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Sai Silks IPO: अगर SSKL की तुलना उसकी समकक्ष कंपनियों से करते हैं, तो कंपनी बेहतर स्थिति में दिखाई देती है. (pixabay)
Sai Silks IPO Open Today: एथनिक कपड़ों की बिक्री करने वाली साईं सिल्क (कलामंदिर) का आईपीओ (Sai Silks Kalamandir IPO) आज 20 सितंबर को सब्सक्रिप्शन के लिए खुल गया है. आईपीओ का साइज 1201 करोड़ का है. Sai Silks IPO के तहत कंपनी 600 करोड़ रुपये मूल्य के फ्रेश इक्विटी शेयर जारी करेगी. वहीं, प्रमोटर्स एवं शेयरहोल्डर्स 2.70 करोड़ शेयरों की पेशकश बिक्री के लिए करेंगे. कंपनी ने आईपीओ के लिए प्राइस बैंड 210-222 रुपये प्रति शेयर तय किया है.
आईपीओ के लिए 67 शेयरों का लॉट साइज तय किया गया है. एक लॉट खरीदना जरूरी है, यानी कम से कम 14,874 रुपये का निवेश जरूरी होगा. अधिकतम 13 लॉट के लिए बोली लगा सकते हैं. साईं सिल्क के आईपीओ में क्वालिफाइड इंस्टीच्युशनल इंवेस्टर्स के लिए 50 फीसदी शेयर रिजर्व होंगे. वहीं, NII के लिए 15 फीसदी और रिटेल इंवेस्टर्स के लिए 35 फीसदी शेयर रिजर्व रहेंगे.
सब्सक्राइब करने की सलाह
ब्रोकरेज हाउस च्वॉइस ब्रोकिंग ने इश्यू में सब्सक्राइब करने की सलाह दी है. ब्रोकरेज के अनुसार कंपनी दक्षिण भारत के टॉप 10 रिटेल विक्रेताओं में से एक है, जो साड़ियों पर जोर देने के साथ एथनिक अपैरल में विशेषज्ञता रखता है. कोविड-19 महामारी से उत्पन्न चुनौतियों को दरकिनार करते हुए, कंपनी ने रेवेन्यू और मुनाफा दोनों के मामले में प्रभावी ग्रोथ प्रदर्शित की है. हायर प्राइस बैंड पर कंपनी का पी/ई गुणक, आईपीओ के बाद पूरी तरह से डाइल्यूटेड पेड अप इक्विटी के लिए एडजस्ट करने के बाद, 34.9x (इसके वित्त वर्ष 2023 के ईपीएस 6.36 रुपये) पर आता है, जो फेयर लगता है.
अगर हम SSKL की तुलना उसकी समकक्ष कंपनियों से करते हैं, तो कंपनी अनुकूल स्थिति में दिखाई देती है, खासकर जब उनके संबंधित प्रदर्शन का मूल्यांकन किया जाता है. नए स्टोर की स्थापना से जुड़ी अपनी विस्तार रणनीति के हिस्से के रूप में, SSKL अपने रेवेन्यू में लगातार ग्रोथ करने, लंबी अवधि में स्थिर और टिकाऊ विकास की सुविधा प्रदान करने के लिए तैयार है.
कंपनी की क्या है स्ट्रेंथ
• दक्षिण भारत की अग्रणी एथनिक वियर और वैल्यू-फैशन रिटेल कंपनियों में शामिल. फोकस्ड सेल्स एंड मार्केटिंग स्ट्रैटेजी.
• एक स्केलेबल मॉडल के साथ भारत में लीडिंग अपैरल रिटेल ब्रॉन्ड. एथनिक और वैल्यू फैशन अपैरल में इंडस्ट्री की ग्रोथ का लाभ उठाने के लिए बेहतर स्थिति में.
• एक ओमनी-चैनल के साथ ऑफलाइन और ऑनलाइन बाजार में मजबूत नेटवर्क.
• एक एफिसिएंट आपरेटिंग मॉडल के साथ ग्रोथ, प्रॉफिटेबिलिटी और यूनिट इकोनॉमिक्स का बेहतर ट्रैक रिकॉर्ड.
रिस्क और चिंता
• बिजनेस पर्याप्त इन्वेंट्री लेवल के रखरखाव की डिमांड करता है और आप्टिमल इन्वेंट्री लेवल को बनाए रखने में विफलता निगेटिव असर डाल सकती है.
• कंपनी एक फ्रेग्मेंटेड मार्केट में काम करती है, जिसकी विशेषता अनआर्गेनाइज्ड और सिंगल स्टोर प्लेयर है.
• प्रमोटर ने अपने इक्विटी शेयरों का एक हिस्सा गिरवी रखा है और कुछ लेंडर्स के साथ शेयरों की गिरवी के लिए एक समझौता में एंट्री किया है.
• बिजनेस में सीजनल उतार-चढ़ाव का अनुभव होता है, जिसका प्रभाव कंपनी के संचालन पर पड़ सकता है.
आईपीओ से जुड़ी अहम तारीख
कंपनी का आईपीओ 20-22 सितंबर, 2023 के बीच सब्सक्रिप्शन के लिए उपलब्ध रहेगा. इस आईपीओ के तहत कंपनी 27 सितंबर तक शेयरों का अलॉटमेंट पूरा कर सकती है. वहीं, सफल बोलीदाताओं के डिमैट अकाउंट में 3 अक्टूबर तक कंपनी के शेयर क्रेडिट हो सकते हैं. कंपनी के शेयरों की लिस्टिंग 4 अक्टूबर 2023 को होने की संभावना है.
ग्रे मार्केट से कैसे संकेत
ग्रे मार्केट में फिलहाल Sai Silks आईपीओ को लेकर किसी तरह की हलचल नहीं है. हालांकि इसके साथ ही खुलने वाले सिग्नेचर ग्लोबल के आईपीओ को लेकर ग्रे मार्केट में हलचल दिख रही है और कंपनी का अनलिस्टेड शेयर ग्रे मार्केट मं 10 फीसदी प्रीमियम पर है.