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Accenture Guidance : एक्सेंचर ने FY24 के लिए कांस्टेंट करंसी यानी CC के टर्म में 2-5% YoY रेवेन्यू ग्रोथ की मॉडरेट गाइडेंस जारी की है.
Indian IT Sector Outlook: भारतीय आईटी सर्विसेज कंपनियों की ग्लोबल पियर कंपनी एक्सेंचर (ACN)ने 4QFY23 में 4.0% YoY CC की रेवेन्यू ग्रोथ दर्ज की है. यह अनुमान से कुछ कमजोर है. वहीं एक्सेंचर ने FY24 के लिए कांस्टेंट करंसी यानी CC के टर्म में 2-5% YoY रेवेन्यू ग्रोथ की मॉडरेट गाइडेंस जारी की है. जिसमें वित्त वर्ष की पहली छमाही में कमजोरी के बाद दूसरी छमाही में रिकवरी दिखी है. कंपनी ने माना है कि निकट अवधि में रेवेन्यू पर दबाव रहेगा और नॉर्थ अमेरिका रीजन में कमजोरी दिख सकती है. फिलहाल एक्सेंचर के नतीजों के बाद इंडियन आईटी सेक्टर में भी बिकवाली देखने को मिल रही है. निफ्टी पर आईटी इंडेक्स करीब 1 फीसदी टूट गया है. वहीं Infosys, Wipro और Tech Mahindra जैसे शेयरों में बड़ी गिरावट देखने को मिल रही है.
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आईटी शेयरों में बिकवाली
आज के कारोबार में इंडियन आईटी शेयरों में बिकवाली देखने को मिल रही है. निफ्टी पर आईटी इंडेक्स 1 फीसदी के करीब कमजोर हुआ है. इंफोसिस और एचसीएल टेक में 1 फीसदी गिरावट है तो टीसीएस करीब 1 फीसदी कमजोर दिख रहा है. टेक महिंद्रा में आधा फीसदी गिरावट है. निफ्टी पर अन्य स्टॉक आधा फीसदी से 2 फीसदी तक कमजोर दिख रहे हैं. काई भी स्टॉक हरे निशान में नहीं है.
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ACN: कैसे रहे कंपनी के नतीजे
Q4FY23 में, एक्सेंचर के रेवेन्यू में CC के टर्म में सालाना आधार पर 4 फीसदी की मामूली ग्रोथ देखी गई, जबकि मैनेज्ड सर्विसेज रेवेन्यू में 11 तिमाहियों में सबसे धीमी ग्रोथ देखी गई. वहीं कंसल्टिंग सर्विसेज रेवेन्यू में CC के टर्म में 2 फीसदी की गिरावट आई. हालांकि, कंपनी का ऑपरेटिंग मार्जिन Q4 में 20 बीपी बढ़कर 15 फीसदी हो गया, जो इसके 15.4 फीसदी के एडजस्टेड मार्जिन गाइडेंस को पूरा करता है. अगस्त को समाप्त तिमाही में लगभग 950 कर्मचारियों को शामिल करने से एट्रिशन स्टेबल रहा. एक्सेंचर के मैनेजमेंट का कहना है कि वे पूरे वित्त वर्ष 2024 के लिए गाइडेंस में मैक्रो एन्वायरमेंट में कोई सुधार नहीं देख रहे हैं. वहीं यह अनुमान जताया है कि यह Q1FY24 में कमजोर रहने के बाद साल भर धीरे धीरे आगे बढ़ेगा. फाइनेंशियल सर्विसेज के लिए डिमांड कमजोर है.
क्या कहना है ब्रोकरेज हाउस का
ब्रोकरेज हाउस मोतीलाल ओसवाल के मुताबिक ACN का गाइडेंस मोटे तौर पर वित्त वर्ष 2025 में भारतीय आईटी पियर्स के लिए ग्रोथ में बढ़ोतरी की हमारी उम्मीद के अनुरूप है. लेकिन इसका Q4FY23 प्रदर्शन और 1QFY24 आउटलुक निकट टर्म में डिमांड एन्वायरमेंट पर चिंताओं को बढ़ाएगा. इसके अलावा, 4Q डील बुकिंग में फ्लैट ग्रोथ के कंपनी मार्गदर्शन की तुलना में 3% QoQ की गिरावट आई, जिसका मतलब है कि मौजूदा माहौल में डिमांड पर विजिबिलिटी कम है. कंपनी मैनेजमेंट ने CMT और उत्तरी अमेरिका को की वीक एरिया बताया है, जिसे ब्रोकरेज ने टेक महिंद्रा के लिए निगेटिव माना है. ब्रोकरेज का कहना है कि ACN की कमेंट्री से भारतीय आईटी कंपनियों के लिए निकट अवधि में दबाव का संकेत मिल रहा है.