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महामारी के चलते नेशनल हाईवेज से कम होगी सरकार की कमाई, इस महीने 25-30% घट सकता है टोल कलेक्शन: ICRA

आवाजाही प्रभावित होने से मई महीने में राष्ट्रीय राजमार्गों (नेशनल हाइवेज) पर टोल कलेक्शन पिछले महीने अप्रैल 2021 की तुलना में 25-30 फीसदी तक कम हो सकता है.

आवाजाही प्रभावित होने से मई महीने में राष्ट्रीय राजमार्गों (नेशनल हाइवेज) पर टोल कलेक्शन पिछले महीने अप्रैल 2021 की तुलना में 25-30 फीसदी तक कम हो सकता है.

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महामारी के चलते नेशनल हाईवेज से कम होगी सरकार की कमाई, इस महीने 25-30% घट सकता है टोल कलेक्शन: ICRA

Toll Collection: कोरोना महामारी की दूसरी लहर के चलते संक्रमण को रोकने के लिए देश के कई हिस्सों में लॉकडाउन और रिस्ट्रिक्शंस लगा हुआ है. इसके चलते आवाजाही प्रभावित हुई है. आवाजाही प्रभावित होने से मई महीने में राष्ट्रीय राजमार्गों (नेशनल हाइवेज) पर टोल कलेक्शन पिछले महीने अप्रैल 2021 की तुलना में 25-30 फीसदी तक कम हो सकता है. रेटिंग एजेंसी ICRA ने अपना यह अनुमान गुरुवार को जारी किया है. मई महीने में अप्रैल की तुलना में टोल कलेक्शन 25-30 फीसदी कम हो सकता है, हालांकि अप्रैल में भी उसके पिछले महीने मार्च 2021 की तुलना में 10 फीसदी कम टोल कलेक्शन हुआ था.

इक्रा के वाइस प्रेसिडेंट Rajeshwar Burla का मानना है कि मई के तीसरे हफ्ते में कोरोना केसेज में गिरावट आई है. इसके चलते अब राज्य धीरे-धीरे लॉकडाउन रिस्ट्रिक्शंस में ढील दे सकते हैं. ऐसे में इक्रा का अनुमान है कि जून में टोल कलेक्शन में बढ़ोतरी हो सकती है. 2019-20 में नेशनल हाईवेज पर 26,851 करोड़ रुपये का टोल कलेक्शन हुआ था जबकि एक साल पहले 24,396 करोड़ टोल कलेक्शन हुआ था.

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1 मार्च से 10 मई तक कलेक्ट टोल के आधार पर अनुमान

मई महीने में टोल कलेक्शन में गिरावट को लेकर इक्रा ने 1 मार्च से 10 मई 2021 के बीच 11 राज्यों के 29 प्रोजेक्ट्स पर कलेक्ट हुए टोल को आधार बनाया है. अध्ययन के मुताबिक कोरोना से सबसे अधिक महाराष्ट्र प्रभावित हुआ है. कोरोना महामारी की दूसरी लहर में देश में सबसे पहले महाराष्ट्र में लॉकडाउन रिस्ट्रिक्शंस लगाए गए जिसके चलते यहां अप्रैल 2021 से ही ग्रोथ मे गिरावट आनी शुरू हो गई. यह गिरावट सभी प्रकार की गाड़ियों के जरिए कलेक्ट टोल में हुई लेकिन सबसे अधिक प्रभावित यात्री गाड़ियों और बसों के जरिए टोल कलेक्शन हुई क्योंकि सख्त प्रतिबंधों के चलते लोगों की आवाजाही प्रभावित हुई.

पिछले साल के मुकाबले टोल कलेक्शन अधिक नहीं होगी प्रभावित

पिछले साल 2020 में महामारी के चलते देश भर में लॉकडाउन लगाया गया था लेकिन इस बार स्थानीय स्तर पर लॉकडाउन लगाया गया है. इसके अलावा इस बार मैन्यूफैक्चरिंग और कंस्ट्रक्शन एक्टिविटीज व सामानों की आवाजाही को छूट दी गई है. इसके चलते पिछले साल के मुकाबले इस बार टोल कलेक्शन पर कम प्रभाव पड़ेगा. Rajeshwar Burla के मुताबिक दूसरी लहर के चलते टोल कलेक्शन प्रभावित हुआ है लेकिन इसके बावजूद वित्त वर्ष 2021-22 में लो बेस के और टोल रेट्स में इंफ्लेशन लिंक्ड बढ़ोतरी के चलते टोल रोड प्रोजेक्ट्स में teen revenue growth कम रहेगी.

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