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Stock Market Crash Today: पिछले हफ्ते 17 अक्टूबर के बाद से बाजार में लगातार कमजोरी देखने को मिल रही है. (pixabay)
Stock Market Outlook: इजराइल और हमास के बीच जंग जारी है. पश्चिम एशिया में तनाव बढ़ने से ग्लोबल बाजारों के लिए सेंटीमेंट खराब हो रहे हैं, जिसका असर भारतीय बाजारों पर भी साफ दिख रहा है. आज 25 अक्टूबर भी बाजार में गिरावट जारी है. आज के कारोबार में सेंसेक्स 450 अंक टूट गया है, जबकि निफ्टी 19150 के नीचे आ गया है. इसके पहले सोमवार को भी बीएसई में 826 अंकों की गिरावट रही थी. बीते 5 दिनों से बाजार में लगातार गिरावट है और इस दौरान बीएसई लिस्टेड कंपनियों के मार्केट कैप में लगातार गिरावट आई है. सिर्फ आज की बात करें तो बाजार की गिरावट में निवेशकों के करीब 2 लाख करोड़ साफ हो गए. जबकि 5 दिनों यह नुकसान बहुत बड़ा रहा है.
5 दिनों में निवेशकों को 14 लाख करोड़ का नुकसान
पिछले हफ्ते 17 अक्टूबर के बाद से बाजार में लगातार कमजोरी देखने को मिल रही है. 17 अक्टूबर के बाद से 4 कारोबारी दिन रहे हैं, जिसमें निवेशकों की करीब 14 लाख करोड़ दौलत डूब गई. 17 अक्टूबर को बाजार बंद होने पर बीएसई लिस्टेड कंपनियों का मार्केट कैप 3,23,82,425.13 करोड़ था, जो आज 25 अक्टूबर को 3,11,30,724.40 करोड़ रह गया. यह 18 अक्टूबर को 3,21,40,820.81 करोड़, 19 अक्टूबर को 3,20,96,223.89 करोड़ और 20 अक्टूबर को 3,18,89,766.03 करोड़ था. 21 और 22 अक्टूबर को शनिवार और रविवार को बाजार बंद रहे थे. 23 अक्टूबर को यह 3,11,30,724.40 करोड़ रह गया. 24 अक्टूबर को भी बाजार बंद थे.
बाजार एक करेक्शन के दौर में
Swastika Investmart Ltd के रिसर्च हेड, संतोष मीना का कहना है कि भारतीय बाजार इस समय एक करेक्शन के दौर से गुजर रहा है. यहां तक कि पहले बेहतर प्रदर्शन करने वाले ब्रॉडर मार्केट सेग्मेंट में भी अब मुनाफावसूली देखी जा रही है, जिसकी आशंका लग रही थी. इस करेक्शन को स्ट्रक्चरल बुल मार्केट के ढांचे के भीतर एक नियमित घटना माना जाता है, जो मिडकैप, स्मॉलकैप और एसएमई सेक्टर्स में तेजी के बाद एक महत्वपूर्ण गिरावट है. इस एडजस्टमेंट को, आंशिक रूप से, अमेरिकी बांड यील्ड में उतार-चढ़ाव और इजरायल व हमास जंग के चलते पश्चिम एशिया में बनी स्थिति के आसपास की चिंताओं के लिए जिम्मेदार ठहराया जा सकता है.
प्री इलेक्शन रैली के लिए तेयार हो रहा बाजार
बहरहाल, ऐसा लग रहा कि बाजार प्री इलेक्शल रैली के लिए कंसोलिडेशन के फेज में प्रवेश कर रहा है. ऐतिहासिक रूप से, भारतीय बाजार चुनाव परिणाम से लगभग छह महीने पहले चुनाव-पूर्व उतार-चढ़ाव शुरू कर देते हैं. ऐसे में, दिवाली के आसपास प्री इलेक्शन रैली की शुरुआत की उम्मीद करना उचित है.
स्टॉक मार्केट के व्यवहार की बात करें तो आगे अभी और करेक्शन का अनुमान है. निफ्टी संभावित रूप से अपने 200-डे मूविंग एवरेज (डीएमए) को लगभग 18,800 पर टेस्ट कर रहा है. यह प्रत्याशित प्री इलेक्शन रैली में भाग लेने के इच्छुक निवेशकों के लिए एक आकर्षक खरीदारी का अवसर प्रदान कर सकता है. निवेशकों के लिए यह महत्वपूर्ण है कि वे बाजार में उतार-चढ़ाव के दौरान शांत रहें और घबराने से बचें. इसके बजाय, उन्हें इस गिरावट का फायदा उठाने के लिए हाई क्वालिटी वाले शेयरों की एक लिस्ट तैयार करनी चाहिए.