/financial-express-hindi/media/post_banners/POtsRybmWy2W3CUL595Y.jpg)
While passenger vehicle sales might be down, tractor sales recorded a double digit growth.
ऑटो इंडस्ट्री में सुस्ती जारी है और लो डिमांड के चलते फरवरी में भी कंपनियों की बिक्री घटी है.Auto Stocks: ऑटो इंडस्ट्री में सुस्ती जारी है और लो डिमांड के चलते फरवरी में भी कंपनियों की बिक्री घटी है. BS-VI के पहले इन्वेंट्री करेक्शन का भी असर इंडस्ट्री पर दिख रहा है. दूसरी ओर चीन में कोरोना वायरस के चलते आटो मैन्युुैक्चरिंग से जुड़े कल पुर्जों की सप्लाई घट गई है, जिससे प्रोडक्शन और बिक्री दोनों पर असर है. हालांकि एक्सपर्ट आटो सेक्टर के आउटलुक को लेकर पॉजिटिव दिख रहे हैं. उनका कहना है कि कोरोना वायरस हो या सुस्त इकोनॉमी, ये फैक्टर आगे खत्म होंगे. वहीं एक बार जब BS-VI ट्रांजिशन पूरा हो जाएगा और इकोनॉमी पटरी पर आएगी, ऑटो सेक्टर में अच्छी ग्रोथ देखने को मिलेगी. ऑटो शेयरों को भी इसका फायदा मिलेगा.
कंपनियों की बिक्री गिरी
देश की सबसे बड़ी कार कंपनी मारुति सुजुकी इंडिया (MSI) की फरवरी में बिक्री 1.1 फीसदी घटकर 1,47,110 यूनिट रह गई. घरेलू बिक्री 1.6 फीसदी घटकर 1,36,849 यूनिट रही है. हालांकि फरवरी में कंपनी का निर्यात 7.1 फीसदी बढ़ा है. टाटा मोटर्स की डोमेस्टिक सेल 34 फीसदी घटकर 38,002 यूनिट रही. आयशर मोटर्स के कमर्शियल व्हीकल्स की सेल्स 29.2 फीसदी गिरी है.
हुंडई मोटर इंडिया लिमिटेड (HMIL) की बिक्री में 10.3 फीसदी की गिरावट आई. हुंडई की घरेलू बिक्री में 7.2 फीसदी की कमी हुई. निर्यात में भी 22 फीसदी की कमी आई. महिंद्रा एंड महिंद्रा की बिक्री फरवरी में सालाना आधार पर 42 फीसदी गिरकर 32,476 यूनिट पर आ गई. MG मोटर की बिक्री भी गिरी है.
ब्रोकरेज हाउस मोतीलाल ओसवाल के मुताबिक टाटा मोटर्स का प्रोडक्ट पोर्टफोलियो बेहतर है और आर्डरबुक भी मजबूत है. चीन कमें कोरोना वायरस के चलते कंपनी पर असर पड़ा है, लेकिन मैनेजमेंट इसका असर कम से कम करने में लगा है. BS-VI के मोर्चे पर भी कंपनी अच्छी पोजिशन में है. वहीं मारुति के ओवरआल सेल्स में महज 1 फीसदी की गिरावट आई है, लेकिन एक्सपोर्ट बेहतर हुआ है. मिनि सेग्मेंट में 11 फीसदी ग्रोथ दिखी है.
ब्रोकरेज हाउस एमके ग्लोबल के अनुसार BS-VI के पहले इन्वेट्री करेक्शन के चलते CVs, 2Ws और PVs होलसेल पर असर हुआ है. हालांकि घरेलू स्तर पर प्राइवेट व्हीकल्स के नंबर मिले जुले रहे हैं. ट्रैक्टर सेग्मेंट को लो बेस का फायदा हुआ है. ब्रोकरेज के अनुसार प्राइवेट व्हीकल सेग्मेंट में नियर टर्म में सुधार की उम्मीद है. लो बेस के अलावा मैक्रो कंडीशन और रूरल सेंटीमेंट सुधरने का भी फायदा आटो सेक्टर को मिलेगा.
मोतीलाल ओसवाल की सलाह
मारुति सुजुकी
लक्ष्य: 8000 रुपये
CMP: 6300 रुपये
रिटर्न अनुमान: 27 फीसदी
महिंद्रा एंड महिंद्रा
लक्ष्य: 666 रुपये
CMP: 462 रुपये
रिटर्न अनुमान: 44 फीसदी
टाटा मोटर्स
लक्ष्य: 228 रुपये
CMP: 125 रुपये
रिटर्न अनुमान: 82 फीसदी
आयशर मोटर्स
लक्ष्य: 25350 रुपये
CMP: 17013 रुपये
रिटर्न अनुमान: 49 फीसदी
एमके ग्लोबल की सलाह
अशोक लेलैंड
लक्ष्य: 112 रुपये
CMP: 75 रुपये
रिटर्न अनुमान: 49 फीसदी
महिंद्रा एंड महिंद्रा
लक्ष्य: 697 रुपये
CMP: 462 रुपये
रिटर्न अनुमान: 51 फीसदी
मारुति सुजुकी
लक्ष्य: 8800 रुपये
CMP: 6300 रुपये
रिटर्न अनुमान: 40 फीसदी
टाटा मोटर्स: 238
लक्ष्य: 238 रुपये
CMP: 125 रुपये
रिटर्न अनुमान: 90 फीसदी
(नोट: हमने यहां जानकारी ब्रोकरेज हाउस की रिपोर्ट और कंपनियों की सेल्स के आधार पर दी है. बाजार के जोखिम को देखते हुए निवेश के पहले एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें.)
/financial-express-hindi/media/agency_attachments/PJD59wtzyQ2B4fdzFqpn.png)
Follow Us