/financial-express-hindi/media/post_banners/W5y7Q1iz0Qnnzkwp7HF1.jpg)
Stock Market: आज 2 अक्टूबर को महात्मा गांधी जयंती पर शेयर बाजार में कारोबार नहीं होगा. (pixabay)
Stock Market Shut Today: आज 2 अक्टूबर को देशभर में महात्मा गांधी जयंती मनाई जा रही है. इस मौके पर शेयर बाजार में कारोबार नहीं होगा. आज नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) और बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) दोनों इंडेक्स बंद रहेंगे. इक्विटी, इक्विटी डेरिवेटिव, इंटरेस्ट रेट डेरिवेटिव और करंसी डेरिवेटिव में कोई कारोबार नहीं होगा, जबकि सिक्योरिटीज लेंडिंग और बॉरोइंग भी सोमवार को नहीं होगा. दूसरी ओर मेटल और बुलियन समेत होलसेल कमोडिटी मार्केट भी आज बंद रहेंगे. स्टॉक मार्केट में मंगलवार को सामान्य कारोबार शुरू होगा.
शुक्रवार को बाजार में रही थी तेजी
इसके पहले शुक्रवार यानी 29 अक्टूबर को शेयर बाजार बढ़त पर बंद हुए थे. सेंसेक्स में 320 अंकों की बढ़त रही है और यह 65828 के लेवल पर बंद हुआ. जबकि निफ्टी 115 अंक मजबूत होकर 19,638 के लेवल पर बंद हुआ. निफ्टी पर बैंक, फाइनेंशियल, मेटल, ऑटो, एफएमसीजी, फार्मा और रियल्टी इंडेक्स हरे निशान में बंद हुए, जबकि आईटी इंडेक्स लाल निशान में. हैवीवेट शेयरों में खरीदारी देखने को मिली थी. सेंसेक्स 30 के 20 शेयर हरे निशान में तो 10 लाल निशान में बंद हुए. टॉप गेनर्स में NTPC, TATAMOTORS, SUNPHARMA, TATASTEEL, SBI शामिल थे, जबकि टॉप लूजर्स में INFY, HCLTECH, TECHM, TCS, TITAN, POWERGRID शामिल थे.
बाजार की किन बातों पर रहेगी नजर
इस हफ्ते निवेशकों की नजर रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया की मॉनेटरी पॉलिसी पर होगी. आरबीआई मॉनेटरी पॉलिसी कमेटी की बैठक 4 अक्टूबर से शुरू होगी. तीन दिनों तक चलने वाली इस बैठक के नतीजों का एलान 6 अक्टूबर को होगा. इसके अलावा इस हफ्ते मैन्युफैक्चरिंग और सर्विस सेक्टर के लिए परचेजिंग मैनेजर्स इंडेक्स यानी पीएमआई (PMI) के आंकड़े आने हैं. वाहन कंपनियों के मंथली सेल्स के आंकड़ों की भी घोषणा से बाजार ड्राइव होगा. कोटक सिक्योरिटीज लिमिटेड के रिटेल रिसर्च हेड श्रीकांत चौहान ने कहा कि जहां ग्लोबल इंडीकेटर्स बाजार के लिए अहम होंगे, वहीं आरबीआई पॉलिसी पर बाजार की निगाहें रहेंगी. . हालांकि, बाजार ब्याज दरों के स्टेबल रहने की उम्मीद कर रहा है, लेकिन डॉलर इंडेक्स की मजबूती और बॉन्ड यील्ड के अलावा कच्चे तेल के दाम निवेशकों की चिंता का विषय बने हुए हैं. इसके अलावा, सितंबर में भारत सहित उभरते बाजारों में विदेशी संस्थागत निवेशकों (FII) की सतत बिकवाली ने बाजार को प्रभावित किया है.
स्वस्तिका इन्वेस्टमार्ट लिमिटेड के सीनियर टेक्निकल एनालिस्ट प्रवेश गौर ने कहा कि बाजार की नजरें रिजर्व बैंक की मॉनेटरी पॉलिसी पर रहेगी. बाजार भागीदारों की नजर डॉलर के मुकाबले रुपये की चाल और कच्चे तेल की कीमतों पर भी रहेगी. विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) और घरेलू संस्थागत निवेशकों (DII) का रुख भी बाजार के लिए महत्वपूर्ण रहेगा. जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के मुख्य निवेश रणनीतिकार वी के विजयकुमार ने कहा कि विदेशी पोर्टफोलियो निवेशक (एफपीआई) सितंबर में लगातार बिकवाल बने रहे. डॉलर के लगातार मजबूत रहने से एफपीआई ने भारतीय बाजार में बिकवाली की. कच्चे तेल का दाम 97 डॉलर प्रति बैरल के पास है. इन सब कारकों ने भी एफपीआई की बिकवाली को बढ़ावा दिया है.