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बंपर फसल के बावजूद आवक में कमी के कारण भाव बढ़ रहे हैं.
आम लोगों की थाली महंगी होती जा रही है. लगातार घट रही आवक और मांग में तेजी के चलते उत्तर प्रदेश की मंडियों में दाल के दामों में बड़ी तेजी देखी जा रही है. पिछले एक महीने में ही अरहर दाल के भाव करीब 50 फीसदी बए़ गए. जो दाल पिछले महीने 80 रुपये प्रति किलो के भाव पर बिक रहे थे, अब वे 120 रुपये प्रति किलो के आस पास बिक रहे हैं. थोक में भी यह 8600 से लेकर 9500 रुपए प्रति कुंतल की भाव से चल रहे हैं. अरहर के अलावा अन्य दालें भी महंगी हुई हैं, लेकिन उनमें तेजी कम है. फिलहाल सब्जियों, सरसों के बाद अब दालों में तेजी से थाली के स्वाद को बिगाड़ दिया है. बता दें कि सितंबर के शुरुआती दिनों के मुकाबले सरसों तेल के दाम भी 20 फीसदी से ज्यादा बढ़े हैं.
सरकार के दखल का असर
एक्सपर्ट का कहना है कि सरकार ने अब तक इंपोर्ट लाइसेंस नहीं बांटे हैं. इंपोर्ट लाइसेंस मिलने के बाद जब दाल आनी चालू होगी तब इसके भाव में गिरावट दिखना शुरू हो जाएगा. इसके अलावा नाफेड के पास दाल का स्टॉक पड़ा है, वह भी बाजार में आने पर दाल के भाव में नरमी आ सकती है. केडिया एडवाइजरी के मैनेजिंग डायरेक्टर अजय केडिया के मुताबिक सरकार एक-दो हफ्ते में इस पर फैसले ले सकती है क्योंकि बिहार में विधानसभा चुनाव में दालों की महंगाई बड़ा मुद्दा बन सकता है. सरकार के किसी भी सकारात्मक कदम पर जिनके पास दालों का स्टॉक रखा होगा, वे उसे बाहर निकालने की कोशिश करेंगे. इससे आवक बढ़ने पर अरहर दाल के भाव गिर सकते हैं.
बंपर फसल के बावजूद आवक में कमी
एंजेल ब्रोकिंग के डिप्टी वाइस प्रेसिडेंट एनर्जी एवं करेंसी अनुज गुप्ता ने कहा कि इस बार 38.3 लाख टन अरहर दाल का उत्पादन हुआ था लेकिन मध्यप्रदेश और महाराष्ट्र में बाढ़ की वजह से 15 से 20 फीसदी फसल बर्बाद हो गई. इसकी जिसकी वजह से दाल की आवक में कमी हुई है. डिपार्टमेंट ऑफ एग्रीकल्चर कोऑपरेशन एंड फार्मर्स वेलफेयर द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक 2020 में खरीफ दाल का आकलन 48.2 लाख टन. है सरकारी आंकड़ों के मुताबिक दाल की नई फसल आने पर दाल की कीमतों में गिरावट आएगी क्योंकि सरकारी आंकड़े में उत्पादन के अनुमान बेहतर हैं.
अरहर दाल की बेस प्राइस 50-60 रुपये
अनुज गुप्ता के मुताबिक दाल की कीमत फुटकर में 130 से लेकर 150 तक जा सकती है. अनुज गुप्ता के मुताबिक दाल के भाव में जनवरी तक गिरावट आएगी. उम्मीद की जा सकती है कि यह अपने बेस प्राइस तक पहुंच जाए. दाल की बेस प्राइस 50-60 रुपये है.