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शेयर बाजार में बीते कारोबारी हफ्ते में रिकॉर्ड हाई से कुछ बिकवाली देखने को मिली है.
Stock Market Outlook: शेयर बाजार में बीते हफ्ते रिकॉर्ड हाई से कुछ बिकवाली देखने को मिली है. हालांकि निफ्टी के लिए 18300 के लेवल पर महत्वपूर्ण सपोर्ट नजर आ रहा है. अगले हफ्ते बाजार के लिहाज से कुछ बड़ी घटनाएं होने जा रही हैं. यूएस फेड की पॉलिसी के अलावा भारत, अमेरिका और ब्रिटेन जैसी बड़ी अर्थव्यवस्थाओं के महंगाई के आंकड़े आएंगे. वहीं क्रूड में भी हलचल पर बाजार की नजर रहेगी. एक्सपर्ट का कहना है कि निफ्टी के लिए ऊपर की ओर 18665 के लेवल बेहद अहम होगा. अगर यह ब्रेक होता है तो निफ्टी अगले 5 दिनों में 18888 का लेवल टच कर सकता है.
अगले हफ्ते किन फैक्टर्स पर रहेगी बाजार की नजर
Samco Securities के हेड ऑफ मार्केट पर्सपेक्टिव्स, अपूर्व शेठ का कहना है कि अगले हफ्ते कई कई महत्वपूर्ण घटनाओं पर बाजार की नजरें रहेंगी. 3 बड़ी अर्थव्यवस्थाएं अमेरिका, ब्रिटेन और भारत अपने इनफ्लेशन रेट का खुलासा करेंगे. नतीजतन, दुनिया के बाजार इन आंकड़ों पर बारीकी से नजर रखेंगे और उम्मीद करेंगे कि इन आंकड़ों में पहले से सुधार हो. इसके अलावा, यूएस और यूके अपनी ब्याज दरों की घोषणा करेंगे, जिसका असर ग्लोबल मार्केट पर होगा.
Swastika Investmart के रिसर्च हेड, संतोष मीना का कहना है कि अस्थिर वैश्विक संकेतों और आईटी शेयरों में बिकवाली के चलते पिछले हफ्ते भारतीय बेंचमार्क इंडेक्स निफ्टी और सेंसेक्स में मुनाफा वसूली देखने को मिली. हालांकि, मौजूदा तेजी में मार्केट लीडर रहे निफ्टी बैंक ने आरबीआई की हॉकिश पॉलिसी के बावजूद अपना मजबूत प्रदर्शन जारी रखा है. वैश्विक संकेतों के लिहाज से आने वाला हफ्ता महत्वपूर्ण रहने वाला है, जहां 13 दिसंबर को अमेरिकी इनफ्लेशन के आंकड़े और 15 दिसंबर को निर्धारित यूएस फेड पॉलिसी के रिजल्ट बाजार के लिए सबसे महत्वपूर्ण घटनाएं होंगी. घरेलू मोर्चे पर, इंडस्ट्रियल प्रोडक्शन और रिटेल इनफ्लेशन के नंबर्स 12 दिसंबर को घोषित किए जाएंगे. जबकि होलसेल इनफ्लेशन का डाटा 14 दिसंबर को आएगा.
डेरिवेटिव डेटा बैलेंस
संतोष मीना का कहना है कि इसके अलावा, चीन से न्यूज फ्लो, क्रूड की कीमतों में उतार-चढ़ाव और डॉलर इंडेक्स अन्य महत्वपूर्ण फैक्टर होंगे. इंस्टीट्यूशनल फ्लो पर भी नजर रहेगी, क्योंकि FIIs पिछले एक हफ्ते से शुद्ध बिकवाली कर रहे हैं. उनका कहना है कि डेरिवेटिव डेटा बैलेंस है और ज्यादा डायरेक्शन नहीं दे रहा है. इंडेक्स फ्यूचर्स के लिए एफआईआई का लंबा एक्सपोजर 76 फीसदी के टॉप से 58 फीसदी तक गिर गया है. हालांकि, पुट/कॉल रेश्यो 0.76 पर है, जो एक ओवरसोल्ड जोन है.
टेक्निकल आउटलुक
अपूर्व शेठ का कहना है कि पिछले हफ्ते बाजार ने रिकॉर्ड ऊंचाई को पार किया, जिसके बाद से इसमें कुछ गिरावट आई है. बेंचमार्क निफ्टी को 18,600 अंक के आस पास मजबूत रेजिस्टेंस का सामना करना पड़ सकता है, क्योंकि वीकली एक्सपायरी पर इन स्ट्राइक के आसपास बड़े पैमाने पर कॉल राइटिंग हो रही है. नीचे की ओर, निफ्टी के लिए 18,300 और 18,000 के लेवल पर सपोर्ट है.
संतोष मीना का कहना है कि तकनीकी रूप से, शुक्रवार को निफ्टी ठीक 20-डीएमए पर बंद हुआ और अगर यह इस स्तर को बनाए रखने में कामयाब रहा, तो बाजार में शॉर्ट-कवरिंग बाउंसबैक की उम्मीद कर सकते हैं. जहां पर 18665 इमेडिएट हर्डल है और उसके बाद 18888 के लेवल पर रेजिस्टेंस है. हालांकि, अगर निफ्टी 20-डीएमए से नीचे कारोबार करना शुरू करता है, तो आगे 18325, 18250 और फिर 18125 के लेवल तक कमजोरी की आशंका है.
बैंक निफ्टी टेक्निकल आउटलुक
जहां तक बैंक निफ्टी की बात है, इंडेक्स बेहतर प्रदर्शन कर रहा है. 20-डीएमए का 43,000 के आसपास बढ़ना एक महत्वपूर्ण सपोर्ट लेवल है. इंडेक्स में तबतक तेजी बनी रह सकती है, जबतक कि यह 43000 के लेवल के पार बना रहेगा. जिसके बाद इंडेक्स में कुछ गिरावट आ सगकती है. पहले यह 42600 और फिर 42000 के लेवल तक कमजोर हो सकता है. इंडेक्स के लिए 44,000 के साइकोलॉजिकल लेवल पर रेजिस्टेंस है.