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सऊदी अरब की तेल कंपनी सऊदी अरामको (Saudi Aramco) दुनिया की सबसे ज्यादा प्रॉफिट वाली कंपनी है. हाल ही में कंपनी ने पहली बार अपने फाइनेंशियल डाटा का बॉन्ड इन्वेस्टर्स के सामने खुलासा किया है. अरामको का 2018 में प्रॉफिट 111.1 अरब डॉलर रहा, जो इस पृथ्वी पर किसी भी तरह के बिजनेस से जुड़ी किसी भी अन्य कंपनी का नहीं है.
सऊदी अरामको ने सऊदी सरकार को पिछले साल 102 अरब डॉलर का टैक्स दिया था. ये हैं सऊदी अरामको के फाइनेंशियल डाटा के कुछ अंश-
1. Aramco का प्रॉफिट 3 कंपनियों की कुल इनकम के बराबर
वित्तीय मामले में सऊदी अरामको दुनिया की सभी कंपनियों से आगे है. फिर चाहे वे तेल कंपनियां हों या फिर अन्य सेक्टर की कंपनियां. अरामको का कुल प्रॉफिट एप्पल, गूगल और Exxon Mobil तीनों की कुल मिलाकर नेट इनकम के बराबर है.
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2. प्रति बैरल प्रॉफिट के मामले में है पीछे
सऊदी अरामको दुनिया के क्रूड उत्पादन का लगभग 10 फीसदी प्रॉड्यूस करती है. इस पर कंपनी का खर्च केवल 3 डॉलर प्रति बैरल से भी कम खर्च करती है. लेकिन फिर भी प्रति बैरल प्रॉफिट के मामले में यह अन्य टॉप तेल कंपनियों से पीछे है. इसकी वजह सऊदी अरब के उच्च टैक्स हैं.
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सऊदी किंगडम अपने सोशल और मिलिट्री खर्च और वहां के शहजादों की लग्जरी लाइफस्टाइल के लिए सऊदी अरामको पर निर्भर है.
3. लगभग 1 लाख करोड़ डॉलर है नेटवर्थ
अरामको ने 2018 में सऊदी सरकार को 58.2 अरब डॉलर के डिविडेंड का भुगतान किया था. अगर अन्य तेल कंपनियों के मामले में इस्तेमाल किए जाने वाले गणित को अपनाएं तो इस हिसाब से सऊदी अरामको की नेटवर्थ 1.2 लाख करोड़ डॉलर के करीब है.
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4. 5वीं सबसे हाई इन्वेस्टमेंट ग्रेड रेटिंग
सऊदी अरामको पर भी कर्ज है लेकिन वह अन्य दिग्गज तेल कंपनियों के मुकाबले बेहद कम है. अरामको को मूडीज इन्वेस्टर्स सर्विस और फिच रेटिंग्स की ओर से 5वीं सबसे उच्च इन्वेस्टमेंट ग्रेड रेटिंग मिली हुई है. दोनों रेटिंग एजेंसियों का कहना है कि अरामको को और ज्यादा हाई रैंक मिल सकती थी लेकिन सऊदी अरब की सॉवरेन रेटिंग के चलते ऐसा नहीं हो सका.
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