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शेयर बाजारों की दिशा इस हफ्ते कंपनियों के तिमाही नतीजों, मैक्रो इकोनॉमिक डेटा और वैश्विक रुख से तय होगी.
Market Outlook in Hindi: शेयर बाजारों की दिशा इस हफ्ते कंपनियों के तिमाही नतीजों, मैक्रो इकोनॉमिक डेटा और वैश्विक रुख से तय होगी. विश्लेषकों ने यह राय जताई है. सरकार इस हफ्ते जून महीने के औद्योगिक उत्पादन (IIP) और जुलाई के मुद्रास्फीति के आंकड़े जारी करेगी. भारतीय रिजर्व बैंक ने चालू वित्त वर्ष के लिए खुदरा मुद्रास्फीति के अनुमान को 5.1 फीसदी से बढ़ाकर 5.7 फीसदी कर दिया है. आपूर्ति दबाव और कच्चे तेल की कीमतों में बढ़त की वजह से केंद्रीय बैंक ने अपने अनुमान को बढ़ाया है. हालांकि, कोरोना वायरस की दूसरी लहर कमजोर पड़ने के बाद रिजर्व बैंक ने चालू वित्त वर्ष के लिए अपने 9.5 फीसदी की वृद्धि दर के अनुमान को बरकरार रखा है.
क्या कहते हैं एक्सपर्ट्स?
सैमको सिक्योरिटीज की इक्विटी शोध प्रमुख निराली शाह ने कहा कि इस हफ्ते सभी की निगाह महत्वपूर्ण आर्थिक आंकड़ों और कंपनियों के तिमाही नतीजों पर रहेगी. हालांकि, बाजार की धारणा मजबूत रहने की उम्मीद है. लेकिन औद्योगिक उत्पादन के आंकड़े, मुद्रास्फीति और विनिर्माण उत्पादन बाजार की दिशा को प्रभावित करेगा. इस हफ्ते MRF, एमटेक ऑटो, जिंदल स्टील एंड पावर लिमिटेड, ल्यूपिन, आयशर मोटर्स, टाटा स्टील, ग्रासिम इंडस्ट्रीज, NBCC और ONGC के तिमाही नतीजे आने हैं.
जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा कि इस हफ्ते सभी की निगाह जुलाई के मुद्रास्फीति और जून के औद्योगिक उत्पादन के आंकड़ों पर रहेगी. इसके अलावा विदेशी संस्थागत निवेशकों के निवेश के रुख, ब्रेंट कच्चे तेल के दाम और रुपये का उतार-चढ़ाव भी बाजार की दिशा तय करेगा.
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बीते हफ्ते बीएसई का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 1,690.88 अंक या 3.21 फीसदी के लाभ में रहा. 5 अगस्त को सेंसेक्स 54,717.24 अंक के अपने सर्वकालिक उच्च स्तर पर पहुंचा.
रिलायंस सिक्योरिटीज के रणनीति प्रमुख विनोद मोदी ने कहा कि मानसून की प्रगति, तिमाही नतीजे और कोविड-19 से संबंधित घटनाक्रम भी आने वाले दिनों में बाजार की दिशा तय करेंगे.