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TCS share buyback: क्या रिटेल निवेशकों को लेना चाहिए हिस्सा? चेक करें अनुमानित रिटर्न, समझें बायबैक की गणित

TCS का अबतक का सबसे बड़ा शेयर बायबैक आ रहा है. कंपनी ने शेयर बायबैक के लिए 23 फरवरी 2022 को रिकॉर्ड डेट तय किया है.

TCS का अबतक का सबसे बड़ा शेयर बायबैक आ रहा है. कंपनी ने शेयर बायबैक के लिए 23 फरवरी 2022 को रिकॉर्ड डेट तय किया है.

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FE Online
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TCS share buyback: क्या रिटेल निवेशकों को लेना चाहिए हिस्सा? चेक करें अनुमानित रिटर्न, समझें बायबैक की गणित

IT कंपनी टाटा कंसल्टेंसी (TCS) उन निवेशकों के लिए अच्छा मौका लेकर आ रही है, जिनके पास कंपनी के शेयर हैं. (file)

Should You Participate TCS Share Buyback: देश की सबसे बड़ी IT कंपनी टाटा कंसल्टेंसी (TCS) उन निवेशकों के लिए अच्छा मौका लेकर आ रही है, जिनके पास कंपनी के शेयर हैं. TCS का अबतक का सबसे बड़ा शेयर बायबैक आ रहा है. कंपनी ने शेयर बायबैक के लिए 23 फरवरी 2022 को रिकॉर्ड डेट तय किया है. शेयर बायबैक में कंपनी ने 4500 रुपये प्रति शेयर का भाव तय किया है, जो करंट प्राइस के लिहाज से करीब 20 फीसदी प्रीमियम पर है. बता दें कि पिछले महीने जब दिसंबर तिमाही के लिए कंपनी ने अपने नतीजे जारी किए थे, उसी दौरान 18000 करोड़ रुपये का शेयर बायबैक लाने की बात कही थी. सवाल उठता है कि क्या इस बायबैक में निवेशकों को हिस्सा लेना चाहिए.

निवेशकों को क्या करना चाहिए

ब्रोकरेज हाउस मोतीलाल ओसवाल का TCS बायबैक पर कहना है कि इसके मंजूरी का अनुपात 30-50 फीसदी के बीच रह सकता है. यानी आप अगर 10 शेयर की पेशकश करते हैं तो कंपनी आपसे से 3 से 5 शेयर खरीद सकती है. यह जो 1 -2 महीनों में 5-9 फीसदी (प्री-टैक्स) रिटर्न दे सकता है. ब्रोकरेज हाउस का कहना है कि अगर आप शॉर्ट टर्म में बाजार से पैसा बनाना चाहते हैं तो इस बायबैक ऑफर में हिस्सा ले सकते हैं. इस ऑफर में हिस्सा वही ले सकते हैं, जिनके पास 23 फरवरी तक कंपनी के शेयर होंगे. रिटेल निवेशक मैक्सिमम 44 शयरों की पेशकश कर सकते हैं, जिसकी कीमत 4500 प्रति शेयर के लिहाज से 2 लाख रुपये होगी.

4 करोड़ इक्विटी शेयर खरीदेगी कंपनी

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बायबैक के तहत TCS निवेशकों से 4 करोड़ इक्विटी शेयर खरीदेगी. यह कंपनी का पिछले 5 साल में आने वाला चौथा और सबसे बड़ा बायबैक ऑफर है. कंपनी का पिछला बायबैक ऑफर 16000 करोड़ रुपये का था जो 18 दिसंबर 2020 को खुलकर 1 जनवरी 2021 को बंद हुआ था. बता दें कि आमतौर पर कंपनी की बैलेंसशीट में अतिरिक्त कैश होता है तो वे शेयर बायबैक करती हैं. शेयर बायबैक के जरिए कंपनी अपने अतिरिक्त कैश का इस्तेमाल करती है.

शेयर बायबैक से निवेशकों को क्या फायदा

कंपनी जब अपने ही शेयर निवेशकों से खरीदती है तो इसे बायबैक कहते हैं. बायबैक की प्रक्रिया पूरी होने के बाद इन शेयरों का वजूद खत्म हो जाता है. कंपनियां शेसर के करंट प्राइस से प्रीमियम पर ये आफर लाती हैं, यानी इसमें शेयरधारक अगर हिस्सा लेते हैं तो उन्हें बाजार भाव से ज्यादा कीमत शेयर बेचने पर होती है. जैसे TCS का शेयर 3800 रुपये के आस पास है. वहीं बायबैक के लिए 4500 रुपये प्रति शेयर भाव तय हुआ है. अगर करंट प्राइस से देखें तो हर शेयर पर निवेशकों को 700 रुपये या करीब 20 फीसदी फायदा मिल रहा है.

क्या हिस्सा लेना जरूरी है

शेयर बायबैक में निवेशकों का हिस्सा लेना जरूरी नहीं होता. कई बार शेयर को लेकर आउटलुक मजबूत होता है और लंबी अवधि में शेयर का भाव बायबैक के भाव को भी पार कर सकता है. ऐसे में बायबैक में सोच समझकर या एक्सपर्ट से सलाह लेकर ही हिस्सा लेना चाहिए.

(Disclaimer: स्टॉक में निवेश की सलाह ब्रोकरेज हाउस के द्वारा दी गई है. यह फाइनेंशियल एक्सप्रेस के निजी विचार नहीं हैं. बाजार में जोखिम होते हैं, इसलिए निवेश के पहले एक्सपर्ट की राय लें.)

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