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स्क्वॉयर यार्ड्स के प्लेटफॉर्म पर देश के 10 बड़े शहरों में किसी प्रोजेक्ट या लोकलिटी में आवासीय संपत्तियों की रजिस्टर्ड बिक्री या लीज के ट्रांजैक्शन की कीमतें जान सकेंगे. (Image- Pixabay)
Prices of Registered Property Transactions on Square Yards:अब आप घर बैठे ही अपने शहर या अपने आस-पास कोई प्रॉपर्टी कितने में खरीदी गई या लीज पर ली गई, इसकी जानकारी पा सकेंगे. रीयल एस्टेट और मॉर्गेज के लिए देश के सबसे इंटीग्रेटेड प्लेटफॉर्म स्क्वॉयर यार्ड्स (Square Yards) ने अपने प्लेटफॉर्म पर एक खास डेटा इंटेलीजेंस फीचर पेश किया है. इस प्रॉपटेक फर्म के प्लेटफॉर्म पर देश के 10 बड़े शहरों में किसी प्रोजेक्ट या लोकलिटी में आवासीय संपत्तियों की रजिस्टर्ड बिक्री या लीज के ट्रांजैक्शन की कीमतें जान सकेंगे. स्क्वॉयर यार्ड्स द्वारा जारी बयान के मुताबिक यह सरकारी के रजिस्ट्रेशन डेटा के हिसाब से वास्तविक कीमतें होंगी. कंपनी के प्लेटफॉर्म पर देश के टॉप 10 शहरों के 1.4 लाख बिल्डिंग्स/प्रोजेक्ट्स के लिए उपलब्ध हैं यानी करीब 56 लाख ट्रांजैक्शन का डेटा यहां यहां पा सकेंगे.
सभी देख सकेंगे यह डेटा
स्क्वॉयर यार्ड्स के फाउंडर और सीईओ तनुज शोरी के मुताबिक दशकों से रीयल एस्टेट कस्टमर्स यानी प्रॉपर्टी खरीदने वालों को कीमतों के बारे में अंदाजा नहीं रहा है जिसके चलते उन्हें मोलभाव में बहस करनी पड़ती है. उन्हें जिस हिसाब से बताया जाता है, उसके हिसाब से वे अंधेरे में अनुमान से मोलभाव करते थे. अब स्क्वॉयर यार्ड्स के नए फीचर से इसका भरोसेमंद और वास्तविक डेटा ऑनलाइन उपलब्ध होगा. इसका एक्सेस खरीदार, बेचने वाले, मकान मालिकों और किराएदारों को मिलेगा.
वित्त वर्ष 2021 में 6100 करोड़ रुपये की बेची प्रॉपर्टीज
स्क्वॉयर यार्ड्स देश की सबसे बड़ी हाउसिंग और होम लोन ब्रोकरेज फर्मों में शुमार है. यह ग्राहकों को रीयल एस्टेट प्रॉपर्टी की तलाश करने, ट्रांजैक्शन, होम लोन, रेंटल्स, प्रॉपर्टी मैनेजमेंट और पोस्ट सेल्स सर्विसेज में मदद करती है. कंपनी ने अपनी सर्विस क्षमता को मजबूत करने कि लिए एजुरो, प्रॉप्सएएमसी और प्रॉपवीआर का अधिग्रहण किया है और दिसंबर 2021 में सूत्रों के हवाले से पता चला था कि यह 1500 करोड़ रुपये का आईपीओ लाने वाली है. कंपनी ने अब तक 12.5 करोड़ डॉलर (933.64 करोड़ रुपये) जुटाए हैं जिसमें से 6 करोड़ डॉलर (448.15 करोड़ रुपये) इक्विटी के रूप में है. कंपनी को वित्त वर्ष 2020-21 में 250 करोड़ रुपये का रेवेन्यू हासिल हुआ था. इसनें पिछले वित्त वर्ष में बिल्डर्स के बिहाफ पर 6100 करोड़ रुपये की प्रॉपर्टीज की बिक्री की थी और 1900 करोड़ रुपये के कर्ज में मदद की थी.