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For the whole of FY21, the lender reported a consolidated net profit of Rs 1,724.95 crore as against Rs 1,480.30 crore reported in the year-ago period
SGB vs Physical Gold vs Gold ETF: केंद्र सरकार ने मई 2021 से सितंबर 2021 के बीच Sovereign Gold Bond Scheme 2021-22 के तहत गोल्ड बांड्स को छह किस्तों में जारी करने का फैसला किया है. इसका पहला ट्रेंच 17 मई को सब्सक्रिप्शन के लिए खुलेगा, जिसके लिए इश्यू प्राइस 4777 रुपये प्रति ग्राम तय किया गया है. ऑनलाइन मोड से आवेदन और पेमेंट करने पर 50 रुपये प्रति ग्राम का डिस्काउंट भी मिलेगा.
गोल्ड बांड को लेकर यह धारणा है कि गोल्ड में निवेश करने का यह सबसे बेहतर विकल्प है, लेकिन यह कितना फायदेमंद है, इसका आकलन करना जरूरी है. 17 मई से खुल रहे गोल्ड बांड के लिए इश्यू प्राइस 4777 रुपये रखी गई है, यानी दस ग्राम के लिए इसकी कीमत 47,770 रुपये होगी. गोल्ड बांड, फिजिकल गोल्ड और गोल्ड ईटीएफ में तुलना करने के लिए हमें देखना होगा कि हमें इनमें से हर तरह के निवेश पर 8 साल बाद कितना रिटर्न मिलेगा. यहां आठ साल इसलिए लिया गया है क्योंकि गोल्ड बांड का मैच्योरिटी पीरियड 8 साल है.
फिजिकल गोल्ड
- 8 साल पहले गोल्ड के भाव 29,600 रुपये थे, जो इस समय करीब 47,700 के आस-पास है. यानी पिछले 8 वर्ष में गोल्ड पर करीब 60 फीसदी का रिटर्न मिला. अगर यही ट्रेंड आगे भी जारी रहा तो आठ साल में 10 ग्राम गोल्ड के भाव 76,320 रुपये के करीब होने चाहिए.
- आप गोल्ड किस फॉर्म में खरीदते है उसका रिटर्न पर थोड़ा असर पड़ सकता है. मसलन अगर गोल्ड बार खरीदा है तो बेचते समय उसकी वैल्यू आपको बेहतर मिलेगी, लेकिन अगर आपने सोना ज्वैलरी के रूप में खरीदा है, तो बेचते समय आपको उसके पूरे वज़न की बजाय शुद्धता के आधार पर कम कीमत मिल सकती है.
- गहने बेचने पर उसमें मेकिंग चार्जेज प्लस जीएसटी भी कट जाएगा, यानी किसी भी हाल में 76,320 रुपये का रिटर्न नहीं मिलेगा.
- इसके अलावा रिटर्न पर लांग टर्म या शॉर्ट टर्म कैपिटल गेन्स टैक्स भी लगेगा.
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Gold ETF
- गोल्ड ईटीएफ में पिछले ट्रेंड को देखें तो 8 साल पहले किए गए निवेश पर करीब 6.4 फीसदी (एसबीआई गोल्ड ईटीएफ) का एनुअलाइज्ड रिटर्न मिला है.
- अगर यही ट्रेंड जारी रहा तो अगले आठ साल में 47,700 के निवेश की वैल्यू करीब 78,400 रुपये हो जाएगी .
- ईटीएफ पर टैक्स भी देना होगा और एक्सपेंस रेशियो भी चुकाना होगा. ऐसे में इस पर मिलने वाला रिटर्न कम हो सकता है.
- ईटीएफ में निवेश पर इंडेक्सेशन का लाभ भी मिलता है. यह फायदा सिर्फ ईटीएफ में मिलता है.
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SGB Bond
- एसजीबी बांड पर सालाना 2.5 फीसदी की दर से ब्याज मिलेगा. यानी 47,700 रुपये के निवेश पर हर साल 1192.50 रुपये और 8 साल में कुल मिलाकर 9,540 रुपये ब्याज के तौर पर मिल जाएंगे. हालांकि इस पर स्लैब के हिसाब से टैक्स चुकाना होगा.
- 8 साल की मेच्योरिटी के समय निवेश की वैल्यू 76,320 रुपये हो जाएगी जिस पर टैक्स नहीं चुकाना होगा.
- इस तरह एसजीबी बांड में निवेश किए गए 47,700 रुपये 8 साल में ब्याज मिलाकर 85,860 रुपये हो जाएंगे. इसमें सिर्फ ब्याज के 9540 रुपये पर ही टैक्स देनदारी बनेगी. साफ है कि इस स्कीम में आपका रिटर्न फिजिकल गोल्ड और गोल्ड ईटीएएफ, दोनों से ज्यादा रहेगा.
SGB को लेकर कुछ नियम
- इन बांड्स में न्यूनतम निवेश 1 ग्राम गोल्ड के बराबर है. इंडिविजुअल को अधिकतम 4 किलो, एचयूएफ को भी 4 किलो और ट्रस्ट्स व ट्रस्ट जैसे दूसरे संस्थानों को एक वित्त वर्ष में अधिकतम 20 किलो गोल्ड के बराबर निवेश करने की अनुमति है.
- बांड की मैच्योरिटी अवधि 8 वर्ष की है, जिसमें 5 साल के बाद अगले इंटेरेस्ट पेमेंट डेट्स पर एग्जिट करने का विकल्प मिलता है.
इसके लिए केवाईसी के वही नियम लागू हैं जो फिजिकल गोल्ड के लिए हैं.
- गोल्ड बांड मेच्योरिटी पर टैक्स फ्री होता है. इसमें एक्सपेंस रेश्यो कुछ भी नहीं है.
- भारत सरकार द्वारा समर्थित होने से डिफॉल्ट का खतरा नहीं है.
(आईआईएफल सिक्योरिटीज के वाइस प्रेसिडेंट- कमोडिटीज एंड रिसर्च- अनुज गुप्ता और टैक्स एंड इंवेस्टमेंट एक्सपर्ट बलवंत जैन से बातचीत पर आधारित)