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Stock Listing: सुला वाइनयार्ड्स (Sula Vineyards) की शेयर बाजार में कमजोर एंट्री हुई है.
Sula Vineyards Weak Listing: शराब बनाने वाली लीडिंग कंपनी सुला वाइनयार्ड्स (Sula Vineyards) की शेयर बाजार में कमजोर एंट्री हुई है. कंपनी का शेयर बीएसई पर 358 रुपये के भाव पर लिस्ट हुआ. जबकि आईपीओ में अपर प्राइस बैंड 357 रुपये था. यानी लिस्टिंग गेंस 1 फीसदी से भी कम रहा है. इस इश्यू को निवेशकों की ओर से भी ठीक ठाक ही रिस्पांस मिला था. लेकिन बाजार की उठा पठक में शेयर की बाजार में लिस्टिंग पर असर पड़ा. यह आईपीओ पूरी तरह ऑफर फॉर सेल (OFS) पर बेस्ड था. फिलहाल कमजोर लिस्टिंग के बाद निवेशकों के मन में सवाल है कि शेयर को लेकर क्या करें.
निवेशकों का कैसा रहा था रिस्पांस
Sula Vineyards के आईपीओ को निवेशकों की ओर से बहुत जोरदार रिस्पांस नहीं मिला था. यह ओवरआल 2.33 गुना यानी 233 फीसदी सब्सक्राइब हुआ था. इसमें QIB के लिए 50 फीसदी हिस्सा रिजर्व था और यह 4.13 गुना भरा. NII के लिए इश्यू में 15 फीसदी हिस्सा रिजर्व था और यह 1.33 गुना भरा. जबकि इश्यू में रिटेल निवेशकों के लिए 35 फीसदी हिस्सा रिजर्व था और यह कुल 1.65 गुना भरा था.
शेयर में क्या करें?
Swastika Investmart के सीनियर टेक्निकल एनालिस्ट प्रवेश गौर का कहना है किSula Vineyards की म्यूट लिस्टिंग हुई है. यह वाइन टूरिज्म बिजनेस के साथ सबसे बड़ी वाइन मेकर कंपनी है. इसे हाई एंट्री बैरियर का लाभ मिल रहा है. फाइनेंशियल अच्छे हैं. हालांकि वैल्युएशन फुल प्राइस्ड है. आईपीओ पूरी तरह से ओएफएस बेस्ड था, इसलिए कम प्रमोटर होल्डिंग भी चिंता का विषय है. अगर लिस्टिंग गेंस के लिए पैसा लगाया है तो 350 रुपये पर स्टॉप लॉस लगाकर चलें और 380 रुपये तक अपसाइड का इंतजार करें.
कंपनी का ग्रोथ आउटलुक
ब्रोकरेज हाउस ICICI Securities का कहना है कि महामारी के बाद Sula Vineyards ने मुनाफे के मोर्चे पर मजबूत ग्रोथ दिखाई है. मैनेजमेंट को उम्मीद है कि यह रेंजबाउंड रहेगा. यह वाइन सेक्टर की कंपनी है, जिसका बेस अभी लो (अल्कोबेव इंडस्ट्री का 1% से कम) है. लेकिन हायर एसेप्टिबिलिटी के चलते इंडस्ट्री के ग्रोथ को पार करने की उम्मीद है.
ब्रोकरेज हाउस Choice Broking का कहना है कि घरेलू बाजार में वाइन के कम पेनिट्रेशन, प्रति व्यक्ति आय में बढ़ोतरी और टारगेट पॉपुलेशन के विस्तार जैसे डेमोग्रॉफिक फैक्टर्स के विस्तार को देखते हुए सेक्टर में ग्रोथ तेज होगी. Sula देश की लीडिंग वाइन मेकर और सेलर कंपनी है, जिसको इस ग्रोथ का फायदा मिलेगा.
वाइन बनाने वाली लीडिंग कंपनी
Sula Vineyards रेड, व्हाइट और स्पार्कलिंग वाइन बनाने वाली मार्केट ली़डर है. इसके पॉपुलर ब्रॉन्ड की बात करें तो यह सुला के अलावा रासा, डिंडोरी, द सोर्स, सतोरी, मडेरा और डिया ब्रांड नाम से वाइन की बिक्री करती है. यह 13 ब्रांड की 56 अलग-अलग लेबल की वाइन तैयार करती है. कंपनी का मुनाफा 30 सितंबर, 2022 को समाप्त छमाही के लिए कई गुना बढ़कर 30.51 करोड़ रुपये रहा है, जो एक साल पहले की समूान अवधि में 4.53 करोड़ रुपये था. इस दौरान ऑपरेशन से आने वाला रेवेन्यू 40.8 फीसदी बढ़कर 224.07 करोड़ रुपये रहा.