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Share Market: आरबीआई द्वारा रेपो रेट न बढ़ाए जाने के फैसले को शेयर बाजार ने पॉजिटिव लिया है.
Sensex, Nifty Closing: आरबीआई द्वारा रेपो रेट न बढ़ाए जाने के फैसले को शेयर बाजार ने पॉजिटिव लिया है. रेपो रेट के एलान के बाद बाजार लासल निशान से हरे निशान में आ गया, वहीं क्लोजिंग भी बढ़त के साथ हुई है. आज के कारोबार में सेंसेक्स और निफ्टी दोनों इंडेक्स मजबूत बंद हुए हैं. सेंसेक्स में करीब 150 अंकों की तेजी देखने को मिली है. जबकि निफ्टी 17600 के करीब बंद हुआ है. आरबीआई ने रेपो रेट को 6.50 फीसदी पर बरकरार रखा है, वहीं जीडीपी ग्रोथ अनुमान को 10 अंक बढ़ा दिया है. फिलहाल सेंसेक्स में 144 अंकों की तेजी रही है और यह 59833 के लेवल पर बंद हुआ है. जबकि निफ्टी 42 अंक बढ़कर 17599 के लेवल पर बंद हुआ है.
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आज के कारोबार में रियल्टी शेयरो में खरीदारी देखने को मिली है. रियल्टी इंडेक्स 2 फीसदी से ज्यादा मजबूत हुआ है. वहीं ऑटो, फाइनेंशियल, मेटल और फार्मा इंडेक्स भी हरे निशान में बंद हुए हैं. जबकि IT और FMCG इंडेक्स में कमजोरी देखने को मिली है. आज हैवीवेट शेयरों में खरीदारी देखने को मिली है. सेंसेक्स 30 के 10 शेयर हरे निशान में तो 17 हरे निशान में बंद हुए हैं. आज के टॉप गेनर्स में BAJFINANCE, TATAMOTORS, SUNPHARMA, M&M, INDUSINDBK, HDFC, LT, SBI शामिल हैं. जबकि टॉप लूजर्स में HCLTECH, AXISBANK, ICICIBANK, TECHM, TITAN, WIPRO, TATASTEEL शामिल हैं.
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रेपो रेट बढ़कर में बदलाव नहीं
रिजर्व बैंक ने मौजूदा वित्त वर्ष की पहली मॉनेटरी पॉलिसी में बड़ी राहत दी है. रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास ने ब्याज दरों में किसी तरह का बदलाव नहीं करने का एलान किया है. यानी रेपो रेट पहले की तरह 6.50 फीसदी पर बरकरार रहेगा. शक्तिकांत दास ने कहा कि घरेलू और ग्लोबल स्तर पर कई तरह की चुनौतियां बरकरार हैं, जिससे अर्थव्यवस्था और महंगाई पर असर हो रहा है. मसलन प्राइसिंग प्रेशर, बैंकिंग क्राइसिस, जियोपॉलिटिकल टेंशन. लेकिन इस बार मॉनेटरी पॉलिसी कमिटी ने रेपो रेट में बदलाव न करने का फैसला किया है. बता दें कि इसके पहले लगातार 6 बार ब्याज दरों में इजाफा किया गया था.
FY24: 6.5% रह सकती है GDP ग्रोथ
आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत ने कहा कि वित्त वर्ष 2023-24 में आर्थिक वृद्धि दर 6.5 फीसदी रहने का अनुमान है. जबकि वित्त वर्ष 2022-23 में आर्थिक वृद्धि दर 7 फीसदी रहने का अनुमान है. उनका कहना है कि आर्थिक गतिविधियां मजबूत बनी हुई हैं.
FY24: महंगाई 5.2% रहने का अनुमान
चालू वित्त वर्ष 2023-24 में मुद्रास्फीति 5.2 फीसदी रहने का अनुमान है. पहली तिमाही में यह 5.1 फीसदी रह सकती है. रिजर्व बैंक गवर्नर ने कहा कि चालू वित्त वर्ष में महंगाई में नरमी आएगी, इस पर कंट्रोल करने के प्रयास जारी रहेंगे.
पोर्टल बनाएगा रिजर्व बैंक
भारतीय रिजर्व बैंक ने विभिन्न बैंकों में बिना दावे वाली जमा राशि का पता लगाने के लिए एक केंद्रीकृत पोर्टल शुरू करने का फैसला किया है. बैंकों में बड़ी मात्रा में ऐसे खाते हैं जिनमें जिनमें बरसों से कोई लेनदेन नहीं हुआ है. फरवरी, 2023 तक सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों ने रिजर्व बैंक को करीब 35,000 करोड़ रुपये की ऐसी जमा स्थानांतरित की है, जिनमें पिछले 10 साल से कोई लेनदेन नहीं हुआ है. इसके जरिये विभिन्न बैंकों में जमा बिना दावे वाली राशि का पता लगाया जा सकेगा. सबसे अधिक 8,086 करोड़ रुपये की बिना दावे वाली राशि भारतीय स्टेट बैंक में जमा है.
टाटा स्टील का रिकॉर्ड परिचालन
टाटा स्टील ने पिछले वित्त वर्ष में एक चुनौतीपूर्ण माहौल के बावजूद रिकॉर्ड परिचालन प्रदर्शन किया. कंपनी के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) और प्रबंध निदेशक टी वी नरेंद्रन ने यह बात कही. कंपनी ने 2021-22 के 190.6 लाख टन के मुकाबले 2022-23 में 198.7 लाख टन इस्पात का उत्पादन किया. इस दौरान टाटा स्टील की बिक्री सालाना आधार पर बढ़कर 188.7 लाख टन हो गई, जो इससे पिछले साल में 182.7 लाख टन थी. नरेंद्रन ने कहा कि टाटा स्टील ने चुनौतीपूर्ण माहौल के बावजूद वित्त वर्ष 2022-23 में रिकॉर्ड परिचालन प्रदर्शन किया.
रेपो दर में बढ़ोतरी पर अभी पॉज, लेकिन आगे नहीं
भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास ने स्पष्ट किया है कि इस बार प्रमुख नीतिगत दर रेपो में कोई बदलाव नहीं किया गया है, लेकिन यह कदम कोई स्थायी नहीं है. चालू वित्त वर्ष की पहली मौद्रिक समीक्षा बैठक के बाद दास ने संवाददाता सम्मेलन में कहा कि मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) भविष्य में ब्याज दर के मोर्चे पर जरूरत के लिहाज से कदम उठाएगी. दास ने कहा कि अगर मुझे एक लाइन में आज की मौद्रिक समीक्षा के बारे में बोलना हो, तो मैं यही कहूंगा कि रेपो दर में बदलाव नहीं हुआ है, लेकिन यह कदम स्थायी नहीं है.