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SEBI ने अमेरिकी ट्रेडिंग कंपनी जेन स्ट्रीट पर लगाया बैन, अवैध तरीके से कमाए गए 4,844 करोड़ वापस करने का दिया आदेश

SEBI action on us trading firm : मार्केट रेगुलेटर सेबी ने अमेरिकी ‘ट्रेडिंग’ कंपनी जेन स्ट्रीट को सिक्योरिटी मार्केट्स से बैन कर दिया है और कंपनी को 4,843.57 करोड़ रुपये के अवैध लाभ को वापस करने का निर्देश दिया है.

SEBI action on us trading firm : मार्केट रेगुलेटर सेबी ने अमेरिकी ‘ट्रेडिंग’ कंपनी जेन स्ट्रीट को सिक्योरिटी मार्केट्स से बैन कर दिया है और कंपनी को 4,843.57 करोड़ रुपये के अवैध लाभ को वापस करने का निर्देश दिया है.

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FE Hindi Desk
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SEBI draft circular, mutual fund scheme categorization

Jane Street : सेबी के अनुसार, 14 एक्सपायरी दिनों में जेन स्ट्रीट ने बैंक निफ्टी फ्यूचर्स में भारी मात्रा में खरीदारी की. Photograph: (File Photo : Reuters)

SEBI bar jane street : मार्केट रेगुलेटर सेबी ने अमेरिकी ‘ट्रेडिंग’ कंपनी जेन स्ट्रीट को सिक्योरिटी मार्केट्स से बैन कर दिया है और कंपनी को 4,843.57 करोड़ रुपये के अवैध लाभ को वापस करने का निर्देश दिया है. कंपनी पर इंडेक्स विकल्पों में भारी मुनाफा कमाने के लिए समाप्ति के दिनों में इंडेक्स स्तर में कथित रूप से हेरफेर करने का आरोप है.

सेबी ने जेएसआई इन्वेस्टमेंट्स, जेएसआई2 इन्वेस्टमेंट्स प्राइवेट लिमिटेड, जेन स्ट्रीट सिंगापुर प्राइवेट लिमिटेड और जेन स्ट्रीट ग्रुप (जेएस ग्रुप) की जेन स्ट्रीट एशिया ट्रेडिंग (ऑनलाइन कारोबार) को बाजार से प्रतिबंधित किया है. सेबी द्वारा पारित अंतरिम आदेश के अनुसार, जेएस ग्रुप की संस्थाओं ने एनएसई के सभी उत्पाद श्रेणियों और सेग्मेंट में 1 जनवरी 2023 से 31 मार्च 2025 तक एनएसई पर इंडेक्स विकल्पों से 43,289 करोड़ रुपये से अधिक का मुनाफा कमाया.

सेबी को जांच में क्या मिला

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भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (SEBI) ने अपनी जांच में पाया कि जेन स्ट्रीट ने शेयर मार्केट में हाई फ्रीक्वेंसी ट्रेडिंग के माध्यम से बाजार को प्रभावित करने की कोशिश की है. विदेशी कंपनी ने मुख्य रूप से बैंक निफ्टी इंडेक्स के ऑप्शन सेगमेंट में बड़े लेवल पर पोजीशन बनाई और फिर कैश और फ्यूचर्स मार्केट में स्टॉक प्राइस को टैंपर किया. मार्केट रेगुलेटर ने आगे कहा कि इंडेक्स ऑप्शन की वीकली एक्सपायरी के दिन भारी मात्रा में बॉइंग करके बैंक निफ्टी के स्टॉक प्राइस को बढ़ाने या स्टैबल करने की कोशिश की. इन हरकतों से इंडेक्स काफी प्रभावित हुआ है और जेन स्ट्रीट को ऑप्शंस मार्केट में भारी प्रॉफिट हुआ है.

कैसे ट्रेडिंग कर रही थी जेन स्ट्रीट 

3 जुलाई को जारी सेबी के आदेश के अनुसार, 14 एक्सपायरी दिनों में जेन स्ट्रीट ने बैंक निफ्टी फ्यूचर्स में भारी मात्रा में खरीदारी की और कैश सेगमेंट में भी बैंक निफ्टी ऑप्शन को बड़ी संख्या में बेचा. यह सब सुबह किया गया. दोपहर के बाद, जेन स्ट्रीट की यूनिट्स, बैंक निफ्टी फ्यूचर्स में बड़ी मात्रा में आक्रामक तरीके से बिकवाली करती थीं और एक्सपायरी के दिनों में इंडेक्स क्लोजिंग को प्रभावित करती थीं.

जेन स्ट्रीट ने ऑप्शन सेगमेंट में 735 करोड़ रुपये का मुनाफा कमाया और कैश और फ्यूचर्स में 61.6 करोड़ रुपये का इंट्राडे लॉस लिया. फिर भी, मैन्युप्लेशन करके एक्सपायरी के दिन इसने 673.4 करोड़ रुपये का सीधा मुनाफा कमाया.

सेबी ने कहा : भरोसा करने लायक नहीं 

सेबी के पूर्णकालिक सदस्य अनंत नारायण जी ने आदेश में कहा कि फरवरी 2025 में एनएसई द्वारा उन्हें जारी किए गए स्पष्ट परामर्श की स्पष्ट अवहेलना करते हुए ऐसा गंभीर व्यवहार स्पष्ट रूप से दर्शाता है कि अधिकतर विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों और अन्य बाजार सहभागियों के विपरीत, जेएस ग्रुप उचित काम नहीं करता है, जिस पर भरोसा किया जा सके या जिस पर भरोसा किया जाना चाहिए.

उन्होंने कहा कि प्रथम दृष्टया ऐसे मजबूत मामले को देखते हुए जेएस ग्रुप को पहले की तरह काम जारी रखने की अनुमति देने से असाधारण पैमाने पर निवेशकों की सुरक्षा को गंभीर खतरा हो सकता है. ऐसे में सेबी का कर्तव्य है कि वह सीधे हस्तक्षेप करे. तदनुसार, सेबी ने जेएस ग्रुप को 4,843.57 करोड़ रुपये के अवैध लाभ को वापस करने का निर्देश दिया.

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