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कैपिटल के संकट में फंसे निजी क्षेत्र के यस बैंक के भविष्य पर तमाम तरह की अटकलें लगाई जा रही हैं.SBI On Yes Bank Future: कैपिटल के संकट में फंसे निजी क्षेत्र के यस बैंक के भविष्य पर तमाम तरह की अटकलें लगाई जा रही हैं. इस बीच देश के सबसे बड़े सरकारी बैंक स्टेट बैंक आफ इंडिया (SBI) के चेयरमैन रजनीश कुमार का बड़ा बयान आया है. उन्होंने कहा है कि यस बैंक को लेकर जल्द ही कोई समाधान निकाला जा सकता है. ब्लूमबर्ग के अनुसार रजनीश कुमार का कहना है कि यस बैंक मार्केट का बड़ा खिलाड़ी है. मुझे ऐसा लगता है कि बैंक को डूबने नहीं दिया जाएगा. बता दें कि पिछले महीने ही रजनीश कुमार ने कहा था कि यस बैंक खरीदने के लिए हमारे पास पर्याप्त पूंजी नहीं है.
यस बैंक अभी कैपिटल के संकट से जूझ रहा है. बैंक ने पिछले दिनों फंड जुटाने का जो प्लान तैयार किया था, उस पर भी अभी सवालिया निशान लगा हुआ है. रजनीश कुमार का कहना है कि यस बैंक की बैलेंसशीट 4000 करोड़ डॉलर के करीब है. यह मार्केट का बड़ा खिलाड़ी है. मुझे नहीं लगता है कि इसे फेल होन दिया जाएगा. यस बैंक की समस्याओं का जल्द समाधान निकलेगा. फिलहाल रजनीश कुमार के बयान के बाद ऐसा माना जा रहा है कि सरकार जो एसबीआई को कंट्रोल करती है, जल्द ही एसबीआई से इस मामले में कुछ करने को कह सकती है.
1 साल में यस बैंक का शेयर 80% टूटा
पिछले एक साल की बात करें तो यस बैंक में लगातार निगेटिव खबरें हावी रही हैं. चाहे यह पूंजी संकट की हो या मैनेजमेंट की. इन वजहों से बैंक का शेयर पिछले 1 साल में 80 फीसदी टूट चुका है. इस दौरान बैंक का शेयर करीब 200 रुपये के भाव से टूटकर 40 रुपये के करीब आ गया. पिछले साल अक्टूबर में शेयर का भाव गिरकर 30 रुपये से भी नीचे चला गया था. इस दौरान बैंक की एसेट क्वालिटी को लेकर लगातार चिंताएं बढ़ती गई हैं. वहीं, फंड रेजिंग को लेकर भी अनिश्चितता बनी हुई है. हालांकि बैंक मैनेजमेंट लगातार फंड जुटाने की कोशिशों में लगा हुआ है.
पहले SBI ने किया था इनकार
पिछले साल दिसंबर में देश के दो टॉप बैंक अधिकारियों ने कैपिटल के संकट से जूझ रहे यस बैंक का अधिग्रहण करने के लिए कोटक महिंद्रा बैंक को सबसे उपयुक्त बताया था. एक कार्यक्रम में भारतीय स्टेट बैंक के चेयरमैन रजनीश कुमार ने कहा कि मेरा मानना है कि यस बैंक का अधिग्रहण करने के लिए उदय कोटक सबसे उपयुक्त शख्स हैं. इसके लिए काफी पूंजी की जरूरत है, जो उदय के पास है. एक्सिस बैंक के प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्यकारी अधिकारी अमिताभ चौधरी ने कहा कि हम (एक्सिस बैंक) छोटे बैंक हैं. हम यह सुनिश्चित करने की कोशिश कर रहे हैं कि हम बड़े बैंक बने ताकि हम किसी स्तर पर दूसरे बैंकों का अधिग्रहण कर सकें. हमारी जगह उदय कोटक इसके लिए ज्यादा सही हैं.
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