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Budget 2022: 10 दिनों में निवेशकों के 20 लाख करोड़ साफ, बजट के पहले बाजार में रहा है गिरावट का ट्रेंड, चेक करें आंकड़े

बजट 2022 के पहले शेयर बाजार का सेंटीमेंट बिगड़ा हुआ है. पिछले कुछ सालों का डाटा देखें तो बजट मंथ में ज्यादातर समय बाजार में कमजोरी का ट्रेंड बना रहता है.

बजट 2022 के पहले शेयर बाजार का सेंटीमेंट बिगड़ा हुआ है. पिछले कुछ सालों का डाटा देखें तो बजट मंथ में ज्यादातर समय बाजार में कमजोरी का ट्रेंड बना रहता है.

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Sushil Tripathi
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Budget 2022: 10 दिनों में निवेशकों के 20 लाख करोड़ साफ, बजट के पहले बाजार में रहा है गिरावट का ट्रेंड, चेक करें आंकड़े

पिछले कुछ सालों का डाटा देखें तो बजट मंथ में ज्यादातर समय बाजार में कमजोरी का ट्रेंड बना रहता है.

Stock Market Pre Budget: बजट 2022 के पहले शेयर बाजार का सेंटीमेंट बिगड़ा हुआ है. बीते 10 दिनों से बाजार में जमकर बिकवाली देखने को मिल रही है. 17 जनवरी के बाद से देखें तो बाजार में जासेरदार गिरावट रही है और इस दौरान सेंसेक्स 61310 के लेवल से कमजोर होकर आज यानी 27 जनवरी को इंट्राडे में 56675 के लेवल तक नीचे आ गया. फिलहाल इस करेक्शन में बीएसई पर लिस्टेड कंपनियों के मार्केट कैप में भी जोरदार गिरावट आई है. वैसे पिछले कुछ सालों का डाटा देखें तो बजट मंथ में ज्यादातर समय बाजार में कमजोरी का ट्रेंड बना रहता है. साल 2010 से पिछले बजट तक देखें तो 12 में से 9 बार बजट मंथ में शेयर बाजार का प्रदर्शन कमजोर रहा है.

10 दिनों में 20 लाख करोड़ साफ

17 जनवरी से देखें तो उसके बाद से अबतक बाजार में गिरावट का रुख बना हुआ है. 17 जनवरी को बीएसई पर लिस्टेड कंपनियों का मार्केट कैप 2,80,02,437.71 करोड़ रुपये था. जबकि आज इंट्राडे में यह घटकर 2,59,43,133.60 करोड़ रुपये पर आ गया. यानी निवेशकों की दौलत में करीब 20.6 लाख करोड़ रुपये की कमी आई है.

बाजार में गिरावट की वजह

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बजट के पहले बाजार में गिरावट के पीछे ग्लोबल फैक्टर हावी हैं. यूएस में फेडरल रिजर्व मॉनेटरी पॉलिसी को लेकर सख्त है. एजेंसियां ऐसा अनुमान जता रही हैं इस साल ब्याज दरों में 3 नहीं 4 बार बए़ोतरी हो सकती है. इससे निवेशक वेट एंड वाच की स्थिति में हैं. ग्लोबली कई देशों में कोविड 19 के मामलों में एक बार फिर तेजी आने लगी है, जिससे पाबंदियां बढ़ी हैं. भारतीय बाजारों से विदेशी निवेशक लगातार पैसे निनकाल रहे हैं. यूएस में 10 साल की बॉन्ड यील्ड कई महीनों के उच्च स्तर पर है, जिससे बिकवाली देखी जा रही है.

बजट मंथ में जब कमजोर हुआ बाजार

पिछले साल की बात करें तो 1 फरवरी 2021 को बजट के 1 महीने पहले सेंसेक्स में 1582 अंकों यानी 3.3 फीसदी की गिरावट आई थी. साल 2020 में 1 फरवरी को बजट के पहले एक महीने में सेंसेक्‍स 1.28 फीसदी टूटा था. साल 2019 में बजट के पहले 5 जून से 5 जुलाई के बीच सेंसेक्‍स 0.04 फीसदी कमजोर हुआ था. 2016 में सेंसेक्‍स बजट के पहले 1 महीने में करीब 6.1 फीसदी कमजोर हुआ था. 2015 में बजट मंथ के दौरान सेंसेक्स में 1.15 फीसदी कमजोरी आई थी. 2014 में बजट के पहले 10 जून से 10 जुलाई के बीच सेंसेक्स 0.54 फीसदी टूटा था. 2013 में बजट मंथ के दौरान सेंसेक्स में 3.5 फीसदी कमजोरी आई थी. 2011 में बजट मंथ के दौरान सेंसेक्स में 3 फीसदी कमजोरी आई थी. 2010 में भी सेंसेक्स बजट के पहले 1 महीने में 2 फीसदी कमजोर हुआ था.

जब बजट मंथ में बाजार में आई तेजी

2018 में 1 फरवरी से पहले बजट मंथ में सेंसेक्स करीब 5.6 फीसदी मजबूत हुआ था. 2017 में बजट मंथ में 4 फीसदी की तेजी दर्ज की गई. 2012 में बजट मंथ के दौरान बाजार में तेजी रही.

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