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Stock Market News : निवेशकों को बजट एलानों का इंतजार करना चाहिए. बजट से एनडीए सरकार के तहत आर्थिक रोडमैप पर क्लेरिटी आएगी. (Pixabay)
Share Market Shut Today : आज 17 जुलाई 2024 को मुहर्रम के अवसर पर शेयर बाजार बंद हैं. आज बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) में कारोबार नहीं हो रहा है. डेरिवेटिव, इक्विटी, एसएलबी, करंसी डेरिवेटिव और इंटरेस्ट रेट डेरिवेटिव में भी कारोबार दिन भर बंद रहेगा. कमोडिटी डेरिवेटिव्स सेगमेंट सुबह के सेशन में यानी सुबह 9 बजे से शाम 5 बजे तक बंद रहेगा, जबकि शाम का सेशन यानी शाम 5 बजे से रात 11.55 बजे तक खुला रहेगा. शेयर बाजार में 18 जुलाई को सामान्य कारोबार होगा.
साल 2024 में और कितने हॉलीडे
साल 2024 में आज मुहर्रम के अलावा भी शेयर बाजार के लिए शनिवार और रविवार को छोड़कर कुछ हॉलीडे हैं.
स्वतंत्रता दिवस : 15 अगस्त, गुरूवार 2024
महात्मा गांधी जयंती : 2 अक्टूबर, बुधवार
दिवाली : 1 नवंबर , शुक्रवार
गुरूनानक जयंती : 15 नवंबर, शुक्रवार
क्रिसमस : 25 दिसंबर, बुधवार
मंगलवार को बाजार का क्या रहा हाल
मंगलवार 16 जुलाई को मिले जुले ग्लोबल संकेतों के बीच घरेलू शेयर बाजार में खरीदारी देखने को मिली. इंट्राडे कारोबार में सेंसेक्स और निफ्टी दोनों इंडेक्स अपने आलटाइम हाई पर पहुंचे. हालांकि बाद में बाजार रिकॉर्ड हाई से फिसलकर लेकिन हरे निशान में बंद हुए. सेंसेक्स में 52 अंकों की तेजी देखने को मिली है और यह 80,717 के लेवल पर बंद हुआ. जबकि निफ्टी 26 अंक बढ़कर 24,613 के लेवल पर बंद हुआ. निफ्टी पर बैंक, फाइनेंशियल, मेटल और फार्मा इंडेक्स इंडेक्स हरे निशान में बंद हुए. जबकि आटो, एफएमसीजी, आईटी और रियल्टी इंडेक्स लाल निशान में बंद हुए. टॉप गेनर्स में HUL, Airtel, Tech Mahindra, Infosys, M&M, ICICIBANK शामिल रहे. जबकि टॉप लूजर्स में KOTAKBANK, RIL, NTPC, ULTRACEMCO, TATAMOTORS शामिल रहे.
बजट पर बाजार की नजरें
मार्केट एक्सपर्ट का कहना है कि अब बाजार की निगाहें बजट पर हैं. निवेशकों को बजट एलानों का इंतजार करना चाहिए. बजट से एनडीए सरकार के तहत आर्थिक रोडमैप पर क्लेरिटी आएगी. ब्रोकरेज हाउस एक्सिस सिक्योरिटीज का मानना है कि, यह बजट 2047 तक "विकसित भारत" की कहानी को मजबूत करेगा. जिस पर मोदी सरकार का खास फोकस भी है. एनडीए सरकार के गठन के बाद, कैपेक्स स्पेंडिंग में कुछ कटौती के साथ-साथ, ग्रामीण चुनौतियों का समाधान करने के लिए निचले तबके के लिए कुछ आवंटन की दिशा में बाजार की उम्मीदें बढ़ रही हैं. मौजूदा समय में, बजट के जरिए कैपेक्स और ग्रामीण चुनौतियों के समाधान के बीच संतुलन बनाने की संभावना है.