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Rights Entitlements are credited in the Demat accounts of eligible shareholders of a company going through a rights issue.
Stock Market Crash Today: 26 फरवरी यानी शुक्रवार को शेयर बाजार में भारी गिरावट देखने को मिली है. कारोबार के दौरान सेंसेक्स 2000 अंकों से ज्यादा टूट गया. वहीं निफ्टी भी करीब 600 अंक टूटकर 14500 के आस पास तक फिसल गया है. बाजार के लिए ग्लोबल सेंटीमेंट बेहद खराब रहे हैं. बैंक और फाइनेंशियल शेयरों में जमकर बिकवाली देखने को मिल रही है. बाजार की इस गिरावट के पीछे 2 बड़ी वजह यह है कि एक तो यूएस में 10 साल के बॉन्ड यील्ड में तेजी आई है. वहीं यूएस ने सीरिया पर जो एयर स्ट्राइक की है, उससे भी निवेयाक सहमे हुए हैं. भारत में दिसंबर तिमाही के लिए जीडीपी के आंकड़े आज आएंगे, जिसके पहले निवेशक सतर्क हो गए हैं. फिलहाल बाजार की भारी गिरावट में निवेशकों को करीब 6 लाख करोड़ रुपये कुछ घंटों में ही गंवाने पड़ गए.
फिलहाल कारोबार के अंत में सेंसेक्स में करीब 1939 अंकों की गिरावट है और यह आज 49,099.99 के स्तर पर बंद हुआ. वहीं निफ्टी में 587 अंकों की गिरावट है और यह 14510 के स्तर पर आ गया है. लॉर्जकैप शेयरों में तेज गिरावट देखने को मिली है. सेंसेक्स 30 के सभी 30 शेयर कमजोर होकर बंद हुए हैं. निफ्टी पर बैंक और फाइनेंशियल इंडेक्स 5 फीसदी तक कमजोर हो गए हैं.
क्या कहना है एक्सपर्ट का
रेलिगेयर ब्रोकिंग के VP-रिसर्च, अजीत मिश्रा का कहना है कि 10 साल की बॉन्ड यील्ड का लगातार बढ़ने से निवेशकों का सेंटीमेंट खराब हुआ है. जिसकी वजह से भी ग्लोबल मार्केट में सेलआफ देखने को मिली है. वहीं इसके अलावा बाजार में बिकवाली के पीछे जियो पॉलिटिकल टेंशन भी है. यूएस ने सीरिया पर एयर स्ट्राइक किया है, जिससे निवेशक डर गए और उन्होंने बाजार में मुनाफा वसूली शुरू कर दी है.
6 लाख करोड़ साफ
बाजार की इस भारी गिरावट में निवेशकों के 6 लाख करोड़ एक दिन में ही डूब गए. 25 फरवरी को बीएसई लिस्टेड कंपनियों का मार्केट कैप 2,06,18,471.67 करोड़ रुपये था. जबकि 26 फरवरी को यह घटकर 2,00,64,472.99 करोड़ रुपये रह गया.
गिरावट की 5 बड़ी वजह
1. सीरिया पर अमेरिका के हमले से दुनियाभर के बाजारों के सेंटीमेंट खराब हुए हैं. जियो पॉलिटिकल टेंशन बढ़ा है. US राष्ट्रपति जो बिडेन के आदेश पर एयर स्ट्राइक हुई है. ईरान समर्थित आतंकी संगठनों पर US ने एक्शन लिया है. यह एयर स्ट्राइक सीरिया और इराक के बॉर्डर पर हुआ है. इसके बाद से निवेशक सहम गए.
2. यूएस में 10 साल के बॉन्ड यील्ड में तेजी आई है. बॉन्ड यील्ड में बढ़त ने निवेशकों को जोखिम वाले निवेश विकल्पों जैसे इक्विटी मार्केट से दूर किया है. अमेरिका ट्रेजरी यील्ड कोरोना महामारी के विस्फोट के बाद से हाई लेवल पर पहुंच गया है. अमेरिका में ही नहीं जापान और भारत में भी बॉन्ड यील्ड में बढ़त देखने को मिली है, जिससे इक्विटी मार्केट पर दबाव बना है.
3. आज देश की आर्थिक सेहत का पता चलेगा. दिसंबर तिमाही के लिए जीडीपी के आंकड़े जारी किए जाएंगे. वैसे तो माना जा रहा है कि दिसंबी तिमाही में ग्रोथ को लेकर अचछी खबर मिल सकती है. लेकिन निवेशक इसके पहले सतर्क हैं. असल में बाजार का वैल्युएशन हाई है. ऐसे में अर्थव्यवस्था को लेकर कोई भी निगेटिव सेंटीमेंट बाजार में कमजोरी की वजह बन सकता है.
4. ग्लोबल सेंटीमेंट बाजार के लिए कमजोर रहे हैं. गुरूवार को प्रमुख अमेरिकी बाजारों में भारी बिकवाली देखने को मिली. डाउ जोंस में 560 अंकों की गिरावट रही और यह 31,402 के स्तर पर बंद हुआ. नैसडेक और S&P 500 इंडेक्स भी कमजोर हुए. वहीं आज एसजीएक्स निफ्टी सहित प्रमुख एशियाई बाजारों में भी बिकवाली रही है.
5. कोविड-19 की दूसरी लहर का भी डर बन गया है. बीते 24 घंटों में एक बार फिर 15 हजार से ज्यादा मामले आए हैं. महाराष्ट्र में 8000 से ज्यादा मामले आए. अबतक भारत में 5 नए स्ट्रेन का पता चल चुका है.
(नोट: हमने यहां जानकारी एक्सपर्ट से बात चीत और अलग अलग रिपोर्ट के हवाले से दी है. बाजार के जोखिम को देखते हुए किसी भी निवेश के फैसले से पहले अपने स्तर पर एक्सपर्ट की राय लें.)