scorecardresearch

Asset Allocation: लंबी अवधि में बाजार में बनेगा पैसा, नहीं लेना चाहते हैं रिस्‍क? एसेट अलोकेशन है बेहतर स्‍ट्रैटेजी

Asset Allocation: एक्सपर्ट का मानना है कि मौजूदा समय में अस्थिरता के चलते बाजार में कुछ और गिरावट आ सकती है, लेकिन लंबी अवधि में बाजार का आउटलुक मजबूत है.

Asset Allocation: एक्सपर्ट का मानना है कि मौजूदा समय में अस्थिरता के चलते बाजार में कुछ और गिरावट आ सकती है, लेकिन लंबी अवधि में बाजार का आउटलुक मजबूत है.

author-image
Sushil Tripathi
New Update
Asset Allocation: लंबी अवधि में बाजार में बनेगा पैसा, नहीं लेना चाहते हैं रिस्‍क? एसेट अलोकेशन है बेहतर स्‍ट्रैटेजी

महंगाई, जियोपॉलिटिकल टेंशन, रेट हाइक और मंदी की आशंका जैसे फैक्‍टर ने बाजार में अस्थिरता बढ़ाई है.

Equity Market Investment: इस साल घरेलू शेयर बाजार में उतार चढ़ाव रहा है. महंगाई, जियोपॉलिटिकल टेंशन, रेट हाइक और मंदी की आशंका जैसे फैक्‍टर ने बाजार में अस्थिरता बढ़ाई है. हालांकि भारतीय बाजारों ने पियर्स की तुलना में बेहतर प्रदर्शन किया है. बाजार में घरेलू निवेशकों का भरोसा कायम रहा है. एक ओर जहां एफआईआई द्वारा लगातार बिकवाली की गई, घरेलू निवेशकों ने बाजार में पैसे लगाए हैं. एक्सपर्ट का मानना है कि मौजूदा समय में अस्थिरता के चलते बाजार में कुछ और गिरावट आ सकती है, लेकिन लंबी अवधि में बाजार का आउटलुक मजबूत है.

एसेट अलोकेशन स्‍ट्रैटेजी

PGIM इंडिया म्‍यूचुअल फंड के इक्विटी हेड, अनिरुद्ध नाहा का कहना है कि बाजार में अभी अनिश्चितता कायम है, जिससे अभी कुछ और गिरावट आ सकती है. लेकिेन लंबी अवधि में बाजार का आउटलुक बेहतर नजर आ रहा है. अभी निवेशकों के पास सही निवेश चुनकर लंबी अवधि में पैसा बनाने का अच्‍छा मौका है. उनका कहना है कि रिस्‍क नहीं लेना चाहते हैं तो बैलेंस्ड एडवांटेज फंड का रुख कर सकते हैं; यहां एसेट अलोकेशन स्‍ट्रैटेजी का फायदा मिलेगा.

Advertisment

बाजार का आउटलुक मजबूत

अनिरुद्ध नाहा का कहना है कि भारतीय बाजार बेहतर प्रदर्शन करने वाले बाजारों में शामिल हैं और अभी भी अन्य उभरते बाजारों के मुकाबले बेहतर प्रीमियम पर ट्रेड कर रहे हैं. घरेलू स्‍तर पर अब इक्विटी में निवेश बढ़ रहा है. पिछले दिनों एफआईआई की बिकवाली को घरेलू निवेशकों ने काफी हद तक संभाला है. लंबी अवधि में पैसा बनाने के लिए इक्विटी में आवंटन बढ़ाने के लिए यह एक अच्छा समय हो सकता है.

बैलेंस्ड एडवांटेज फंड क्‍यों बेहतर

बैलेंस्ड एडवांटेज फंड (बीएएफ) की खासियत है कि ये एक्टिव एसेट अलोकेशन, बेहतर रिस्‍क-एडजस्टेड रिटर्न और कुशल टैक्सेशन पर निवेशकों के साथ तालमेल बिठाते हैं. बीएएफ कम भाव पर खरीदने और ज्यादा पर बेचने की स्‍ट्रैटेजी पर काम करते हैं. बीएएफ लंबी अवधि में एक एग्रेसिव हाइब्रिड फंड कैटेगरी की तुलना में कम अस्थिरता, बेहतर टैक्सेशन और एक कंजर्वेटिव हाइब्रिड कटेगिरि की तुलना में आमतौर पर हाई रिटर्न प्रोफाइल ऑफर करते हैं. इनकी खासियत है कि यह एक रणनीति के रूप में एक निवेशक के लिए इक्विटी टैक्सेशन के लाभ के साथ एक्टिव अलोकेशन की जरूरत को हल करते हैं.

फंड की खासियत

पीजीआईएम इंडिया बैलेंस्ड एडवांटेज फंड लंबी अवधि में इक्विटी बाजार में भाग लेने और निवेशकों के लिए रिस्‍क-एडजस्टेड रिटर्न देने का एक स्मार्ट तरीका प्रोवाइड करता है. यह फंड डायनमिक वेरिएशन बेस्‍ड मॉडल के साथ पी/ई रेश्‍यो के एक फंडामेंटल इंडिकेटर पर काम करता है. यह मॉडल अस्थिरता से निपटने और एक हद तक जोखिम को कम करने में मदद करता है.

मार्केट की गिरावट का असर कम

जब मार्केट का वैल्युएशन उच्च स्तर पर होता है, तो फंड आमतौर पर अपने इक्विटी एक्सपोजर के एक हिस्से को हेज करता है और अपनी डेट होल्डिंग्स को भी बढ़ाता है. इससे मार्केट में गिरावट का असर कम होता है. जब मार्केट का वैल्युएशन कम होता है तो फंड इक्विटी में एग्रेसिव तरीके से निवेश करता है. यह फंड लार्ज, मिड और स्मॉल कैप शेयरों में पैसा लगाता है. वहीं डेट कैटेगरी में यह फंड एनसीडी, सीडी और टी-बिल में निवेश करता है.

Stock Market Asset Allocation Equity Markets Equity