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70% of the issue or Rs 3,500 crore is part of an offer for sale (OFS) by existing shareholders while the remaining 30% of Rs 1,500 crore is a fresh issue of equity shares.
Rolex Rings IPO: ऑटो कंपोनेंट्स बनाने वाली रोलेक्स रिंग्स का आईपीओ को सब्सक्राइब करने का आज आखिरी मौका है. सब्सक्रिप्शन के लिए यह आईपीओ 28 जुलाई को खुला था. 731 करोड़ रुपये के इस आईपीओ में 16 शेयरों के लॉट में बिड लगा सकते हैं. कंपनी ने बिडिंग के लिए 880-900 रुपये का प्राइस बैंड तय किया है. प्रति शेयर की फेस वैल्यू 10 रुपये है. इस आईपीओ को लेकर निवेशक कितना उत्साहित हैं, इसका अंदाजा इससे लगा सकते हैं कि पहले ही दिन यह ओवरसब्सक्राइब हो गया. 29 जुलाई तक यह इशू 9.26 गुना सब्सक्राइब हो चुका था और सबसे अधिक खुदरा निवेशकों के लिए आरक्षित हिस्सा करीब 15.89 गुना सब्सक्राइब हुआ. इसके शेयर्स 9 अगस्त को बीएसई और एनएसई पर लिस्टेड हो सकते हैं. आईसीआईसीआई डायरेक्ट, रिलायंस सिक्योरिटीज और वेंचुरा सिक्योरिटीज ने अप्लाई की रेटिंग दी है जबकि एक्सिस कैपिटल न्यूट्रल है.
56 करोड़ रुपये के नए शेयर होंगे इशू
रोलेक्स रिंग्स के आईपीओ के तहत 56 करोड़ रुपये के नए शेयर इशू किए जाएंगे जबकि 675 करोड़ रुपये के शेयर रिवेंडेल पीई एलएलसी (पूर्व नाम एनएसआर-पीई मॉरीशस एलएलसी) द्वारा ऑफर फॉर सेल (ओएफएस) के तहत इशू किए जाएंगे. नए शेयरों के जरिए मिले फंड का इस्तेमाल कंपनी लंबे समय के लिए वर्किंग कैपिटल की जरूरतों को पूरा करने में करेगी और इसका इस्तेमाल आम कॉरपोरेट उद्देश्यों के लिए भी किया जाएगा. इस इशू के लिए इक्विरस कैपिटल प्राइवेट लिमिटेड, आईडीबीआई कैपिटल मार्केट्स एंड सिक्योरिटीज लिमिटेड और जेएम फाइनेंशियल लिमिटेड बुक रनिंग लीड मैनेजर हैं.
प्रॉफिट बढ़ा लेकिन रेवेन्यू में गिरावट
गुजरात के राजकोट में स्थित यह रोलेक्स रिंग्स देश में फॉर्ज्ड और मशीन्ड कंपोनेंट्स बनाने वाली अग्रणी कंपनी है. पिछले वित्त वर्ष 2020-21 में कंपनी को 86.95 करोड़ रुपये का मुनाफा हुआ था जबकि उसके पिछले वित्त वर्ष 2019-20 में कंपनी को 52.94 करोड़ रुपये का मुनाफा हुआ था. हालांकि इसके रेवेन्यू में गिरावट आई. ऑपरेशंस के जरिए इसका रेवेन्यू वित्त वर्ष 2019-20 में 666 करोड़ रुपये से घटकर वित्त वर्ष 2020-21 में 616.36 करोड़ रुपये रह गया.