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टाटा ग्रुप के मल्टीबैगर शेयर Tata Steel में 25% रिटर्न पाने का मौका, 5 साल में 3 गुना कर चुका पैसा

रूस-यूक्रेन संकट के चलते ग्लोबल स्टील की कीमतों में रैली देखने को मिल रही है. बढ़ती इनपुट लागत से स्टील की कीमतों में और तेजी आने की संभावना है.

रूस-यूक्रेन संकट के चलते ग्लोबल स्टील की कीमतों में रैली देखने को मिल रही है. बढ़ती इनपुट लागत से स्टील की कीमतों में और तेजी आने की संभावना है.

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Sushil Tripathi
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टाटा ग्रुप के मल्टीबैगर शेयर Tata Steel में 25% रिटर्न पाने का मौका, 5 साल में 3 गुना कर चुका पैसा

Tata Steel के शेयरों में आज तेजी है और यह 1377 रुपये पर पहुंच गया. (image: pixabay)

Tata Group Multibagger Stock: Tata Steel के शेयरों में आज तेजी देखने को मिल रही है और यह 1.5 फीसदी से ज्यादा चढ़कर 1377 रुपये पर पहुंच गया. जबकि गुरूवार को 1349 रुपये पर बंद हुआ था. ब्रोकरेज हाउस एक्सिस सिक्योरिटीज का शेयर में मौजूदा भाव से 25 फीसदी और तेजी का अनुमान है. रूस-यूक्रेन संकट के चलते ग्लोबल स्टील की कीमतों में रैली देखने को मिल रही है. बढ़ती इनपुट लागत से स्टील की कीमतों में और तेजी आने की संभावना है. इससे कंपनी के बैलेंसशीट में सुधार देखने को मिलेगा. वहीं मौजूदा जियो पॉलिटिकल टेंशन के चलते प्रमुख उत्पादल देशों रूस और यूक्रेन से जहां सप्लाई प्रभावित हुई है, वहीं इसका फायदा घरेलू कंपनी Tata Steel को मिल सकता है. शेयर ने बीते 5 साल में करीब 220 फीसदी रिटर्न दिया है.

मजबूत कैश फ्लो

ब्रोकरेज हाउस एक्सिस सिक्योरिटीज ने Tata Steel के शेयर में निवेश की सलाह देते हुए 1700 रुपये का टारगेट रखा है. कल के बंद भाव 1349 रुपये से देखें तो इसमें 25 फीसदी रिटर्न संभव है. ब्रोकरेज हाउस का कहना है कि शेयर अभी EV/EBITDA के 4.6 के मल्टीपल पर ट्रेड कर रहा है जो 10 साल के औसत 6.3 के मल्टीपल से नीचे है. उम्मीद है कि स्टील की कीमतों में अभी और तेजी आएगी, जिससे कंपनी में मजबूत कैश फ्लो देखने को मिल सकता है. हालांकि कोल की बढ़ रही कीमतों के चलते 1HFY23 में मार्जिन पर असर हो सकता है, लेकिन आगे मार्जिन बेहतर रहने का अनुमान है. जिससे कंपनी का मुनाफा भी बढ़ेगा.

बैलेंसशीट में भी सुधार

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ब्रोकरेज हाउस का कहना है कि Tata Steel का नेट डेट घट रहा है और यह कम होकर दिसंबर 2021 में 62,869 करोड़ हो गया. कंपनी पर FY20 के अंत तक 1 लाख करोड़ का कर्ज था. स्टील की कीमतें बढ़ने से कंपनी की बैलेंसशीट में भी सुधार हो रहा है. ब्रोकरेज का अनुमान है कि कंपनी का नेट डेट/EBITDA FY20 के पीक 5.8x से घटकर 0.95x रह सकता है. इससे कंपनी आगे कैपेक्स भी प्लान कर सकती है.

जियोपॉलिटिकल टेंशन: कंपनी के लिए मौका

रूस और यूक्रेन दोनों स्टील के बड़े निर्यातक देश हैं. ऐसे में जियोपॉलिटिकल टेंशन में स्टील की ग्लोबल सप्लाई प्रभावित हो रही है. रूस पर कई देशों ने आर्थिक बैन भी लगाया है. इस कंडीशन में स्टील के बड़े उत्पादक होने के नाते Tata Steel के पास निर्यात बढ़ाने का मौका होगा. बता दें कि साल 2021 में रूस का क्रूड स्टील का उत्पादन 76 मिलियन टन (MT) था, जबकि रूसी स्टील का निर्यात 30 MT था. इसी तरह, साल 2021 में, यूक्रेनी क्रूड स्टील का उत्पादन 21 मिलियन टन (MT) था जबकि यूक्रेनी स्टील का निर्यात 15 MT था.

(Disclaimer: स्टॉक में निवेश की सलाह ब्रोकरेज हाउस के द्वारा दी गई है. यह फाइनेंशियल एक्सप्रेस के निजी विचार नहीं हैं. बाजार में जोखिम होते हैं, इसलिए निवेश के पहले एक्सपर्ट की राय लें.)  

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