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Tata Capital IPO: टाटा कैपिटल के IPO में करीब 21 करोड़ फ्रेश इक्विटी शेयरों की बिक्री होने अनुमान है. Photograph: (Image: FE)
Tata Capital IPO : दलाल स्ट्रीट पर एक नया दिग्गज कदम रखने जा रहा है. टाटा कैपिटल का IPO आखिरकार लॉन्च के लिए तैयार है. टाटा ग्रुप की इस फाइनेंशियल सर्विस कंपनी ने आधिकारिक रूप से अपना ड्राफ्ट पेपर दाखिल कर दिया है. यह इस साल के मोस्ट अवेटेड IPO में से एक माना जा रहा है. इश्यू से जुड़ी अहम जानकारियों से लेकर इसके पीछे की स्ट्रैटेजी तक, यहां वो सब कुछ है जो आपको टाटा कैपिटल IPO के बारे में जानना चाहिए.
Tata Capital IPO : क्या है ऑफर?
टाटा कैपिटल ने अप्रैल में IPO के लिए डाक्यूमेंट फाइल किए थे और जुलाई में सेबी की मंजूरी मिलने के बाद अब उसने अपना अपडेटेड ड्राफ्ट रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस (DRHP) जमा कर दिया है. जल्द ही इसके प्राइस बैंड और तारीखों की घोषणा की जाएगी.
अपकमिंग आईपीओ के तहत कुल 47.58 करोड़ शेयर बाजार में उतारे जाएंगे, जिसमें 21 करोड़ नए शेयर जारी होंगे और 26.58 करोड़ शेयर मौजूदा निवेशकों द्वारा बेचे जाएंगे. इनमें से टाटा कैपिटल की मूल कंपनी टाटा सन्स 23 करोड़ शेयर बेचेगी, जबकि शुरुआती निवेशक इंटरनेशनल फाइनेंस कॉरपोरेशन (IFC) 3.58 करोड़ शेयर ऑफर करेगा. यानी यह IPO कंपनी के लिए नई पूंजी जुटाने और पुराने निवेशकों के लिए एग्जिट का अवसर दोनों लेकर आ रहा है.
Tata Capital IPO: कंपनी अभी बाजार में क्यों उतर रही है?
Tata Capital का IPO सिर्फ फंड जुटाने के लिए नहीं है, बल्कि इसके पीछे एक अहम नियामकीय वजह भी है. दरअसल, भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने Tata Capital को “Upper Layer” NBFC की कैटेगरी में रखा है. इस कैटेगरी में आने वाली कंपनियों के लिए यह अनिवार्य है कि वे सितंबर 2025 तक शेयर बाजार में लिस्टेड हो जाएं. इसलिए Tata Capital अब पब्लिक हो रही है ताकि वह RBI के नए नियमों का पालन कर सके और बड़ी नॉन-बैंकिंग कंपनियों के लिए तय की गई ट्रांसपेरेंसी और गवर्नेंस की शर्तों को पूरा कर सके.
Tata Capital IPO: जुटाए गए पैसों का कहां होगा इस्तेमाल?
IPO से मिलने वाली नई पूंजी (Fresh Issue) का इस्तेमाल Tata Capital अपनी Tier-1 पूंजी को मजबूत करने के लिए करेगी. इससे कंपनी को लोन देने की क्षमता बढ़ेगी और वह तेजी से फैलते NBFC सेक्टर में अपने कारोबार का विस्तार कर सकेगी. यानी यह निवेश कंपनी की ग्रोथ और कर्ज देने की ताकत दोनों को मजबूत करेगा.
Tata Capital IPO: कंपनी का परफार्मेंस
वित्त वर्ष 2024-25 में Tata Capital का परफार्मेंस शानदार रहा. कंपनी का नेट प्रॉफिट करीब 10% बढ़कर 3,655 करोड़ रुपये रहा, जबकि ऑपरेशनल रेवेन्यू 57% उछलकर 25,719 करोड़ रुपये तक पहुंच गया. 31 मार्च 2025 तक Tata Capital की लोन बुक 2.26 लाख करोड़ रुपये रही, जो इसे भारत की तीसरी सबसे बड़ी डाइवर्सिफाइड NBFC बनाती है. ये आंकड़े दर्शाते हैं कि कंपनी मजबूत वित्तीय आधार पर खड़ी है और भविष्य की ग्रोथ के लिए पूरी तरह तैयार है.
Tata Capital IPO: कौन संभाल रहा है यह बड़ा इश्यू?
Tata Capital का IPO देश और दुनिया की कई बड़ी इनवेस्टमेंट बैंकों द्वारा संभाला जा रहा है. इस लिस्ट में Kotak Mahindra Capital, Axis Capital, Citi, BNP Paribas, HDFC Bank, HSBC, ICICI Securities, IIFL, SBI Capital और JP Morgan जैसे नाम शामिल हैं. IPO का रजिस्ट्रार MUFG Intime को नियुक्त किया गया है. बड़े वित्तीय संस्थानों की भागीदारी से साफ है कि यह IPO काफी अहम होने वाला है.