/financial-express-hindi/media/member_avatars/RsG3L7DqXrOWG11NtQsz.jpeg )
/financial-express-hindi/media/post_banners/IVZs2n3Ofsz9bDnred5t.jpg)
Subscription Status: सुला वाइनयार्ड्स (Sula Vineyards) के आईपीओ को निवेशकों की ओर से ठीक ठाक रिस्पांस मिला है.
Sula Vineyards Subscription Status on Day 3: शराब बनाने वाली लीडिंग कंपनी सुला वाइनयार्ड्स (Sula Vineyards) के आईपीओ को निवेशकों की ओर से ठीक ठाक रिस्पांस मिल रहा है. आज यानी 14 दिसंबर को आईपीओ का आखिरी दिन है और यह दोपहर 3 बजे तक 2 गुना यानी 200 फीसदी सब्सक्राइब हुआ है. ग्रे मार्केट में भी शेयर को लेकर रिस्पांस सुस्त नजर आ रहा है. कंपनी के अनलिस्टेड शेयरों का भाव ग्रे मार्केट में पहले के मुकाबले घट गया है. फिलहाल इस इश्यू में निवेश का आज आखिरी मौका है.
कौन सा हिस्सा कितना भरा
Sula Vineyards के आईपीओ में QIB के लिए 50 फीसदी हिस्सा रिजर्व है और यह 3.54 गुना भरा है. NII के लिए इश्यू में 15 फीसदी हिस्सा रिजर्व है और यह अबतक 1.20 गुना भरा है. जबकि इश्यू में रिटेल निवेशकों के लिए 35 फीसदी हिस्सा रिजर्व है और यह अबतक 1.47 गुना भरा है. यह 14 दिसंबर को दोपहर 3 बजे तक 2 गुना सब्सक्राइब हुआ है.
ग्रे मार्केट में भाव घटा
Sula Vineyards के अनलिस्टेंड शेयरों का भाव ग्रे मार्केट में घटकर 10 रुपये पर आ गया है. अपर प्राइस बैंड 357 रुपये के लिहाज से यह करीब 3 फीसदी के प्रीमियम पर ट्रेड कर रहा है. 19 दिसंबर को शेयरों का अलॉटमेंट हो सकता है. जबकि 22 दिसंबर को स्टॉक मार्केट में इसकी लिस्टिंग होगी. कोटक महिंद्रा कैपिटल कंपनी, CLSA इंडिया और IIFL सिक्योरिटीज बुक रनिंग लीड मैनेजर हैं. इक्विटी शेयरों को बीएसई और एनएसई पर लिस्ट करने का प्रस्ताव है.
आईपीओ का साइज 960 करोड़
Sula Vineyards के आईपीओ का साइज 960 करोड़ है. इश्यू के लिए प्राइस बैंड 340-357 रुपये हैयह आईपीओ पूरी तरह ऑफर फॉर सेल (OFS) पर बेस्ड है. इसके तहत, प्रमोटर, इन्वेस्टर और अन्य शेयरधारकों द्वारा कुल 26,900,532 इक्विटी शेयरों की बिक्री की जाएगी. Sula Vineyards के आईपीओ का लॉट साइज 42 शेयर है. एक रिटेल इन्वेस्टर 13 लॉट तक के लिए आवेदन कर सकता है.
वाइन बनाने वाली लीडिंग कंपनी
Sula Vineyards रेड, व्हाइट और स्पार्कलिंग वाइन बनाने वाली मार्केट ली़डर है. इसके पॉपुलर ब्रॉन्ड की बात करें तो यह सुला के अलावा रासा, डिंडोरी, द सोर्स, सतोरी, मडेरा और डिया ब्रांड नाम से वाइन की बिक्री करती है. यह 13 ब्रांड की 56 अलग-अलग लेबल की वाइन तैयार करती है. कंपनी का मुनाफा 30 सितंबर, 2022 को समाप्त छमाही के लिए कई गुना बढ़कर 30.51 करोड़ रुपये रहा है, जो एक साल पहले की समूान अवधि में 4.53 करोड़ रुपये था. इस दौरान ऑपरेशन से आने वाला रेवेन्यू 40.8 फीसदी बढ़कर 224.07 करोड़ रुपये रहा.