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सिगाची इंडस्ट्रीज के शेयर बीएसई पर 163 रुपये के आईपीओ प्राइस के मुकाबले 575 रुपये के भाव पर लिस्ट हुए हैं यानी कि निवेशकों को 253 फीसदी लिस्टिंग गेन मिला. (Image- Reuters)
Sigachi Industries Listing: माइक्रोक्रिस्टलाइन सेलुलोज बनाने वाली कंपनी सिगाची इंडस्ट्रीज की इक्विटी मार्केट में धमाकेदार एंट्री हुई है. इसके शेयर बीएसई पर 163 रुपये के आईपीओ प्राइस के मुकाबले 575 रुपये के भाव पर लिस्ट हुए हैं यानी कि निवेशकों को 253 फीसदी लिस्टिंग गेन मिला. कारोबार शुरू होने के कुछ ही देर में यह 603.75 रुपये के भाव पर पहुंच गया यानी कि निवेशकों का लिस्टिंग गेन 270 फीसदी पर पहुंच गया. अधिकतर मार्केट एक्सपर्ट्स के मुताबिक निवेशकों को प्रॉफिट बुक करना चाहिए और नए निवेशकों को अभी प्राइस करेक्शन का इंतजार करने की सलाह दी गई है.
आईपीओ को लेकर निवेशकों की शानदार प्रतिक्रिया
एनालिस्ट का मानना है कि मजबूत फंडामेंटल और आकर्षक वैल्यूएशन के दम पर सिगाची इंडस्ट्रीज की आज शानदार शुरुआत हुई है. इसका आईपीओ वित्त वर्ष 2021 की आय के मुकाबले 16 गुने भाव पर था. निवेशकों से इस इश्यू को शानदार प्रतिक्रिया मिली थी और 125.43 करोड़ रुपये के इस पब्लिक इश्यू को 101.91 गुना सब्सक्रिप्शन हासिल हुआ था. आईपीआ आने से पहले कंपनी ने एंकर निवेशकों से 37.62 करोड़ रुपये जुटाए थे.
मार्केट एक्सपर्ट्स की ये है राय
- टिप्स2ट्रेड्स के को-फाउंडर और ट्रेनर एआर रामचंद्रन के मुताबिक कंपनी का वैल्यूएशन न सिर्फ इसके पियर्स बल्कि हाल ही में लिस्ट हुई कंपनियों के मुकाबले आकर्षक वैल्यू पर है लेकिन इसके बावजूद निवेशकों को अपनी होल्डिंग्स से कुछ शेयरों की बिक्री कर प्रॉफिट बुक करनी चाहिए. रामचंद्रन के मुताबिक किसी भी स्टॉक के लिस्टिंग गेन पर मुनाफा बुक करने की रणनीति अपनानी चाहिए. रामचंद्रन ने कहा कि महंगाई के दबाव के चलते मार्केट आउटलुक कमजोर दिख रहा है तो ऐसे में निवेशकों को प्रॉफिट बुक कर इसके भाव में गिरावट आने पर और खरीदारी करनी चाहिए.
- जिन निवेशकों को आईपीओ के जरिए शेयर मिले हैं, उन्हें ट्रेडिंगो के फाउंडर पार्थ न्याती ने सलाह दी है कि इस स्टॉक को 480 रुपये के स्टॉप लॉस पर होल्ड करना चाहिए. उन्होंने नए निवेशकों को अभी निवेश की बजाय भाव में गिरावट आने पर पैसे लगाने की सलाह दी है.
- प्रोफिशिएंट इक्विटीज के फाउंडर और डायरेक्टर मनोज डालमिया के मुताबिक लिस्टिंग गेन 100 फीसदी से अधिक है तो ऐसे में प्रॉफिट बुक किया जा सकता है. हालांकि आने वाले समय में आय बढ़ने पर इसके भाव में मजबूती की संभावना दिख रही है.
उत्पादन क्षमता को बढ़ाने में होगा पैसों का इस्तेमाल
सिगाची इंडस्ट्रीज माइक्रोक्रिस्टलाइन सेलुलोज (MCC) बनाने वाली दिग्गज कंपनी है. इसके विभिन्न प्रकार के इंडस्ट्री वर्टिकल्स हैं. एमसीसी का इस्तेमाल फार्मा, फूड, न्यूट्रासियूटिकल्स और कॉस्मेटिक इंडस्ट्री में किया जाता है. अभी यह कंपनी हैदराबाद व गुजरात में स्थित प्लांट्स में 59 विभिन्न ग्रेड के माइक्रोक्रिस्टलाइन सेलुलोज बनाती है. आईपीओ के जरिए जुटाए गए पैसों से कंपनी गुजरात के दहेज व झगड़िया में अपनी उत्पादन क्षमता को बढ़ाने और आम कॉरपोरेट उद्देश्यों के लिए करेगी.
(आर्टिकल: सुरभि जैन)
(स्टोरी में दिए गए स्टॉक रिकमंडेशन संबंधित रिसर्च एनालिस्ट व ब्रोकरेज फर्म के हैं. फाइनेंशियल एक्सप्रेस ऑनलाइन इनकी कोई जिम्मेदारी नहीं लेता. पूंजी बाजार में निवेश जोखिमों के अधीन हैं. निवेश से पहले अपने सलाहकार से जरूर परामर्श कर लें.)