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वोडाफोन के फैसले से भारतीय टेलीकॉम सेक्टर में दो ही कंपनियों भारती एयरटेल और जियो के दबदबे के आसार मजबूत हुए हैं.
Stock Tips: वोडाफोन आइडिया के शेयरों में एक कारोबारी दिन पहले मंगलवार को 20 फीसदी से अधिक की गिरावट के बाद आज (12 जनवरी) इसमें करीब 10 फीसदी से अधिक की तेजी दिख रही है. यह इंट्रा-डे में एनएसई पर 13.20 रुपये के भाव पर पहुंच गया जबकि मंगलवार को यह 11.75 रुपये के भाव पर बंद हुआ था.
एक कारोबारी दिन पहले वोडा-आइडिया के बोर्ड द्वारा एजीआर (एडजस्टेड ग्रॉस रेवेन्यू) और स्पेक्ट्रम ऑक्शन इंस्टॉलमेंट्स के पूरे ब्याज को सरकारी इक्विटी में बदलने के फैसले के बाद शेयरों में गिरावट आ गई थी. इस फैसले के बाद कंपनी में सरकारी की हिस्सेदारी 36 फीसदी हो सकती है. वहीं निवेश के लिए बात करें तो मार्केट एक्सपर्ट्स अभी भी इस स्टॉक को लेकर पॉजिटिव नहीं हैं और रिड्यूस की रेटिंग बरकरार रखा है.
7 रुपये के भाव पर टारगेट प्राइस बरकरार
घरेलू ब्रोकरेज फर्म एडेलवेइस का मानना है कि कंपनी का मौजूदा फैसला थोड़ी राहत दे सकता है लेकिन भविष्य में अन्य समस्याएं आ सकती हैं. एडेलवेइस के मुताबिक सरकारी हस्तक्षेप को देखते हुए शेयरधारकों का सेंटिमेंट निगेटिव हो सकता है. एनालिस्ट्स का कहना है कि सरकार के पास वोडा-आइडिया की मेजॉरिटी हिस्सेदारी हो जाएगी तो इसके बोर्ड रिप्रेजेंटेशन पर नजर रहेगी. इसके अलावा सरकार के लिए यह सौदा मुनाफे का साबित हो, इसके लिए जरूरी है कि एआरपीयू (प्रति यूजर औसतन रेवेन्यू) में मजबूत ग्रोथ हो. एडेलवेइस के मुताबिक टेलीकॉम पैकेज ने कंपनी को अस्थाई तौर पर राहत दी है लेकिन एआरपीयू ग्रोथ को लेकर चिंता बनी हुई है. ऐसे में एडेलवेइस ने इसे रिड्यूस की रेटिंग दी है और 7 रुपये के भाव पर टारगेट प्राइस बरकरार रखा है.
फंड जुटाने में होगी समस्या
कोटक सिक्योरिटीज के मुताबिक वोडाफोन के हालिया फैसले से भारतीय टेलीकॉम सेक्टर में दो ही कंपनियों भारती एयरटेल और जियो के दबदबे के आसार मजबूत हुए हैं. कोटक सिक्योरिटीज के एनालिस्ट्स के मुताबिक वोडा-आइडिया के लिए अधिक पूंजी जुटाना और नेटवर्क में निवेश के लिए पर्याप्त कैश फ्लो जेनेरेट करना मुश्किल भरा हो सकता है. इसके अलावा अगले कुछ वर्षों तक सब्सक्राइबर्स को बचाए रखना भी चुनौती भरा है.
सरकार को दस रुपये के भाव पर मिलेंगे शेयर
मंगलवार को वोडा-आइडिया ने रेगुलेटरी फाइलिंग में कहा था कि 14 अगस्त 2021 को कंपनी के शेयरों के भाव पार वैल्यू से नीचे थे तो सरकार को 10 रुपये प्रति शेयर के भाव पर जारी किए जाएंगे. हालांकि अभी इसे दूरसंचार विभाग की मंजूरी मिलनी बाकी है. इस कंवर्जन के पूरा होने के बाद प्रमोटर्स समेत कंपनी के वर्तमान शेयरधारकों की हिस्सेदारी कम हो जाएगी. टेलीकॉम कंपनी वोडाफोन आइडिया में सरकार की हिस्सेदारी 35.28 फीसदी, वोडाफोन ग्रुप की 28.5 फीसदी और आदित्य बिरला ग्रुप की 17.8 फीसदी हो जाएगी.
(आर्टिकल: हर्षिता त्यागी)