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शेयर बाजार में आज भारी बिकवाली देखने को मिल रही है. (image: pixabay)
Why Stock Market Crash Today: शेयर बाजार में आज फिर भारी बिकवाली देखने को मिल रही है. कारोबार में सेंसेक्स 1000 अंक टूट गया है. इंट्राडे में यह 57,914 के स्तर तक कमजोर हुआ है. वहीं निफ्टी भी इंट्राडे में आज करीब 300 अंक टूटकर 17300 के नजदीक आ गया. बाजार की इस भारी गिरावट में निवेशकों को बड़ा झटका लगा है. बीएसई पर लिस्टेड कंपनियों के मार्केट कैप में कुछ घंटों में ही करीब 3.5 लाख करोड़ रुपये की गिरावट आई है. बता दें कि बजट के अगले दिन के बाद से ज्यादातर ट्रेडिंग डे पर बाजार में बिकवाली देखने को मिली है. आखिर बाजार में क्यों आई है इतनी भाररी गिरावट, जानें इसके पीछे की कुछ खास वजह.
बॉन्ड यील्ड में जोरदार तेजी
Swastika Investmart Ltd. के रिसर्च हेड संतोष मीना का कहना है कि बाजार में गिरावट के पीछे ग्लोबल फैक्टर प्रमुख हैं. यूएस में 10 साल के बॉन्ड यील्ड में जोरदार तेजी आई है. यह 2 फीसदी के पार चला गया है. यह 4 दशक के हाई पर है. वहीं जिस हिसाब से यूएस में इनफ्लेशन बढ़ा है, आगे ब्याज दरों को लेकर सख्ती की पूरी उम्मीद बनी है. इससे निवेशकों का सेंटीमेंट बिगड़ा है और ग्लोबल मार्केट में जमकर बिकवाली आई है. इसी का असर घरेलू बाजार पर भी पड़ रहा है.
बाजार पर अभी भी बुलिश
उनका कहना है कि निफ्टी की बात करें तो 20-DMA और 100-DMA के क्लस्टर 17600-17650 पर इंडेक्स के लिए मजबूत रेजिस्टेंस बना है. जबकि 17300 का लेवल अभी भी निफ्टी के लिए मजबूत सपोर्ट है. आज के कारोबार में भी इंडेक्स इसके पार बने रहने में कामयाब रहा है. निफ्टी के लिए 1700-16800 का लेवल क्रिटिकल डिमांड जोन है. ओवरआल बात करें तो जबतक यह 16800 के पार बना रहता है, बाजार को लेकर बुलिश व्यू रहेगा. निफ्टी के लिए 17800 के लेवल पर मल्टीपल रेजिसटेंस बना है, लेकिन यह लेवल ब्रेक होने पर इंडेक्स फ्रेश आल टाइम हाई पर पहुंच सकता है.
FIIs लगातार कर रहे हैं बिकवाली
विदेशी निवेशक एक बार फिर बाजार से पैसे निकालने में लगे हैं. 10 फरवरी के कारोबार में फॉरेन इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर्स (FIIs) ने बाजार से 1732.58 करोड़ रुपये निकाल लिए. हालांकि इस दौरान डोमेस्टिक इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर्स (DIIs) ने 1727.23 करोड़ रुपये का निवेश बाजार में किया.
अमेरिकी निवेशकों में बना डर
अमेरिका में इनफ्लेशन डाटा आने के बाद से सेंटीमेंट बिगड़े हैं. गुरूवार को अमेरिकी बाजारों में भारी गिरावट रही. Dow Jones में 526 अंकों की कमजोरी रही. NASDAQ में 305 अंकों की कमजोरी देखने को मिली. S&P 500 इंडेक्स भी 83 अंक गिरकर 4,504 के स्तर पर बंद हुआ. कीमतों में उम्मीद से ज्यादा बढ़ोतरी हुई है. निवेशकों में डर बना है कि महंगाई को कंट्रोल करने के लिए यूएस फेड आगे और सख्त रुख अपना सकता है. 10 साल का ट्रीजरी यील्ड 2 फीसदी के पार चला गया.
क्रूड की कीमतें हाई
ब्रेंट क्रूड की कीमतें हाई बनी हुई हैं. हाल ही में इसने करब 94 डॉलर प्रति बैरल का लेवल टच किया था. हालांकि अभी भी यह 91 डॉलर प्रति बैरल पर बना है. इस साल अबतक इसमें 17 फीसदी और 1 साल में 61 फीसदी तेजी आ चुकी है. रूस और यूक्रेन के बीच अगर टेंशन और बढ़ती है तो क्रूड 98 डॉलर से 100 डॉलर तक की रेंज दिखा सकता है.
कुछ घंटों में 3.5 लाख करोड़ साफ
आज बाजार की गिरावट में निवेशकों को बड़ा झटका लगा है. गुरूवार को बाजार बंद होने पर बीएसई पर लिस्टेड कंपनियों का मार्केट कैप 2,67,81,364.27 करोड़ रुपये था. वहीं आज की ट्रेडिंग में दोपहर 12 बजे के आस पास यह घटकर 2,64,23,446.05 करोड़ रुपये रह गया. यानी कुछ घंटों में निवेशकों के 3.5 करोड़ साफ हो गए.