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Stock Market Crash: निवेशकों के 2 दिन में 12.70 लाख करोड़ साफ, क्या बड़ी गिरावट के हैं संकेत? निवेशक क्या करें

एक्सपर्ट रूस और यूक्रेन के बीच बढ़ रहे टेंशन को बाजार में गिररवट की सबसे बड़ी वजह मान रहे हैं. उनका कहना है कि अगर निफ्टी ने 16800 के लेवल को ब्रेक कर दिया तो बाजार में भारी गिरावट देखने को मिल सकता है.

एक्सपर्ट रूस और यूक्रेन के बीच बढ़ रहे टेंशन को बाजार में गिररवट की सबसे बड़ी वजह मान रहे हैं. उनका कहना है कि अगर निफ्टी ने 16800 के लेवल को ब्रेक कर दिया तो बाजार में भारी गिरावट देखने को मिल सकता है.

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Sushil Tripathi
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Stock Market Crash: निवेशकों के 2 दिन में 12.70 लाख करोड़ साफ, क्या बड़ी गिरावट के हैं संकेत? निवेशक क्या करें

शेयर बाजार में 2 दिनों से भारी बिकवाली देखने को मिल रही है. (reuters)

Stock Market Falling: शेयर बाजार में भारी बिकवाली देखने को मिल रही है. शुक्रवार को बड़ी गिरावट के बाद आज भी बाजार में कमजोरी थमने का नाम नहीं ले रही है. बाजार में 2 दिनों के इस करेक्शन के बीच निवेशकों के करीब 12.70 लाख करोड़ रुपये डूब गए हैं. फिलहाल बाजार में इस बिकवाली के पीछे कई ग्लोबल फैक्टर जिम्मेदार हैं. लेकिन एक्सपर्ट रूस और यूक्रेन के बीच बढ़ रहे टेंशन को सबसे बड़ी वजह मान रहे हैं. एक्सपर्ट का कहना है कि अगर निफ्टी ने 16800 के मजबूत सपोर्ट लेवल को ब्रेक कर दिया तो बाजार में भारी गिरावट देखने को मिल सकता है. फिलहाल निवेशकों को बाजार स्टेबल होने का इंतजार करना चाहिए.

बाजार में गिरावट की बड़ी वजह

Tradingo के फाउंडर पार्थ न्याती का कहना है कि जियो पॉलिटिकल टेंशन बढ़ने की वजह से 2 दिनों से बाजार में बिकवाली हो रही है. रूस और यूक्रेन के बीच टेंशन बढ़ रहा है, यहां तक कि युद्ध की आशंका जताई जा रही है. इससे क्रूड की कीमतों में लगातार तेजी आ रही है. यह ग्लोबल मार्केट के साथ ही इंडियन इक्विटी मार्केट के लिए निगेटिव है. दुनियाभर के बाजारों में इसी वजह से बिकवाली है. यूएस में महंगाई अपने पीक पर है, जिससे बाजार अभी डिस्काउंट करने में लगे हैं, लेकिन जियो पॉलिटिकल टेंशन के चलते दबाव बए़ गया है. वहीं बैंकिंग सेक्टर में ABG group के फ्रॉड इश्यू ने बैंकिंग स्टॉक पर दबाव बढ़ा दिया है. हालांकि यह NPA का ही पार्ट है.

क्रूड 7 साल के हाई पर

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जियो पॉलिटिकल टेंशन के चलते क्रूड 7 साल के हाई पर ट्रेड कर रहा है. ब्रेंट क्रूड फ्यूचर्स का भाव 95 डॉलर प्रति बैरल को पार कर गया है. आगे इसके 100 डॉलर तक पहुंचने की आशंका है. ऐसे में महंगाई के आंकड़े और खराब हो सकते हैं. आज सेंसेक्स इंट्राडे में 1500 अंकों से ज्यादा टूटकर 56,612.07 के स्तर तक कमजोर हुआ है. जबकि निफ्टी 400 अंकों से ज्यादा कमजोर होकर 16917 के लेवल तक कमजोर हुआ है.

निफ्टी की नजर 16800 के लेवल पर

उनका कहना है कि अब बाजार की नजर 16800 के अहम लेवल पर है. अगर निफ्टी ने यह लेवल ब्रेक कर दिया तो कंडीशन और बिगड़ जाएगी. इस लेवल के नीचे आने पर भारी बिकवाली की आशंका है. फिलहाल आज निफ्टी के लिए 16917 का लेवल लो दिखा है. उनका कहना है कि अभी निफ्टी क्रिटिकल डिमांड जोन 17000-16800 के लेवल में ट्रेड कर रहा है. जब तक निफ्टी अपने 200-DMA 16800 के पार बने रहे, गिरावट पर खरीदारी करने की सलाह रहेगी. लेकिन 16800 के नीचे आने पर स्थिति बदल जाएगी. वहीं निफ्टी के लिए 17650 के लेवल पर मल्टीपल रेजिसटेंस जोन है, जबकि 17300/17500 का लेवल इमेडिएट हर्डल हैं.

2 दिनों में 10 लाख करोड़ डूबे

शेयरा बाजार में 2 दिनों से भारी बिकवाली है. 10 फरवरी को बीएसई पर लिस्टेड कंपनियों का मार्केट कैप 2,67,81,364.27 करोड़ पर बंद हुआ था. लेकिन 11 फरवरी को यह घटकर 2,63,89,886.35 करोड़ रुपये रह गया. जबकि आज यानी 14 फरवरी को यह घटकर 2,55,11,105.49 करोड़ रुपये रह गया है. इंट्राडे में यह और घट गया था. यानी 2 दिनों की ट्रेडिंग में निवेशकों के करीब 10 लाख करोड़ रुपये डूब गए.

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