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For PVs, we see industry growing 30%/10%/10% in FY22/FY23/FY24.
टाटा मोटर्स ने इस साल जगुआर लैंड रोवर्स में 22,400 करोड़ रुपये का निवेश का फैसला किया है. कंपनी अपने इलेक्ट्रिक वाहनों के कारोबार के लिए पूंजी जुटाने की तैयारी कर रही है. टाटा मोटर्स ने भविष्य में अपनी बिक्री में इलेक्ट्रिक गाड़ियों की हिस्सेदारी बढ़ा कर 25 फीसदी करने का फैसला किया है. इस वक्त यह सिर्फ 2 फीसदी है.
कंपनी के चेयरमैन एन चंद्रशेखरन ने कंपनी के शेयरहोल्डरों को वर्चुअल एजीएम के दौरान बताया कि वित्त वर्ष 2020-21 के दौरान टाटा मोटर्स ने जगुआर लैंड रोवर्स में 19800 करोड़ रुपये का निवेश किया था. लेकिन मौजूदा वित्त वर्ष के दौरान 22,400 करोड़ रुपये का निवेश लक्ष्य रखा गया है.
हाइड्रोजन फ्यूल से चलने वाली गाड़ियों में निवेश करेगी कंपनी
चंद्रशेखरन ने कहा कि कंपनी हाइड्रोजन फ्यूल से चलने वाली गाड़ियों में निवेश कर रही है. उन्होंने कहा कि कंपनी हाइड्रोजन में निवेश कर रही है और इसे इंडियन ऑयल से 15 हाइड्रोजन फ्यूल से चलने वाली गाड़ियों के ऑर्डर मिले हैं. कंपनी सात गाड़ियां बना भी ली हैं लेकिन ये ट्रायल स्टेज में हैं. इसके लिए ल़ॉन्ग टर्म प्लान की जरूरत है और हम इस पर काम कर रहे हैं.
2025 तक लॉन्च होंगे इलेक्ट्रिक गाड़ियों के दस मॉडल
चंद्रशेखरन ने कहा कि इलेक्ट्रिक वाहनों को लेकर टाटा मोटर्स का लक्ष्य बेहद महत्वाकांक्षी है. उन्होंने कहा कि कंपनी चाहती है कि उसकी बिक्री में 25 फीसदी हिस्सेदारी इलेक्ट्रिक वाहनों की हो. इस वक्त यह सिर्फ दो फीसदी है. कंपनी 2025 से पहले इलेक्ट्रिक गाड़ियों के दस मॉडल लॉन्च करेगी. वह कारों के अलावा इलेक्ट्रिक कॉमर्शियल गाड़ियां भी बनाएगी. उन्होंने कहा कि कंपनी अलग से इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए बैटरी बिजनेस भी सेट-अप करने का सोच सकती है. कंपनी चार्जिंग स्टेशन भी बढ़ाने पर भी जोर दे रही है. उसका अगले कुछ सालों में 1000 चार्जिंग स्टेशन बनाने का इरादा है. इसके लिए 25 शहरों में टाटा पावर के साथ मिलकर काम करने की योजना बनाई जा रही है.
कंपनी घाटे में लेकिन निवेशकों का विश्वास बरकरार
26 जुलाई 2021 को घोषित हुए टाटा मोटर्स के नतीजों के मुताबिक इसे पहली तिमाही 2021-22) में 4,450.92 करोड़ रुपये का घाटा हुआ है. हालांकि यह पिछले वित्त 2020-21) वर्ष की पहली तिमाही के 8,437.99 करोड़ रुपये के घाटे से बहुत कम है. हालांकि यह ध्यान रखना चाहिए कि पिछले वित्त वर्ष की पहली तिमाही के दौरान देश में लॉकडाउन शुरू हुआ था और गाड़ियों की बिक्री लगभग ठप हो गई थी. टाटा मोटर्स के शेयरों में उस दौरान भारी गिरावट आई थी.
मौजूदा वित्त वर्ष की पहली तिमाही में कंपनी का रेवेन्यू बढ़ कर 66,406 करोड़ रुपये पर पहुंच गया, जो पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि के रेवेन्यू 31,983 करोड़ रुपये से दोगुने से भी ज्यादा है. लेकिन इसके शेयरों के दाम बढ़ने से यह साफ है कि निवेशकों का इसमें विश्वास बना हुआ है.