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मार्केट एक्सपर्ट्स ने सुप्रिया लाइफसाइंस के आईपीओ को सब्सक्राइब करने की सलाह दी है.
Supriya Lifescience IPO: एपीआई (एक्टिव फार्मास्यूटिकल इनग्रेडिएंट्स) बनाने वाली दिग्गज कंपनी सुप्रिया लाइफसाइंस का 700 करोड़ रुपये का आईपीओ आज (16 दिसंबर) खुल गया है. एपीआई किसी दवा (टैबलेट, कैप्सूल, क्रीम, इंजेक्टेबल) का बॉयोलॉजिकली एक्टिव कंपोनेंट है जो प्रभावी असर छोड़ता है. सुप्रिया लाइफसाइंस का आईपीओ 20 दिसंबर तक सब्सक्रिप्शन के लिए खुला रहेगा. इस आईपीओ में निवेश के लिए खुदरा निवेशकों को कम से कम 14796 रुपये का निवेश करना होगा. इश्यू के जरिए जुटाए गए पैसों से कंपनी कर्ज को चुकता करने और अपनी पूंजीगत जरूरतों को पूरा करेगी. ग्रे मार्केट की बात करें तो इसके भाव 265-274 रुपये प्राइस बैंड के अपर प्राइस के मुकाबले करीब 204 फीसदी प्रीमियम पर हैं. मार्केट एक्सपर्ट्स ने इस इश्यू को सब्सक्राइब करने की सलाह दी है.
इश्यू में निवेश को लेकर एक्सपर्ट्स की ये है राय
- प्री-आईपीओ और अनलिस्टेड शेयर्स में डीलिंग करने वाली वेबसाइट अनलिस्टेडडॉटकॉम के फाउंडर अभय दोशी के मुताबिक ग्रे मार्केट में सुप्रिया लाइफ साइंस के शेयर आईपीओ प्राइस के मुकाबले 285 रुपये प्रीमियम पर हैं यानी कि इसकी मांग मजबूत है. दोशी के मुताबिक इस आईपीओ का वैल्यूएशन सस्ता है. इसके अलावा एपीआई इंडस्ट्री की ग्रोथ संभावना और चीन+1 स्ट्रेटजी के चलते कंपनी की कारोबारी स्थिति मजबूत दिख रही है. चीन+1 स्ट्रेटजी का मतलब है कंपनियां अब अपने प्रोडक्ट्स को बनाने के लिए सिर्फ चीन पर निर्भर रहने की बजाय अन्य देशों पर भी फोकस कर रही हैं और इसका फायदा भारत को मिलने के पूरे आसार हैं. सुप्रिया लाइफसाइंस आईपीओ को लेकर दोशी का मानना है कि ग्रे मार्केट में शेयरों की मांग को देखते हुए और कंपनी की बेहतर ग्रोथ संभावना को देखते हुए इश्यू को बेहतर सब्सक्रिप्शन मिल सकता है.
- ब्रोकरेज फर्म रिलांयस सिक्योरिटीज के मुताबिक वित्त वर्ष 2022 के अनुमानित वित्तीय आंकड़ों के मुताबिक आईपीओ 11.8x EV/EBITDA, 7.9x EV/Sales और 16.7x P/E भाव पर है जो इंडस्ट्री के औसत से करीब है. हालांकि कंपनी का हाई ईबीआईटीडीए मार्जिन और हेल्दी रिटर्न रेशियो (इंडस्ट्री औसत का दोगुना) से इसके प्रीमियम वैल्यूएशन के संकेत मिलते हैं. कंपनी कारोबारी विस्तार पर फोकस कर रही है और इसके प्रोडक्ट पोर्टफोलियो में 38 एपीआई हैं. इसके अलावा कंपनी आरएंडडी क्षमता को भी मजबूत कर रही है. इन सबके चलते रिलायंस सिक्योरिटीज के एनालिस्ट ने इसे सब्सक्राइब की रेटिंग दी है और शानदार लिस्टिंग गेन की संभावना जताई है.
- सुप्रिया लाइफसाइंस की एपीआई एक्सपोर्ट में बड़ी हिस्सेदारी है. भारत से 45-50 फीसदी क्लोरोफेनिरैमिन मैलेट, 60-65 फीसदी कीटामीन हाइड्रोक्लोराइड और 31 फीसदी सालबूटामोल सल्फेट का निर्यात सुप्रिया लाइफसाइंस करती है. इसके अलावा पिछले तीन से पांच साल में कंपनी को कभी भी अमेरिकी एफडीए की निगरानी का सामना नहीं करना पड़ा. आईपीओ के जरिए जुटाए गए पैसों का इस्तेमाल कंपनी कर्ज को चुकता करने और कैपिटल एक्सपेंडिचर में करेगी. कंपनी का कैपिसिटी यूटिलाइजेशन वित्त वर्ष 2018 में 63 फीसदी से बढ़कर वित्त वर्ष 2021 में 71 फीसदी हुआ है. सैंक्टम वेल्थ के डायरेक्टर रिसर्च आशीष चतुरमोहता ने इन सब बातों को ध्यान में रखते हुए सुप्रिया लाइफसाइंस के इश्यू को शॉर्ट से मीडियम टर्म के गेन के लिए सब्सक्राइब करने की सलाह दी है.
Supriya Lifescience IPO की खास डिटेल्स
- एपीआई बनाने वाली दिग्गज कंपनी सुप्रिया लाइफसाइंस का 700 करोड़ रुपये का आईपीओ 16 दिसंबर को खुला रहेगा और निवेशकों को इसमें 20 दिसंबर तक पैसे लगाने का मौका मिलेगा.
- आईपीओ के तहत 200 करोड़ रुपये के नए शेयर जारी होंगे जबकि प्रमोटर सतीश वामन बाघ ऑफर फॉर सेल (ओएफएस) के तहत 500 करोड़ रुपये के शेयरों की बिक्री करेंगे. अभी कंपनी में प्रमोटर की हिस्सेदारी 99.26 फीसदी हिस्सेदारी जबकि प्रमोटर ग्रुप की इसमें 0.72 फीसदी हिस्सेदारी है.
- इश्यू के लिए 265-274 रुपये प्रति इक्विटी शेयर का प्राइस बैंड तय किया गया है.
- लॉट साइज 54 शेयरों का है यानी कि प्राइस बैंड के अपर प्राइस के हिसाब से निवेशकों को कम से कम 14796 रुपये का निवेश करना होगा.
- शेयरों की फेस वैल्यू 2 रुपये है.
- इश्यू का 75 फीसदी हिस्सा क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बॉयर्स (QIB), 15 फीसदी हिस्सा नॉन-इंस्टीट्यूशनल इंवेस्टर्स और 10 फीसदी हिस्सा खुदरा निवेशकों के लिए आरक्षित है.
- आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज व एक्सिस कैपिटल इश्यू के बुक रनिंग लीड मैनेजर हैं.
- शेयरों का अलॉटमेंट 23 दिसंबर को फाइनल हो सकता है जबकि लिस्टिंग के लिए 28 दिसंबर का दिन तय किया गया है.
- नए शेयरों के जरिए जुटाए गए पैसों का इस्तेमाल कैपिटल एक्सपेंडिचर की जरूरतों को पूरा करने, कर्ज चुकता करने और आम कॉरपोरेट उद्देश्यों के लिए किया जाएगा.
कंपनी से जुड़ी डिटेल्स
- एपीआई बनाने और इसकी आपूर्ति करने वाली दिग्गज कंपनी सुप्रिया लाइफसाइंस का मुख्य फोकस रिसर्च एंड डेवलपमेंट (R&D) पर है. 31 अक्टूबर 2021 तक उपलब्ध आंकड़ों के मुताबिक कंपनी 38 एपीआई बनाती है.
- 1 अप्रैल 2021 से 31 अक्टूबर 2021 तक कंपनी के प्रोडक्ट्स को 86 देशों के 346 डिस्ट्रीब्यूटर्स समेत 1296 ग्राहकों को निर्यात किया गया. कंपनी का एपीआई बिजनेस यूरोप, लैटिन अमेरिका, एशिया और नॉर्थ अमेरिका में फैला हुआ है.
- कंपनी के फाइनेंशियल की बात करें तो कंपना का शुद्ध मुनाफा (प्रॉफिट आफ्टर टैक्स) लगातार बढ़ा है. वित्त वर्ष 2019 में कंपनी का 39.42 करोड़ रुपये का शुद्ध मुनाफा हुआ था जोकि अगले साल बढ़कर 73.37 करोड़ रुपये हो गया. पिछले वित्त वर्ष की बात करें तो कंपनी को 123.83 करोड़ रुपये का शुद्ध मुनाफा हुआ था. चालू वित्त वर्ष की पहली छमाही अप्रैल-सितंबर 2021 में कंपनी को 65.96 करोड़ रुपये का शुद्ध मुनाफा हुआ.
(स्टोरी में दिए गए स्टॉक रिकमंडेशन संबंधित रिसर्च एनालिस्ट व ब्रोकरेज फर्म के हैं. फाइनेंशियल एक्सप्रेस ऑनलाइन इनकी कोई जिम्मेदारी नहीं लेता. पूंजी बाजार में निवेश जोखिमों के अधीन हैं. निवेश से पहले अपने सलाहकार से जरूर परामर्श कर लें.)