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The RBI, in 2016, had issued directions for compliance by every non-banking financial company (NBFC) undertaking the business of Account Aggregator.
SBI Results : देश के सबसे बड़े बैंक SBI ने बुधवार ( 4 अगस्त, 2021) को अपने फाइनेंशियल रिजल्ट का ऐलान कर दिया. इसके मुताबिक मौजूदा वित्त वर्ष की पहली तिमाही (अप्रैल-जून, 2021) में बैंक के मुनाफे में 55.3 फीसदी का जबरदस्त इजाफा हुआ है. पहली तिमाही में बैंक का नेट प्रॉफिट बढ़ कर 6504 करोड़ रुपये पर पहुंच गया. मार्च तिमाही की तुलना में भी बैंक के नेट प्रॉफिट में इजाफा हुआ है. मार्च तिमाही में बैंक का नेट प्रॉफिट 6451 करोड़ रुपये था.
नेट इंटरेस्ट इनकम भी बढ़ी
भारतीय स्टेट बैंक (SBI) की नेट इंटरेस्ट इनकम (NII) भी पिछले वित्त वर्ष के मुकाबले बढ़ी है. मौजूदा वित्त वर्ष ( 2021-22) की पहली तिमाही में बैंक का NII 3.7 फीसदी बढ़ कर 27,638 करोड़ रुपये पर पहुंच गई. हालांकि घरेलू नेट इंटरेस्ट मार्जिन 9 बेसिस प्वाइंट घट कर 3.15 फीसदी पर आ गया है. नॉन इंटरेस्ट इनकम में 24.3 फीसदी की बढ़ोतरी हुई और यह 11,803 करोड़ रुपये पर पहुंच गया है.
एसबीआई ने एक प्रेस रिलीज कर कहा है कि पिछले वित्त वर्ष की पहली तिमाही की तुलना में मौजूदा वित्त वर्ष की पहली तिमाही में उसका ऑपरेटिंग प्रॉफिट 5.06 फीसदी बढ़ कर 18,975 करोड़ रुपये पर पहुंच गया है. पिछले वित्त वर्ष की पहली तिमाही में उसका ऑपरेटिंग प्रॉफिट 18,061 करोड़ रुपये था. बैंक के CASA डिपोजिट में भी सुधार हुआ है. CASA डिपोजिट पिछले वित्त वर्ष की तुलना में बढ़ कर 16.59 लाख करोड़ रुपये पर पहुंच गया है वहीं CASA ratio 63 बेसिस प्वाइंट बढ़ कर 45.97 फीसदी पर पहुंच गया है.
एनपीए में गिरावट
बैंक के एनपीए (NPA) में 12 बेसिस प्वाइंट की गिरावट आई है और यह 5.32 फीसदी पर आ गया है, वहीं एनपीए रेश्यो 9 बेसिस प्वाइंट घट कर 1.77 फीसदी पर पहुंच गया है. हालांकि पिछली तिमाही की तुलना में एनपीए 34 बेसिस प्वाइंट बढ़ा है. कोरोना की वजह से ज्यादातर बैंकों पर दबाव रहा है. बैंक कर्ज में डिफॉल्ट काफी बढ़ा है. इससे लगभग सभी सार्वजनिक बैंकों का वित्तीय प्रदर्शन प्रभावित हुआ है.