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Image: PTI
टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (TCS) पूरी दुनिया में तीसरी सबसे मूल्यवान IT (Information Technology) सर्विसेज ब्रांड बन गई है. ब्रांड फाइनेंस की रिपोर्ट के मुताबिक, TCS से पहले इस वक्त एसेंचर और IBM हैं. दुनिया की टॉप 10 सबसे मूल्यवान आईटी कंपनियों में भारत की 4 आईटी कंपनियों TCS, इन्फोसिस, HCL और विप्रो ने जगह पाई है. ब्रांड फाइनेंस की रिपोर्ट में कहा गया है कि TCS, IBM के साथ अपने गैप को तेजी से भर रही है. TCS की ब्रांड वैल्यू 11 फीसदी बढ़कर 15 अरब डॉलर हो गई है.
TCS ने ट्रांसफॉर्मेशन सर्विसेज के लिए मांग बढ़ने और कुछ सौदों की वजह से रेवेन्यू में मजबूत वृद्धि दर्ज की है. अकेले 2020 की चौथी तिमाही यानी अक्टूबर-दिसंबर में कंपनी ने 6.8 अरब डॉलर के सौदे किए. रिपोर्ट में कहा गया कि टीसीएस को विदेशी बाजारों में टेक्नोलॉजी पर खर्च के लंबे साइकिल और अमेरिकी व यूरोपीय बाजारों में वित्तीय सेक्टर से खर्च में वृद्धि होने से फायदा हो रहा है. टीसीएस को उम्मीद है कि नया साल उसके लिए और बेहतर साबित होगा. टीसीएस में चीफ मार्केटिंग ऑफिसर राजश्री आर का कहना है कि टीसीएस की यह उपलब्धि, कंपनी में ग्राहकों का भरोसा बरकरार रहने को पुष्ट करती है.
इन्फोसिस चौथे नंबर पर
एसेंचर दुनिया की सबसे मूल्यवान और मजबूत आईटी सर्विसेज ब्रांड बनी हुई है. कंपनी की ब्रांड वैल्यू 26 अरब डॉलर है. वहीं आईबीएम 16.1 अरब डॉलर की ब्रांड वैल्यू के साथ दूसरे स्थान पर है. ब्रांड वैल्यू किसी कंपनी की कमाई की मौजूदा वैल्यू को दर्शाती है. टॉप 10 सबसे मूल्यवान आईटी कंपनियों की लिस्ट में इन्फोसिस चौथे नंबर पर है. कंपनी की ब्रांड वैल्यू 19 फीसदी बढ़कर 8.4 अरब डॉलर हो चुकी है और इसने कॉग्निजेंट को पीछे धकेला है. कॉग्निजेंट की ब्रांड वैल्यू 6 फीसदी घटकर 8 अरब डॉलर पर आ चुकी है.
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HCL 7वें पायदान पर
HCL लिस्ट में 7वें नंबर पर और विप्रो 9वें नंबर पर है. दुनिया की सबसे मूल्यवान कंपनियों की लिस्ट में टेक महिन्द्रा 15वें नंबर पर पहुंच चुकी है. कंपनी की ब्रांड वैल्यू 11 फीसदी बढ़कर 2.3 अरब डॉलर हो चुकी है. LTI 37 फीसदी ग्रोथ के साथ 98.2 करोड़ डॉलर की ब्रांड वैल्यू हासिल कर 21वें पायदान पर है.