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ऑटोमोबाइल सेक्टर लंबे समय से अंडरपरफॉर्मर रहा है, लेकिन अब रिकवरी आ रही है. (image: pixabay)
Best Auto Sector Stocks: ऑटोमोबाइल सेक्टर लंबे समय से अंडरपरफॉर्मर रहा है. कोविड 19 के चलते लॉकडाउन, सप्लाई चेन में डिस्टर्बेंस और सेमी कंडकटर चिप की कमी के चलते सेक्टर पर अच्छी खासी मार पड़ी है. बीते फेसिटव सीजन में भी इस सेकटर में म्यूटेड ग्रोथ देखने को मिली है. हालांकि अब ऑटो सेक्टर की कुछ दिक्कतें दूर होती दिख रही हैं और डिमांड बढ़ रही है. देश में मैक्रो कंडीशंस पहले से बेहतर हो रहे हैं. ओमिक्रॉन वेरिएंट भी बड़े पैमाने पर वेक्सीनेशन के चलते ठंडा पड़ चुका है. पैसेंजर व्हीकल की डिमांड के साथ कमर्शियल व्हीकल में भी मांग आ रही है. ब्रोकरेज हाउस एमके ग्लोबल ने सेक्टर पर पॉजिटिव व्यू दिया है और कुछ क्वालिटी शेयरों में निवेश की सलाह दी है.
ब्रोकरेज हाउस की टॉप पिक और टारगेट
Tata Motors (TP: Rs 575, CMP: Rs 428)
Ashok Leyland (TP: Rs 160, CMP: Rs 114)
Bajaj Auto (TP: Rs 4490, CMP: Rs 3480)
Minda Industries (TP: Rs 1230, CMP: Rs 885)
Bharat Forge (TP: Rs 950, CMP: Rs 668).
अगले साल तक साइक्लिकल अपट्रेंड
ब्रोकरेज हाउस एमके ग्लोबल का कहना है कि सेक्टर में रिकवरी देखने को मिल रही है और अगले 3 साल तक साइक्लिकल अपट्रेंड देखने को मिल सकता है. ब्रोकरेज हाउस का कहना है कि जिस तरह का ट्रेंड चल रहा है कमर्शियल व्हीकल सेग्मेंट में अपवर्ड मोमेंटम फरवरी महीने में जारी दिख रहा है. वहीं पैसेंजलर व्हीकल सेग्मेंट में भी ग्रोथ मोमेंटम बना हुआ है. हालांकि टू व्हीलर और ट्रैक्टर सेग्मेंट में हाई बेस इफेक्ट और कस्टटमर सेंटीमेंट कमजोर होने के चलते अभी दबाव है. ब्रोकरेज हाउस ने सेक्टर पर ओवरआल व्यू पॉजिटिव रखा है.
सेमीकंडक्टर की कमी दूर हो रही
ब्रोकरेज का कहना है कि पिछले कुछ महीनों में ऑटो सेक्टर पर जो दबाव था, वह चिप की शॉर्टेज की वजह से था. सेमीकंडक्टर की कमी के चलते आर्डर के बाद भी प्रोडक्शन कम हुआ. लेकिन अब यह समस्या अब दूर हो रही है और कोविड 19 के बाद सप्लाई नेटवर्क भी पहले से बेहतर है.
किस सेग्मेंट में कितनी वॉल्यूम ग्रोथ
रिपोर्ट के अनुसार CV इंडस्ट्री वॉल्यूम में सुधार होता दिख रहा है. LCVs के लिए चिप सप्लाई इंप्रूव हुआ है और ICVs के लिए बेहतर डिमांड है. वहीं 2W इंडस्ट्री वॉल्यूम सालाना आधार पर कमजोर रह सकता है. PV इंडस्ट्री में हेल्दी आर्डर और सप्लाई चेन बेहतर होने से वॉल्यूम में सुधार होना चाहिए. TTMT और MM का डोमेस्टिक वॉल्यूम सालाना आधार पर 51% और 23% से बढ़ सकता है. हालांकि MSIL का वॉल्यूम फरवरी में 9% कम रह सकता है. ट्रैक्टर वॉल्यूम में भी फरवरी में गिरावट आ सकती है. MM का डोमेसिटक वॉल्यूम 30% और Escorts का 35% गिर सकता है.
(Disclaimer: स्टॉक में निवेश की सलाह ब्रोकरेज हाउस के द्वारा दी गई है. यह फाइनेंशियल एक्सप्रेस के निजी विचार नहीं हैं. बाजार में जोखिम होते हैं, इसलिए निवेश के पहले एक्सपर्ट की राय लें.)