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पिछले वित्त वर्ष 2022 में टैक्स कलेक्शन में बढ़ोतरी नॉमिनल जीडीपी ग्रोथ रेट की तुलना में दोगुनी तेजी से बढ़ा.
पिछले वित्त वर्ष 2021-22 में भारत में रिकॉर्ड टैक्स कलेक्शन हुआ. वित्त वर्ष 2021-22 में भारत ने आय, कॉरपोरेट टैक्स, कस्टम और जीएसटी से 27.07 लाख करोड़ रुपये का ग्रॉस टैक्स कलेक्ट किया जो पिछले 23 साल में जी़डीपी के मुकाबले सबसे अधिक रहा. रेवेन्यू सेक्रेटरी तरुण बजाज ने यह जानकारी दी है. बजाज के मुताबिक पिछले वित्त वर्ष में टैक्स टू जीडीपी रेशियो 1999 के बाद 23 साल के रिकॉर्ड स्तर 11.7 फीसदी पर पहुंच गया. वित्त वर्ष 2020-21 में यह रेशियो 10.3 फीसदी पर था. इसके अलावा सरकार के लिए उत्साहजनक यह रहा कि पिछले वित्त वर्ष 2021-22 में जो टैक्स कलेक्ट हुआ वह 22.17 लाख करोड़ रुपये से बजट आकलन से करीब 5 लाख रुपये करोड़ रुपये अधिक रहा. वित्त वर्ष 2020-21 में 20.21 लाख करोड़ रुपये का ग्रास टैक्स कलेक्शन था.
जीडीपी के मुकाबले दोगुनी तेजी से बढ़ा टैक्स कलेक्शन
बजाज के मुताबिक ओवरऑल टैक्स बॉइअन्सी (Tax Buoyancy) के आंकड़े बहुत मजबूत हैं और यह 2 के करीब है. इसका मतलब हुआ कि टैक्स कलेक्शन में बढ़ोतरी नॉमिनल जीडीपी ग्रोथ रेट की तुलना में दोगुनी तेजी से बढ़ा है. बजाज के मुताबिक अब तकनीक का बहुत अधिक इस्तेमाल किया जा रहा है और जीएसटी के आंकड़ों को इनकम टैक्स के आंकड़ों से मिलाया जा रहा है. इसके अलावा टैक्स नियमों का अनुपालन सुनिश्चित किया जा रहा है. इन सबके चलते प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष करों से रेवेन्यू बेहतर हुआ है.
डायरेक्ट टैक्स कलेक्शन में 49 फीसदी की बढ़ोतरी
डायरेक्ट टैक्स यानी इंडिविजुअल और कॉरपोरेट टैक्स में 49 फीसदी की बढ़ोतरी हुई जोकि बजाज के मुताबिक लंबे समय में सबसे अधिक ग्रोथ रेट रही. पिछले वित्त वर्ष में 14.10 लाख करोड़ रुपये का डायरेक्ट टैक्स कलेक्शन हुआ. इसमें कॉरपोरेट टैक्स 56.1 फीसदी की उछाल के साथ 8.58 लाख करोड़ रुपये और पर्सनल इनकम टैक्स कलेक्शन 43 फीसदी की उछाल के साथ 7.49 लाख करोड़ रुपये रहा. वित्त वर्ष 2022 में 2.43 करोड़ एंटिटीज को 2.24 लाख करोड़ रुपये के इनकम टैक्स रिफंड जारी किए गए.
इनडायरेक्ट टैक्स कलेक्शन में भी बढ़ोतरी लेकिन डायरेक्ट टैक्स से कम संग्रह
इनडायरेक्ट टैक्स की बात करें कस्टम कलेक्शन 48 फीसदी बढ़कर 1.99 लाख करोड़ रुपये, सीजीएसटी और सेस 30 फीसदी बढ़कर 6.95 लाख करोड़ रुपये रहा. हालांकि एक्साइज 0.2 फीसदी कम यानी 3.90 लाख करोड़ रुपये रहा. ओवरऑल बात करें तो वित्त वर्ष 2022 में 20 फीसदी अधिक 12.90 लाख रुपये का इनडायरेक्ट टैक्स कलेक्ट हुआ. बजाज के मुताबिक पिछले वित्त वर्ष 2021-22 में डायरेक्ट टैक्स का संग्रह इनडायरेक्ट टैक्स कलेक्शन में अधिक रहा और वह उम्मीद ररते हैं कि आने वाले वर्षों में यह रूझान बना रहे.
(Input: PTI)
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