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Investors Wealth: बाजार की इस तेजी में बीएसई लिस्टेड कंपनियों का मार्केट कैप भी करीब 6 लाख करोड़ बढ़ गया. (Pixabay)
Rally in Sensex, Nifty : शेयर बाजार में आज जोरदार रैली देखने को मिली है. आज के इंट्राडे में सेंसेक्स करीब 1100 अंक मजबूत होकर इंट्राडे में 74190 के लेवल पर पहुंच गया. वहीं निफ्टी ने फिर 22500 का लेवल पार किया और 22516 तक पहुंच गया. दोनों इंडेक्स अपने रिकॉर्ड हाई के करीब पहुंचे, हालांकि बाद में इनमें कुछ नरमी आई है. बाजार की इस तेजी में बीएसई लिस्टेड कंपनियों का मार्केट कैप भी करीब 6 लाख करोड़ बढ़ गया. आज बाजार में भारी रैली के पीछे क्या वजह है.
निवेशकों की दौलत 6 लाख करोड़ बढ़ी
आज बाजार जब अपने पीक पर पहुंचा तो उस दौरान बीएसई लिस्टेड कंपनियों का मार्केट कैप करब 3.90 लाख करोड़ के करीब पहुच गया था. जबकि इसके पहले बुधवार को बाजार बंद होने पर बीएसई लिस्टेड कंपनियों का मार्केट कैप करीब 3.84 लाख करोड़ था. यानी निवेयाकों की दौलत में सिर्फ 1 दिन में करीब 6 लाख करोड़ का इजाफा हुआ है.
1. फाइनेंशियल शेयरों में जोरदार तेजी
भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) द्वारा हाल ही में अल्टरनेटिव इन्वेस्टमेंट फंड (AIFs) में लेंडर इन्वेस्टमेंट के लिए नियमों में ढील दिए जाने के बाद आज बैंक व फाइनेंशियल शेयरों में तेजी आई है. भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने बुधवार को दिसंबर में लाए गए मानदंडों में ढील दी, जिसके तहत मैनडेट लेंडर्स को हायर प्रोविजंस को अलग रखना होगा, अगर वे अल्टरनेटिव इन्वेस्टमेंट फंडों में खरीदारी करते हैं, जो बदले में लेंडर्स के बॉरोअर्स में निवेश करते हैं. आज बजाज फाइनेंस, बजाज फिनसर्व, एसबीआई, आईसीआईसीआई बैंक जैसे लार्जकैप शेयरों में अच्छी तेजी देखने को मिली है.
2. इसी साल दिख सकता है रेट कट
यूएस फेड ने अपनी पिछली मॉनेटरी पॉलिसी में ये संकेत दिया है कि साल 2024 में 3 बार में ब्याज दरों में 75 बेसिस प्वॉइंट की कटौती हो सकती है. यह बाजारों के लिए मजबूत ट्रिगर है. यूएस फेड ऐसा करता है तो अन्य बड़े अर्थव्यवस्था वाले देशों में भी सेंट्रल बैंक ऐसा कर सकते हैं.
3. विदेशी निवेशक बने नेट बायर्स
विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों ने पिछले सेशन में नेट 2170 करोड़ रुपये की भारतीय इक्विटी खरीदी, जबकि घरेलू संस्थागत निवेशकों ने नेट 1198 करोड़ रुपये का इनफ्लो किया. पिछले दो महीनों में नेट सेलर्स बने रहने के बाद, एफआईआई मार्च में नेट बायर्स बन गए हैं. मार्च में अब तक उन्होंने 3000 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे हैं. एफपीआई फ्लो में तेजी मैक्रोज में सुधार, महंगाई में कमी, दरों में कटौती की उम्मीद और राजनीतिक रूप से स्थिरता के संकेत के चलते हुआ है. वहीं घरेलू इक्विटी बाजारों के मजबूत प्रदर्शन से भी उनका भरोसा बढ़ा है.
4. ग्रोथ आउटलुक मजबूत
ग्लोबल एजेंसी एसएंडपी ग्लोबल रेटिंग्स ने अगले वित्त वर्ष 2024-25 के लिए भारत की ग्रोथ रेट का अनुमान बढ़ाकर 6.8 फीसदी कर दिया है. एसएंडपी ग्लोबल ने अपने अनुमान में 40 बेसिस प्वॉइंट का इजाफा किया है. अमेरिका स्थित एजेंसी ने पिछले साल नवंबर में मजबूत घरेलू गति के बीच वित्त वर्ष 2024-25 में भारत की ग्रोथ 6.4 फीसदी होने का अनुमान लगाया था. मौजूदा वित्त वर्ष 2023-24 में भारतीय अर्थव्यवस्था में 7.6 फीसदी की ग्रोथ होने का अनुमान है.
वहीं मॉर्गन स्टैनले ने वित्त वर्ष 2025 के लिए भारत की जीडीपी ग्रोथ का अनुमान 6.5 फीसदी के पिछले अनुमान से बढ़ाकर 6.8 फीसदी कर दिया है. इसने FY24 के लिए अपने ग्रोथ पूर्वानुमान को भी संशोधित कर 7.9 फीसदी कर दिया है.
5. अमेरिकी बाजारों में जोरदार तेजी
बुधवार को अमेरिकी बाजार बढ़त के साथ बंद हुए थे. बुधवार को Dow Jones Industrial में 478 अंकों की तेजी रही और यह 39760.08 के लेवल पर बंद हुआ. NASDAQ Composite में 84 अंकों की बढ़त रही और यह 16400 के लेवल पर बंद हुआ. जबकि S&P 500 इंडेक्स 45 अंक मजबूत होकर 5248.49 के लेवल पर बंद हुआ है.