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सेबी ने किशोर बियानी और फ्यूचर रिटेल लिमिटेड के कुछ दूसरे प्रमोटर्स को सिक्योरिटी मार्केट से एक साल के लिए बैन कर दिया है.
सेबी ने बुधवार को कहा कि उसने किशोर बियानी और फ्यूचर रिटेल लिमिटेड के कुछ दूसरे प्रमोटर्स को सिक्योरिटी मार्केट से एक साल के लिए बैन कर दिया है. उसने बताया है कि ऐसा उसने कंपनी के शेयरों में इंसाइडर ट्रेडिंग में शामिल होने के लिए किया है. किशोर बियानी, जो फ्यूचर रिटेल लिमिटेड (FRL) के CMD और प्रमोटर हैं, अन्य जिनको बैन का सामना करना पड़ रहा है, वे फ्यूचर कॉरपोरेट रिसोर्सेज प्राइवेट लिमिटेड, अनिल बियानी और FCRL इंप्लॉय वेलफेयर ट्रस्ट हैं.
1 करोड़ का जुर्माना भी लगा
इसके अलावा रेगुलेटर ने किशोर बियानी, अनिल बियानी और फ्यूचर कॉरपोरेट रिसोर्सेज पर प्रत्येक 1 करोड़ रुपये का जुर्माना लगाया है. इसके साथ उन्हें उनके द्वारा बनाए गए गलत तरीके से मुनाफे के लिए 17.78 करोड़ देने के लिए कहा गया है.
इसके आगे फ्यूचर कॉरपोरेट रिसोर्सेज और FCRL इंप्लॉय वेलफेयर ट्रस्ट को उनके द्वारा गलत तरीके से बनाए गए मुनाफे के लिए 2.75 करोड़ देने के लिए निर्देश दिया गया है. अनिल बियानी और फ्यूचर कॉरपोरेट रिसोर्सेज FRL के प्रमोटर्स हैं. इसके साथ दोनों बियानी फ्यूचर कॉरपोरेट रिसोर्सेज के बोर्ड में डायरेक्टर थे. FCRL इंप्लॉय वेलफेयर ट्रस्ट फ्यूचर कॉरपोरेट रिसोर्सेज द्वारा बनाया गया एक ट्रस्ट है.
सेबी ने पड़ताल में लगाया पता
सेबी ने FRL के स्क्रिप में एक पड़ताल की थी जिसमें यह पता लगाना था कि क्या कुछ लोगों और इकाइयों ने 10 मार्च 2017 से 20 अप्रैल 2017 की अवधि के दौरान अनपब्लिश्ड प्राइस सेंसिटिव इन्फॉर्मेशन (UPSI) के आधार पर ट्रेडिंग की थी जो कंपनी के किसी कारोबार के अलग होने से संबंधित थी. UPSI के आधार पर ट्रेडिंग PIT (इंसाइडर ट्रेडिंग पर पाबंदी) के प्रावधानों का उल्लंघन करती है.
FRL ने 20 अप्रैल 2017 को शेयर बाजारों को एक कॉरोपोरेट एलान किया था. यह उसकी बोर्ड मीटिंग के नतीजे से संबंधित है. इसमें बोर्ड ने FRL के कुछ कारोबार को अलग करने की मंजूरी दी थी. यह FRL, ब्लूरॉक ई सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड (BSPL) और प्रैक्सिस हाउस रिटेल लिमिटेड (PHRPL) और उनके संबंधित शेयरधारकों के बीच अरेंजमेंट की कंपोजिट स्कीम के जरिए होगा.