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IPO News: SBFC Finance का स्टॉक आज 16 अगस्त को बीएसई और एनएसई पर लिस्ट हो गया है. (image: pixabay)
SBFC Finance Share Listing: नॉन बैंकिंग फाइनेंस कंपनी एसबीएफसी फाइनेंस (SBFC Finance) ने शेयर बाजार में मजबूत एंट्री की है. आज कंपनी का शेयर बीएसई पर 50 फीसदी प्रीमियम के साथ लिस्ट हुआ. SBFC Finance ने आईपीओ के लिए शेयर का अपर प्राइस बैंड 57 रुपये रखा था, जबकि आज स्टॉक 86 रुपये पर लिस्ट हुआ है. यानी लिस्टिंग पर उन निवेशकों को 50 फीसदी रिटर्न मिल गया, जिन्हें शेयर अलॉट हुए थे. जिस तरह से आईपीओ को मजबूत सब्सक्रिप्शन मिला था और एनालिस्ट की ओर से पॉजिटिव कमेंट मिले थे, उसे देखते हुए बेहतर लिस्टिंग का अनुमान लगाया जा रहा था. सवाल उठता है कि लिस्टिंग पर अच्छा खासा रिटर्न पाने के बाद कया प्रॉफिट बुक कर लेना चाहिए. या पोर्टफोलियो में इस शेयर को लंबे समय तक रखना चाहिए.
अब क्या करें निवेशक
Swastika Investmart Ltd. के इक्विटी रिसर्च एनालिस्ट, अनुभूति मिश्रा का कहना है कि SBFC Finance की बाजार में मजबूत शुरूआत हुई है और निवेशकों को बेहतर लिस्टिंग गेंस मिला है. यह नॉन बैंकिंग फाइनेंशियल कंपनी मजबूत अर्निंग ग्रोथ और स्टेबल एसेट क्वालिटी के साथ तेजी से विस्तार कर रही है. हालांकि, यह ब्याज दरों और मार्केट साइकिल के प्रति संवेदनशील है, इसलिए मौजूदा वोलेटाइल बाजार में, इतने प्रीमियम पर लिस्ट होने के बाद, प्रॉफिट बुकिंग की जा सकती है. हालांकि एग्रेसिव इन्वेस्टर्स इसे पोर्टफोलियो में लंबी अवधि तक बनाए रख सकते हैं.
74 गुना से ज्यादा सब्सक्राइब हुआ था IPO
नॉन बैंकिंग फाइनेंस कंपनी SBFC Finance के आईपीओ को निवेशकों का जबरदस्त रिस्पांस मिला था. यह आईपीओ ओवरआल 74 गुना से ज्यादा सब्सक्राइब हुआ था. क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स यानी QIB के लिए 50 फीसदी हिस्सा रिजर्व था और यह 203.61 गुना भरा था. जबकि नॉन इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर्स के लिए 15 फीसदी हिस्सा रिजर्व रखा गया था और यह 51.82 गुना भरा था. वहीं रिटेल निवेशकों के लिए 35 फीसदी हिस्सा रिजर्व था और यह 11.60 गुना भरा. कर्मचारियों के लिए रिजर्व हिस्से को 6.21 गुना सब्सक्रिप्शन मिला.
SBFC Finance के साथ क्या है पॉजिटिव
ब्रोकरेज हाउस LKP सिक्योरिटीज के अनुसार सुपरलेटिव रिटर्न रेश्यो, FY23 में 3 फीसदी के ROA और पोस्ट फंड रेज होने वाले इंप्रूवमेंट को देखते SBFC Finance का आउटलुक बेहतर दिख रहा है. यह एक महत्वपूर्ण नॉन-डिपॉजिट नॉन-बैंकिंग फाइनेंस कंपनी है. यह कंपनी सिक्योर्ड एमएसएमई लो और गोल्ड के बदले लोन की पेशकश करती है. कंपनी उद्यमियों, छोटे कारोबारियों एवं वेतनभोगी तबके को मुख्य रूप से लोन देती है. ब्रोकरेज हाउस जियोजीत का कहना है कि यह एक व्यवस्थित रूप से महत्वपूर्ण नॉन-डिपॉजिट टेकिंग नॉन-बैंकिंग फाइनेंस कंपनी (NBFC) है जो सिक्योर्ड MSME लोन (AUM का 80%), सोने के बदले लोन (17%) और अनसिक्योर्ड लोन (3%) देती है. कंपनी 5 लाख से 30 लाख रुपये के टिकट साइज के साथ लोन डिस्बर्सिंग पर ध्यान केंद्रित करती है. 31 मार्च, 2023 तक, उनके AUM के 87.27% का टिकट साइज इसी रेंज के भीतर था.
SBFC Finance का क्या है बिजनेस
SBFC Finance सिक्योर्ड एमएसएमई और गोल्ड लोन देती है. इसकी एसेट अंडर मैनेजमेंट का करीब 87 फीसदी हिस्सा ऐसे लोन का है, जो 5 लाख रुपये से लेकर 30 लाख रुपये तक के हैं. फाइनेंशियल ईयर 2021 से फाइनेंशियल ईयर 2023 के बीच एयूएम 49.2 फीसदी सालाना बढ़कर 4,942.8 करोड़ रुपये हो गया है. कंपनी का कारोबार 16 राज्यों और 2 केंद्र शासित प्रदेशों के 120 शहरों में फैला है. फाइनेंशियल ईयर 2021 से फाइनेंशियल ईयर 2023 के बीच ग्रॉस लोन बुक 45.3 फीसदी सालाना बढ़कर 4,452.7 करोड़ रुपये हो गई. इस दौरान नेट इंटरेस्ट इनकम 29.2 फीसदी बढ़कर 378.9 करोड़ रुपये हो गई. कंपनी का मुनाफा 32.7 फीसदी सालाना बढ़कर 149.7 करोड़ रुपये हो गया. वहीं कंपनी की एसेट क्वॉलिटी में भी सुधार हो रहा है.
(Disclaimer: स्टॉक पर सलाह ब्रोकरेज हाउस और एक्सपर्ट के द्वारा दी गई है. यह फाइनेंशियल एक्सप्रेस के निजी विचार नहीं हैं. बाजार में जोखिम होते हैं, इसलिए निवेश के पहले एक्सपर्ट की राय लें.)