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मार्केट रेगुलेटर सेबी ने लिस्टेड कंपनियों के फाइनेंशियल स्टेटमेंट का फॉरेंसिक ऑडिट करने के लिए 16 इकाइयों को शामिल किया है.
मार्केट रेगुलेटर सेबी ने लिस्टेड कंपनियों के फाइनेंशियल स्टेटमेंट का फॉरेंसिक ऑडिट करने के लिए 16 इकाइयों को शामिल किया है. इसका मकसद धोखाधड़ी को रोकना है. इनमें BDO इंडिया, Ernst & Young और Deloitte Touche Tohmatsu India शामिल हैं.
इसमें शामिल दूसरी इकाइयों में चतुर्वेदी एंड कंपनी, Chokshi & Chokshi LLP, Grant Thornton Bharat LLP, हरिभक्ति एंड कंपनी LLP, KPMG एश्योरेंस एंड कंसल्टिंग सर्विसेज LLP आदि शामिल हैं. नोटिस में आगे कहा गया है कि इसके साथ राजवंशी एंड एसोसिएट्स, रवि रंजन एंड कंपनी एलएलपी, SKVM & कंपनी, सुरेश के झा एंड कंपनी, टीआर चड्ढा एंड कंपनी एलएलपी और वी सिंघी एंड एसोसिएट्स शामिल हैं.
मई में आवेदन आमंत्रित किए थे
सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज बोर्ड ऑफ इंडिया (सेबी) ने मई में योग्य चार्टेड अकाउंटेंट (सीए) कंपनियों से लिस्टेड कंपनियों के फाइनेंशियल स्टेटमेंट के फॉरेंसिक ऑडिट से संबंधित असाइमेंट लेने के लिए आवेदन आमंत्रित किए थे. प्रक्रिया के पूरे होने के बाद, इन सीए कंपनियों को शामिल किया गया है.
हाल के महीनों में, सेबी ने कुछ कंपनियों के फॉरेंसिक ऑडिट का आदेश दिया है. अक्टूबर 2020 में, सेबी ने लिस्टेड कंपनियों से स्टॉक कंपनियों से फॉरेंसिक ऑडिट की शुरुआत को लेकर खुलासा करने के लिए कहा था.
फ्रेमवर्क के तहत, लिस्टेड इकाइयों को फॉरेंसिक ऑडिट की शुरुआत के साथ ऑडिट शुरू करने वाली इकाई का नाम और उसके कारण की जानकारी शेयर बाजार को देनी होगी. इसके अलावा कंपनियों को अंतिम फॉरेंसिक ऑडिट रिपोर्ट के साथ मैनेजमेंट के कमेंट भी बताने होंगे.