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Ruchi Soya has filed a draft red herring prospectus dated June 12, 2021, with markets regulator Sebi. (File)
Ruchi Soya FPO: खाद्य तेल कंपनी रुचि सोया, जिसका स्वामित्व बाबा रामदेव की अगुवाई वाली पतंजलि आयुर्वेद के पास है, उसे फॉलो ऑन पब्लिक ऑफर (FPO) के जरिए 4,300 करोड़ रुपये जुटाने के लिए सेबी ने इजाजत दे दी है. FPO को सेबी के नियम का पालन करने के लिए लॉन्च किया जा रहा है, जिसके तहत एक लिस्टेड इकाई में 25 फीसदी की न्यूनतम शेयरहोल्डिंग होनी चाहिए. कंपनी ने जून में सेबी में अपने दस्तावेजों को फाइल किया था.
कंपनी के कारोबार को बढ़ाना मकसद
ड्राफ्ट दस्तावेजों को मुताबिक, इश्यू से मिलने वाली पूरी राशि को कंपनी के कारोबार को आगे बढ़ाने के लिए इस्तेमाल किया जाएगा. इससे कुछ बकाया लोन को चुकाने और वर्किंग कैपिटल जरूरतों और दूसरे सामान्य कॉरपोरेट उद्देश्यों के लिए लगाया जाएगा. SBI कैपिटल मार्केट्स लिमिटेड, एक्सिस कैपिटल लिमिटेड और ICICI सिक्योरिटीज लिमिटेड इश्यू के लीड मैनेजर्स हैं.
2019 में, पतंजलि ने रुचि सोया का अधिग्रहण किया था, जो स्टॉक एक्सचेंजेज पर लिस्टेड है. अधिग्रहण 4,350 करोड़ रुपये में इंसोल्वेंसी प्रक्रिया के जरिए किया गया था. वर्तमान में, प्रमोटर्स के पास 99 फीसदी हिस्सेदारी है और सूत्रों के मुताबिक, उन्हें FPO के इस राउंड में न्यूनतम 9 फीसदी की हिस्सेदारी को कम से कम 9 फीसदी कम करना होगा.
सेबी के नियमों के मुताबिक, कंपनी को 25 फीसदी की न्यूनतम पब्लिक शेयरहोल्डिंग हासिल करने के लिए प्रमोटर्स की हिस्सेदारी घटाने की जरूरत है. रुचि सोया के पास प्रमोटर्स की हिस्सेदारी को घटाकर 75 फीसदी पर लाने के लिए तीन साल का समय है.
रुचि सोया मुख्य तौर पर तिलहन प्रसंस्करण, खाने पकने के तेल के तौर पर इस्तेमाल के लिए कच्चे खाद्य तेल की रिफाइनिंग, सोया प्रोडक्ट्स और वैल्यू ऐडेड प्रोडक्ट्स की मैन्युफैक्चरिंग के कारोबार में काम करती है. कंपनी की palm और सोया सेगमेंट में इंटिग्रेटेड वैल्यू चैन है. उसके कई ब्रांड्स हैं, जिनमें महाकोष, सनरिच, रुचि गोल्ड और नूट्रेला शामिल हैं. मई में रुचि सोया ने 60.02 करोड़ रुपये में पतंजलि नैचुरल बिस्कुट्स लिमिटेड (PNBPL) से बिस्कुट के कारोबार के अधिग्रहण का एलान किया था.