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सेबी ने अपनी जांच में पाया कि इंफोसिस के सॉल्यूशन डिजाइन हेड रमीत चौधरी और विप्रो के केयूर मनियार को इनसाइडर ट्रेडिंग से 2.61 करोड़ रुपये का मुनाफा हुआ था.
Infosys Insider Trading: दिग्गज आईटी कंपनी इंफोसिस (Infosys) में इनसाइ़र ट्रेडिंग के मामले में सेबी ने इंफोसिस और विप्रो के दो कर्मियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की है. सेबी के आदेश के मुताबिक इंफोसिस व विप्रो के एक-एक कर्मी को स्टॉक एक्सचेंज में कारोबार से प्रतिबंधित किया गया है. 27 सितंबर को जारी आदेश के मुताबिक रमित चौधरी और केयूर मनियर पर जुलाई 2020 में इंफोसिस की वैनगार्ड डील में इनसाइडर ट्रेडिंग की थी.
सेबी ने अपनी जांच में पाया कि इंफोसिस के सॉल्यूशन डिजाइन हेड रमीत चौधरी और विप्रो के केयूर मनियार को इनसाइडर ट्रेडिंग से 2.61 करोड़ रुपये का मुनाफा हुआ था. चौधरी और मनियार ने इंफोसिस के शेयरों में इनसाइडर ट्रेडिंग की और पिछले साल जुलाई 2020 में वैनगार्ड के साथ इंफोसिस के रणनीतिक साझेदारी के ऐलान के बाद उन्हें शेयरों की बिक्री से 2.6 करोड़ रुपये का मुनाफा हुआ. पिछले साल 10 जुलाई से 31 जुलाई के बीच इंफोसिस के शेयरों में 20 फीसदी की तेजी आई थी.
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ये है पूरा मामला
- इंफोसिस और वैनगार्ड डील से रमीत चौधरी प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से जुड़े हुए थे और उनके पास सौदे से जुड़ी ऐसी संवेदनशील जानकारियां थीं, जो सार्वजनिक नहीं थी.
- सेबी ने अपनी जांच में पाया कि चौधरी व मनियार एक दूसरे के संपर्क में थे. दोनों पहले विप्रो बीपीएस में मार्च 2012 से दिसंबर 2014 के बीच साथ काम कर चुके थे.
- मनियार को चौधरी से सौदे के बारे में संवेदनशील जानकारियां हासिल हुईं.
- इसके बाद मनियार ने सौदे के ऐलान से पहले F&O सेग्मेंट में इंफोसिस के शेयरों की खरीदारी की.
- सौदे के ऐलान के बाद मनियार ने अपनी पोजिशन को स्क्वॉयर ऑफ कर दिया.
- इस ट्रेडिंग के जरिए महज कुछ ही दिनों में मनियार ने 2.61 करोड़ रुपये बना लिए.
सेबी ने की यह कार्रवाई
अपनी जांच के आधार पर बाजार नियामक ने रमीत चौधरी और केयूर मनियार को अगले आदेश तक शेयरों की खरीद-बिक्री से प्रतिबंधित कर दिया है. इसके अलावा सेबी दोनों के बैंक खाते से 2.6 करोड़ रुपये की राशि जब्त करेगी और इस राशि को एस्क्रो खाते में रखेगी. इसके अलावा फैसले के मुताबिक रमीत चौधरी और केयूर मनियार के बैंक खाते से किसी भी प्रकार की राशि की निकासी के लिए पहले बाजार नियामक सेबी से अनुमति लेना होगा.