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सॉवरेन गोल्ड बांड की मई सीरीज को रिकॉर्ड सब्सक्रिप्शन मिला है. मई सीरीज में सरकार ने 1168 करोड़ रुपये कमाए.
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सोने में इस साल रिकॉर्ड तेजी बनी हुई है. एमसीएक्स पर सोना 47056 रुपये प्रति 10 ग्राम के भाव पर ट्रेड कर रहा है. इस साल अबतक की बात करें तो सोने मे 17 फीसदी के करीब तेजी आ चुकी है. एक्सपर्ट सोने में इस साल दिवाली तक 50000 रुपये तक की तेजी आने की उम्मीद कर रहे हैं. सोने में मजबूत सेंटीमेंट देखकर ही सरकार ने सितंबर तक सॉवरेन गोल्ड बांड (Sovereign Gold Bond) की 6 सीरीज लाए जाने का फैसला किया है, जिसकी दूसरी सीरीज को रिकॉर्ड सब्सक्रिप्शन मिला है. आरबीआई के आंकड़ों के मुताबिक गोल्ड बांड की मई सीरीज में सरकार ने करीब 25 लाख यूनिट सेल की, जिससे कुल 1168 करोड़ रुपये सरकार ने कमा लिए. फिलहाल अगर आप मई सीरीज में गोल्ड बांड में निवेश करने से चूक गए तो 8 जून से आपको फिर इसमें निवेश का मौका मिलेगा.
मई सीरीज में रिकॉर्ड बिक्री
सरकार ने मई महीने में सॉवरेन गोल्ड बांड के जरिए 25 लाख यूनिट बेचकर 1168 करोड़ रुपये की कमाई की है. इससे पहले अक्टूबर 2016 में सबसे ज्यादा 1082 करोड़ का गोल्ड बांड सरकार ने बेचा था. मई सीरीज में गोल्ड बॉन्ड को 11 से 15 मई के बीच सब्सक्रिप्शन के लिए खोला गया था, जिसमें एक यूनिट का भाव 4590 रुपये था. आनलाइन खरीदने पर 500 रुपये प्रति 10 ग्राम या 50 रुपये प्रति ग्राम की छूट थी. गोल्ड बांड के अप्रैल सीरीज में सरकार को 822 करोड़ रुपये की कमाई हुई थी. अबतक कुल 39 इश्यू जारी हो चुके हैं.
कब-कब जारी होगी अगली सीरीज
तीसरी सीरीज: 8 जून से लेकर 12 के बीच सब्सक्रिप्शन लिया जा सकता है. इसकी किस्त 16 जून को जारी की जाएगी.
चौथी सीरीज: 6 जुलाई से लेकर 10 जुलाई के बीच सब्सक्रिप्शन लिया जा सकता है. इसकी किस्त 14 जुलाई को जारी की जाएगी.
पांचवीं सीरीज: 3 अगस्त से लेकर 7 अगस्त के बीच सब्सक्रिप्शन लिया जा सकता है. इसकी किस्त 11 अगस्त को जारी की जाएगी.
छठी सीरीज: 31 अगस्त से लेकर 4 सितंबर के बीच सब्सक्रिप्शन लिया जा सकता है. इसकी किस्त 8 सितंबर को जारी की जाएगी.
गोल्ड बांड क्यों बेहतर विकल्प
केडिया कमोडिटी के डायरेक्टर अजय केडिया का कहना है कि कोरोना महामारी ने दुनियाभर की अर्थव्यवस्थाओं को पटरी से उतार दिया है. दुनियाभर में मंदी जैसी स्थिति है. दुनियाभर के सेंट्रल बैंक ब्याज दरें घटा रहे हैं और सोना खरीद रहे हैं. अर्थव्यवस्था को लेकर अनिश्चितता है, ऐसे में आगे भी सोना सेफ हैवन बना रहेगा, जबतक कि अर्थ्व्यवस्थाओं में रिकवरी न शुरू हो जाए. उम्मीद है कि दिवाली तक सोना 50 हजार का भाव छू लेगा. ऐसे में गोल्ड बांड के जरिए सोने में निवेया बेहतर विकल्प है.
गोल्ड बांड में सोने में आने वाली तेजी का फायदा तो मिलता ही है. इस पर सालाना 2.5 फीसदी ब्याज भी मिलता है. ब्याज निवेशक के बैंक खाते में हर 6 महीने पर जमा किया जाएगा. अंतिम ब्याज मूलधन के साथ मेच्योरिटी पर दिया जाता है. मेच्योरिटी पीरियड 8 साल है, लेकिन 5 साल, 6 साल और 7 साल का भी विकल्प होता है. अगर सोने के बाजार मूल्य में गिरावट आती है तो कैपिटल लॉस का खतरा भी हो सकता है.
कहां से खरीद सकते हैं
गोल्ड बॉन्ड को ऑनलाइन खरीद सकते हैं. इसके अलावा इसकी बिक्री बैंकों, स्टॉक होल्डिंग कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड (एसएचसीआईएल), चुनिंदा डाकघरों और एनएसई व बीएसई जैसे स्टॉक एक्सचेंज के जरिए भी होगी.