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लोकल क्रिप्टोकरेंसी पर बैन की खबरों की बाद एक्सचेंजों में बिकवाली तेज
देश में प्राइवेट क्रिप्टोकरेंसी पर बैन के लिए संसद में बिल लाए जाने की खबर के बाद प्रमुख क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंजों में हड़कंप मच गया. एक्सचेंजों में पैनिक सेलिंग तेज हो गई और इससे इनका वॉल्यूम तीन गुना हो गया. इससे बिटक्वाइन, इथेरियम और दूसरे प्रमुख क्रिप्टोकरेंसी के साथ ही लोकल क्रिप्टोकरेंसी में भी काफी गिरावट देखने को मिली.
24 घंटों के दौरान एक्सचेंजों में बिकवाली बढ़ी
अमूमन 24 घंटे में एक्सचेंज के वॉल्यूम में 15 से 20 फीसदी की बढ़ोतरी देखी जाती है. लेकिन CoinMarketCap के आंकड़ों के मुताबिक पिछले 24 घंटों में एक्सचेंजों के वॉल्यूम में भारी बढ़ोतरी देखी गई. Unocoin के वॉल्यूम में 318 फीसदी बढ़ोतरी दर्ज हुई और यहां 2,155,656 डॉलर के क्रिप्टो की ट्रेडिंग हुई. इसी तरह Zebpay का वॉल्यूम 145 फीसदी बढ़ गया ( 239,243 डॉलर) , CoinDCX का वॉल्यूम 106 फीसदी (205,259,463 डॉलर) बढ़ा. WazirX में वॉल्यूम 178 फीसदी ( 364,587,465 डॉलर) बढ़ा. Bitbns का वॉल्यूम 72 फीसदी ( 58,127,681) फीसदी बढ़ा.
दरअसल बुधवार को सरकार की ओर से प्राइवेट क्रिप्टोकरेंसी पर बैन के लिए संसद के शीतकालीन सत्र में बिल लाए जाने की खबर बाद एक्सचेंजों में बिकवाली का यह दौर दिख रहा था.पीटीआई की रिपोर्ट के मुताबिक क्रिप्टोकरेंसी पर इसी साल बजट सत्र में बिल पेश किया जाना था. इस बिल में सभी प्राइवेट क्रिप्टोकरेंसी को बैन करने का प्रावधान था. इसी साल अगस्त में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा था कि इस बिल को कैबिनेट की मंजूरी का इंतजार है. हालांकि आरबीई के गवर्नर शक्तिकांत दास कई बार कह चुके हैं क्रिप्टोकरेंसी देश के वित्तीय सिस्टम के लिए गंभीर खतरा है.
पीएम मोदी भी क्रिप्टोकरेंसी के 'खतरों' के बारे में कर चुके हैं आगाह
पिछले सप्ताह सिडनी डायलॉग में पीएम नरेंद्र मोदी ने भी चेतावनी देते हुए कहा था कि इस सेक्टर को यह सुनिश्चित करना होगा कि क्रिप्टो गलत हाथ में न पड़ जाए. पीएम ने कहा था कि सभी लोकतांत्रिक देश मिल कर यह सुनिश्चित करें कि यह गलत हाथों में न पड़ जाए.अगर ऐसा हुआ तो यह हमारे युवाओं को बरबाद कर सकता है.
(Report: Sandeep Soni)