. हमारे ओ2सी बिजनेस में घरेलू मांग में तेज रिकवरी आई है. ज्यादातर प्रोडक्ट्स के मामले में मांग कोविड-19 के पहले के स्तर पर पहुंच गई है.
नतीजे एक नजर में
आरआईएल का मुनाफा सालाना आधार पर 15 फीसदी घटकर 9567 करोड़ रुपये रहा है. कंपनी का मुनाफा विश्लेषकों के अनुमान से ज्यादा रहा. रिलायंस जियो का मुनाफा सालाना आधार पर 185 फीसदी बढ़कर 2,844 करोड़ रुपये रहा. जियो का एआरपीयू 140.3 रुपये से बढ़कर 145 रुपये रहा है. रिलायंस रिटेल का रेवेन्यू तिमाही आधार पर 29.7 फीसदी बढ़कर 36,566 करोड़ रुपये रहा. स्टोर का कामकाज बाधित रहने से कंपनी के रेवेन्यू पर असर पड़ा. पेटकेम सेग्मेंट का रेवेन्यू तिमाही आधार पर 17.8 फीसदी बढ़ा है. एबिड्टा मार्जिन में तिमाही आधार पर 2.5 फीसदी बढ़ोतरी हुई.
(नोट: हमने यहां जानकारी कंपनी के तिमाही नतीजों और शेयर पर ब्रोकरेज हाउस की राय के आधार पर दी है. बाजार के जोखिम को देखते हुए निवेश के पहले एक्सपर्ट की राय लें.)