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सफायर फूड्स आईपीओ को अब तक 1.5 गुना सब्सक्राइब किया जा चुका है.
Sapphire Foods IPO: केएफसी (KFC) और पिज्जा हट (Pizza Hut) चलाने वाली कंपनी सफायर फूड्स इंडिया (Sapphire Foods India) के आईपीओ को अब तक 1.5 गुना सब्सक्राइब किया जा चुका है. इस आईपीओ के लिए आखिरी दिन की बोली अभी भी जारी है. सफायर फूड्स इंडिया के आईपीओ को अब तक 1.18 करोड़ इक्विटी शेयरों के लिए बोलियां मिली हैं. इसका ऑफर साइज 96.63 लाख शेयरों का था. रिटेल इन्वेस्टर्स के लिए आरक्षित हिस्सा 6.16 गुना सब्सक्राइब हुआ है. वहीं, नॉन-इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर्स के हिस्से को केवल 34 प्रतिशत सब्सक्रिप्शन मिला है. क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स की बात करें तो इनके हिस्से को अब तक केवल 3 प्रतिशत ही सब्सक्रिप्शन मिला है.
विश्लेषकों का कहना है कि सफायर फूड्स बिजनेस और ब्रांडों के मामले में देवयानी इंटरनेशनल से काफी मिलता-जुलता है. जेएसटी इन्वेस्टमेंट्स के सीओओ आदित्य कोंडावर ने फाइनेंशियल एक्सप्रेस ऑनलाइन को बताया, “कंपनी ने सिर्फ 2 महीने पहले 505 रुपये में प्रेफरेंशियल अलॉटमेंट किया था और अब आईपीओ 1,180 रुपये पर है. इससे कॉन्फिडेंस नहीं आता है.”
क्या चल रहा है GMP
Sapphire Foods एक ओमनी चैनल (omni-channel) रेस्तरां ऑपरेटर होने के साथ ही भारतीय उप महाद्वीप में यम ब्रांड्स की सबसे बड़ी फ्रेंचाइजी कंपनी है. यह देश में केएफसी, पिज्जा हट और टैको बेल जैसे ब्रांड्स के रेस्तरां चलाती है. सफायर फूड्स का आईपीओ पूरी तरह से ऑफर फॉर सेल (OFS) है. प्रमोटरों और मौजूदा शेयरधारकों द्वारा 1.75 करोड़ इक्विटी शेयरों की बिक्री ऑफर फॉर सेल के तहत पेश है. कंपनी ने प्रति इक्विटी शेयर 1,120-1,180 रुपये का प्राइस बैंड तय किया है. प्राइमरी मार्केट में सफायर फूड्स इंडिया के शेयर 55 रुपये के प्रीमियम पर चल रहे थे. गुरुवार को इसके शेयर करीब 5 फीसदी के प्रीमियम 1,235 रुपये पर कारोबार करते दिखे.
क्या कहते हैं एक्सपर्ट्स
- PreIPO consulting firm Planify Consultancy के फाउंडर और CEO राजेश सिंगला ने फाइनेंशियल एक्सप्रेस ऑनलाइन को बताया, “देवयानी इंटरनेशनल जिसके पास केएफसी, पिज्जा हट, आदि की समान फ्रेंचाइजी है, सफायर फूड्स से काफी मिलता-जुलता है. लिस्टिंग गेन करने का यह एक अच्छा मौका है."
- एक विश्लेषक ने कहा कि सफायर फूड्स ने पिछले कुछ समय (वित्त वर्ष 19-20) में घाटा देखा है और वित्तीय स्थिति बहुत अच्छी नहीं रही है, हालांकि पिछले दो पीरियड्स में नुकसान कम हुआ है. कैश जनरेट करने की क्षमता और इसके वर्किंग कैपिटल सायकल के कारण देश में क्यूएसआर स्पेस के उज्ज्वल भविष्य की संभावना है.
- CapitalVia Global Research के सीनियर रिसर्च एनालिस्ट लिखिता चेपा ने फाइनेंशियल एक्सप्रेस ऑनलाइन को बताया, “आईपीओ का मूल्य 60.2x FY21 EV / EBITDA और 7.3x FY21 EV / सेल्स पर है, जो हाल ही में लिस्टेड देवयानी इंटरनेशनल की तुलना में मामूली डिस्काउंट पर दिखता है. देवयानी के बेहतर मार्जिन प्रोफाइल के कारण यह उचित प्रतीत होता है. भारत में वर्किंग क्लास की जनसंख्या में लगातार हो रही बढ़ोतरी और बढ़ते शहरीकरण के कारण फास्ट फूड कल्चर के फलने-फूलने की उम्मीद है. इसलिए, निवेशक लॉन्ग टर्म के लिए इसे सब्सक्राइब कर सकते हैं.”
(आर्टिकल: सुरभि जैन)
(स्टोरी में दिए गए स्टॉक रिकमंडेशन संबंधित रिसर्च एनालिस्ट व ब्रोकरेज फर्म के हैं. फाइनेंशियल एक्सप्रेस ऑनलाइन इनकी कोई जिम्मेदारी नहीं लेता. पूंजी बाजार में निवेश जोखिमों के अधीन हैं. निवेश से पहले अपने सलाहकार से जरूर परामर्श कर लें.)