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Aramco has also become more valuable than the top five oil companies – Exxon Mobil, Total, Royal Dutch Shell, Chevron and BP – put together.
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सऊदी अरब ने रविवार को सऊदी अरामको (Saudi Aramco) के IPO की वैल्यू 1.71 लाख करोड़ डॉलर रहने का अनुमान दिया. यह दुनिया का सबसे बड़ा IPO हो सकता है. हालांकि यह वैल्यू सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान के शुरुआती लक्ष्य 2 लाख करोड़ डॉलर से कम है. अरामको रियाध स्टॉक एक्सचेंज पर लिस्ट होने वाली है. इस कदम के पीछे वजह है कि सऊदी अरब के युवराज सलमान अपने देश की तेल आधारित अर्थव्यवस्था में बदलाव लाना चाहते हैं. विशाल परियोजनाओं और नए उद्योगों के लिए कई अरब डॉलर के निवेश की जरूरत होगी.
सऊदी अरामको ने कहा है कि कंपनी IPO के तहत 1.5 फीसदी शेयरों की बिक्री करेगी, जिनकी कीमत 24-25.6 अरब डॉलर है. पहले कंपनी की योजना IPO के जरिए करीब 5 फीसदी शेयरों की बिक्री करने की थी. कंपनी ने कहा कि उसने निवेशकों से 30-32 सऊदी रियाल्स (8-8.5 डॉलर) प्रति शेयर की प्राइस रेंज में बोलियां लेना शुरू कर दिया है.
अंतरराष्ट्रीय बाजारों में लिस्ट होने की फिलहाल योजना नहीं
सऊदी अरामको के पहले दो स्टॉक एक्सचेंजों पर लिस्ट होने का अनुमान था. चूंकि पहले कंपनी 5 फीसदी शेयरों की बिक्री IPO के जरिए करने वाली थी, इसलिए उस वक्त दो फीसदी शेयर सऊदी अरब के तडावुल बोर्स और बाकी 3 फीसदी शेयर एक विदेशी स्टॉक एक्सचेंज पर लिस्ट होने वाले थे. लेकिन बाद में कंपनी ने यह स्पष्ट कर दिया कि उसकी योजना अंतरराष्ट्रीय स्तर पर शेयरों को सूचीबद्ध कराने की नहीं है.
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अभी अलीबाबा के नाम है सबसे बड़े IPO का रिकॉर्ड
अभी दुनिया का सबसे बड़ा IPO लाने का रिकॉर्ड चीन की ई-कॉमर्स कंपनी अलीबाबा के नाम है. यह 2014 में न्यूयॉर्क में 25 अरब डॉलर का IPO लाई थी. सऊदी अरामको ने वित्तीय सलाहकारों और बुकरनर्स के तौर पर कई अंतरराष्ट्रीय बैंकिंग इंस्टीट्यूशन को हायर किया है. इनमें सिटीबैंक, क्रेडिट सुइस और HSBC प्रमुख हैं.
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