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देश की दूसरी सबसे बड़ी ऑटोमोटिव व इंडस्ट्रियल लुब्रिकेंट्स बनाने वाली कंपनी कैस्ट्रॉल इंडिया में निवेश पर शानदार 24 फीसदी का मुनाफा कमाने का मौका है. (Image- Pixabay)
Castrol India Outlook: देश की दूसरी सबसे बड़ी ऑटोमोटिव व इंडस्ट्रियल लुब्रिकेंट्स बनाने वाली कंपनी कैस्ट्रॉल इंडिया में निवेश पर शानदार 24 फीसदी का मुनाफा कमाने का मौका है. मार्केट एक्सपर्ट्स ने दिसंबर 2021 तिमाही के नतीजों के बाद इसकी रेटिंग को अपग्रेड किया है, हालांकि तेल की कीमतों व फॉरेक्स के चलते टारगेट प्राइस को सात रुपये कम कर दिया है. कोरोना महामारी के झटकों से अब इकॉनमी धीरे-धीरे उबर रही है जिसके चलते कंपनी की ग्रोथ बेहतर हुई है और एक्सपर्ट्स का मानना है कि लुब्रिकेंट्स की बिक्री मजबूत रहने वाली है. एक कारोबारी दिन पहले (22 फरवरी) एनएसई पर यह 112.80 रुपये के भाव पर बंद हुआ था.
एक्सपर्ट्स की ये है राय
- रिलायंस जियो-बीपी रिटेल नेटवर्क के साथ साझेदारी से कैस्ट्रॉल की वॉल्यूम ग्रोथ लांग टर्म में मजबूत रह सकती है और इसका मार्केट शेयर बढ़ सकता है. इसके अलावा कंपनी कई विकल्पों के जरिए रेवेन्यू हासिल करने पर फोकस कर रही जो सही दिशा में है. इसके चलते कैलेंडर वर्ष 2021-2023 तक कंपनी की वॉल्यूम ग्रोथ 5 फीसदी सीएजीआर (कंपाउंड एनुअल ग्रोथ रेट) से अधिक रह सकती है.
- हालांकि बेस ऑयल प्राइसेज और फॉरेक्स का असर कंपनी की सेहत पर दिख सकता है जिसके चलते एक्सपर्ट्स का मानना है कि कंपनी का नेट प्रॉफिट मार्जिन पर असर पड़ सकता है. इस वजह से रिलायंस सिक्योरिटीज ने कैस्ट्रॉल इंडिया की रेटिंग को अपग्रेड तो किया है लेकिन पीई वैल्यूएशन मल्टीपल को 15.5x से घटाकर 15x किया है यानी कि टारगेट प्राइस में 7 रुपये की कटौती की है. हालांकि इसके बावजूद एक्सपर्ट्स का मानना है कि 15x CY23E EPS के हिसाब से कैस्ट्रॉल इंडिया निवेश के लिए आकर्षक है जो हिस्टोरिकल एवरेज सालाना 18x PE से करीब 20 फीसदी डिस्काउंट पर है. इसके अलावा कैस्ट्रॉल इंडिया ने कैलेंडर इयर 2022 में करीब 5 फीसदी की डिविडेंड यील्ड ऑफर किया है.
- इन सब कारणों से रिलायंस सिक्योरिटीज ने कैस्ट्रॉल इंडिया की रेटिंग को होल्ड से अपग्रेड कर बाई कर दिया है. एक्सपर्ट्स ने निवेशकों को 139 रुपये प्रति शेयर के टारगेट प्राइस पर निवेश की सलाह दी है यानी कि निवेशकों को करीब 24 फीसदी मुनाफा मिल सकता है.
5 फीसदी का डिविडेंड यील्ड
कंपनी को दिसंबर तिमाही में 1090 करोड़ रुपये यानी सालाना आधार पर 17 फीसदी और तिमाही आधार पर 2 फीसदी अधिक रेवेन्यू हासिल हुआ. तिमाही आधार पर कच्चे तेल की कीमतों में 9 फीसदी की बढ़ोतरी के बावजूद कंपनी के लिए कच्चे माल की लागत पर अधिक असर नहीं पड़ा जिसके चलते कंपनी का ग्रॉस मार्जिन तिमाही आधार पर 0.20 फीसदी बढ़कर 49.8 फीसदी हो गया. कंपनी को तिमाही आधार पर एक फीसदी अधिक यानी 190 करोड़ रुपये नेट प्रॉफिट हासिल हुआ. कंपनी ने 3 रुपये प्रति शेयर के फाइनल डिविडेंड का ऐलान किया है लेकिन कंपनी पहले ही 2.5 रुपये प्रति शेयर डिविडेंड का भुगतान कर चुकी है यानी कि निवेशकों को प्रति शेयर 5.5 रुपये का डिविडेंड मिलेगा. इस प्रकार निवेशकों को करीब 5 फीसदी का डिविडेंड यील्ड मिला.
(स्टोरी में दिए गए स्टॉक रिकमंडेशन संबंधित रिसर्च एनालिस्ट व ब्रोकरेज फर्म के हैं. फाइनेंशियल एक्सप्रेस ऑनलाइन इनकी कोई जिम्मेदारी नहीं लेता. पूंजी बाजार में निवेश जोखिमों के अधीन हैं. निवेश से पहले अपने सलाहकार से जरूर परामर्श कर लें.)