/financial-express-hindi/media/post_banners/B4EdI1wL19o49Mr7o1TM.jpg)
सिंगापुर की सॉवरेन वेल्थ फंड GIC रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड की रिलायंस रिटेल वेंचर्स लिमिटेड (RRVL) में 1.22 फीसदी हिस्सेदारी खरीदने के लिए 5,512.5 करोड़ रुपये का निवेश करेगी.
सिंगापुर की सॉवरेन वेल्थ फंड GIC रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड की रिलायंस रिटेल वेंचर्स लिमिटेड (RRVL) में 1.22 फीसदी हिस्सेदारी खरीदने के लिए 5,512.5 करोड़ रुपये का निवेश करेगी. भारतीय कंपनी ने शनिवार को बयान में यह बात कही. यह RRVL तीन दिन से कम समय में ऐसी चौथी डील है.
बयान में कहा गया है कि निवेश ने RRVL का मूल्य 4.285 लाख करोड़ रुपये की प्री-मनी इक्विटी वैल्यू है.
मुबाडाला ने किया था 6,247.5 करोड़ निवेश का एलान
RIL ने गुरुवार को एलान किया था कि अबु धाबी में आधारित सॉवरेन वेल्थ फंड मुबाडाला इनवेस्टमेंट कंपनी उसके रिटेल कारोबार में 1.4 फीसदी हिस्सेदारी खरीदने के लिए 6,247.5 करोड़ का निवेश करेगी. बुधवार को ग्लोबल इक्विटी फर्म जनरल एटलांटिक ने कंपनी में 3,675 करोड़ रुपये देकर 0.84 फीसदी की हिस्सेदारी ली थी. इसके साथ अमेरिका की PE इन्वेस्टर सिल्वर लेक ने 1,875 करोड़ का दूसरा निवेश किया है, जिससे रिलायंस रिटेल में उसका कुल डाला गया निवेश 9,375 करोड़ रुपये का हो गया और हिस्सेदारी 2.13 फीसदी है.
इससे पहले KKR ने कंपनी में 5,550 करोड़ में 1.28 फीसदी हिस्सेदारी ली थी.
डेट फंड 2020: अक्टूबर में निवेश के लिए चुनें ये स्कीम, इमरजेंसी में नहीं होगी पैसों की कमी
रियायंस इंडस्ट्रीज का रिटेल कारोबार पर फोकस
इस पर प्रतिक्रिया देते हुए रियायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन और मैनेजिंग डायरेक्टर मुकेश अंबानी ने कहा कि वे खुश हैं कि GIC, जिसका दुनिया भर में लंबी अवधि के निवेश का करीब चार दशक का ट्रैक रिकॉर्ड है, वह रिलायंस रिटेल के साथ उसके भारत के रिटेल कारोबार को बदलने के मिशन में समझौता कर रहा है. उन्होंने कहा कि GIC का ग्लोबल नेटवर्क और लंबी अवधि के समझौता का ट्रैक रिकॉर्ड भारतीय रिटेल के बदलाव की कहानी के लिए अमूल्य है.
इसके आगे मुकेश अंबानी ने कहा कि यह निवेश उनकी रणनीति और भारत की क्षमता का मजबूत प्रचार है.
GIC के चीफ एग्जीक्यूटिव ऑफिसर Lim Chow Kiat ने कहा कि इस नए निवेश के जरिए कंपनी रिलायंस रिटेल को भारतीय रिटेल बाजार में मजबूत सेक्यूलर ग्रोथ के लिए पॉजिशन कर पाएगी. ट्रांजैक्शन रेगुलेटरी और दूसरे कस्टमरी मंजूरी के बाद होगा.