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Budget 2023 Month: पिछले कुछ साल से बजट के पहले वाले महीने में बाजार के टूटने का ट्रेंड रहा है.
Stock Market Pre-Budget Month: साल 2023 के पहले कारोबारी दिन 2 जनवरी की शुरूआत बाजार के लिहाज से ठीक रही है. शुरूआती गिरावट के बाद सेंसेक्स और निफ्टी में तेजी देखने को मिल रही है. लेकिन अगर आपको लगता है कि पिछले साल उतार चढ़ाव के बाद नए साल का पहला महीना बाजार (Stock Market) के लिए बेहतर होगा तो अलर्ट रहें. यह प्री बजट मंथ है और पिछले कई साल का औसत देखें तो बजट के पहले वाले महीने में बाजार के टूटने का ट्रेंड रहा है. साल 2010 से 2022 के बजट की बात करें तो 13 में से 10 बार बजट के पहले वाले महीने में स्टॉक मार्केट में कमजोरी आई है. वैसे भी इस बार कई और ग्लोबल फैक्टर हैं, जो टेंशन बढ़ा रहे हैं.
2022: प्री बजट मंथ में बाजार का हाल
पिछला बजट 1 फरवरी 2022 को पेश हुआ था. उसके 1 महीने पहले यानी 1 जनवरी 2022 से 31 जनवरी 2022 तक की बात करें तो सेंसेक्स 59183 के स्तर से टूटकर 58014 के स्तर पर आ गया था. सेंसेक्स में 1169 अंकों यानी 2 फीसदी की गिरावट आई थी.
2021: प्री बजट मंथ में बाजार का हाल
साल 2021 के बजट से पहले वाले महीने में सेंसेक्स 47868 के स्तर से टूटकर 46286 के स्तर पर आ गया था. सेंसेक्स में 1582 अंकों यानी 3.3 फीसदी की गिरावट आई थी.
2010 से 2020: कब कब बाजार में गिरावट
साल 2020 में 1 फरवरी को बजट पेश हुआ था. उसके पहले एक महीने में सेंसेक्स 1.28 फीसदी टूटा था.
साल 2019 में नरेंद्र मोदी सरकार के दोबारा सत्ता में आने के बाद बजट 5 जुलाई को पेश हुआ था. 5 जून से 5 जुलाई के बीच सेंसेक्स 0.04 फीसदी कमजोर हुआ था.
2016 में बजट के पहले वाले महीने में सेंसेक्स करीब 6.1 फीसदी कमजोर हुआ था. जबकि 2015 में प्री बजट मंथ में सेंसेक्स 1.15 फीसदी टूटा.
साल 2014 में एनडीए सरकार बनने के बाद बजट जुलाई में पेश हुआ. उसके पहले 1 महीने में सेंसेक्स करीब आधा फीसदी कमजोर हुआ. 2013 में प्री बजट मंथ में सेंसेक्स 3.5 फीसदी कमजोर हुआ.
2011 में प्री बजट मंथ के दौरान सेंसेक्स में 3 फीसदी कमजोरी आई थी. जबकि 2010 में भी सेंसेक्स बजट के पहले 1 महीने में 2 फीसदी कमजोर हुआ था.
13 में से 3 साल बाजार रहा मजबूत
ऐसा 3 बार हुआ है, जब बजट पेश होने के पहले 1 महीने में शेयर बाजार मजबूत हुआ. 2017 में बजट मंथ में 4 फीसदी और 2018 में 5.5 फीसदी तेजी रही. साल 2012 में भी सेंसेक्स मजबूत हुआ था.
क्या है एक्सपर्ट का कहना
एक्सपर्ट का कहा है कि व्यापक आर्थिक आंकड़ों का एलान, चीन में कोविड की स्थिति, जियो पॉलिटिक्ल टेंशन, रेट हाइक जैसे फैक्टर बाजार में मौजूद हैं. ये ही आगे घरेलू शेयर बाजार की दिशा तय करेंगे. हालांकि घरेलू लेवल पर मैक्रो कंडीशंस बेहतर है. सैमको सिक्योरिटीज के मार्केट प्रमुख अपूर्व शेठ का कहना है कि भारतीय बाजार अपने ग्लोबल पियर्स के अनुरूप रिएक्ट कर सकते हैं. इसी हफ्ते के अंत में फेडरल ओपन मार्केट कमेटी (एफओएमसी) की बैठक के मिनट्स जारी होंगे. पीएमआई के आंकड़े सोमवार को आएंगे. बुधवार को सर्विसेज सेक्टर के आंकड़े भी अहम होंगे.
स्वास्तिक इंवेस्टमार्ट लिमिटेड के सीनियर टेक्निकल एनालिस्ट प्रवेश गौर का कहना है 2024 के चुनाव से पहले का आखिरी फुल बजट, चौथी तिमाही के नतीजे और मंथली ऑटो सेल्स से बाजार जनवरी 2023 में प्रभावित होगा. कोरोना वायरस के हालात और आम बजट में नीतिगत पहल, क्रूड और रुपये की चाल भी अहम फैक्टर हैं.